sarkari naukri shayari सरकारी नौकरी शायरी – दोस्तों सरकारी नौकरी पर हम आपको यहां पर बेस्ट शायरी को बताने का प्रयास कर रहे हैं। और उम्मीद करते हैं , कि आपको सरकारी नौकरी पर शायरी पसंद आने वाली हैं। यदि आप भी सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे हैं। लगने की उमीद रखते हैं । तो यह शायरी आपके लिए उपयोगी हो सकती है। इसके अलावा इन शायरी के अंदर सरकारी नौकरी की पोल भी खोली गई है।
सरकारी दामाद हैं हम ,
प्योर आर्गेनिक खाद हैं हम ,
मगर दिल से बहुत
आजाद हैं हम ।
…….
नौकरी अगर सरकारी हो ,
सिर पर अगर बड़ी जिम्मेदारी हो ,
तो सीएम को भी झुका लेते हैं हम ,
अगर कद अपना भारी हो ।

……….
नौकरी करने मे जो मजा है ,
वो बिजनेस करने मे नहीं ,
आराम है इतना
जो दिमाग खर्च नहीं ।
……..
हर साल सरकारी नौकरी
की सैलरी बढ़ जाती है ,
यह घटिया सरकार
टेक्स के नाम पर
गरीबों पर ही चढ़ जाती है।

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इज्जत बहुत है समाज मे
सरकारी नौकरी की ,
एक बार लग गए ,
तो चिंता नहीं होती
शादी विवाह के लिए छोकरी की ।
……..
हम सरकारी हैं जनाब ,
सिस्टम को दिमग की तरह चाटते हैं ,
जब कुछ मिलता है तो
नीचे से उपर तक बांटते हैं।

………
पैसा दो और
सरकारी नौकरी लो ,
यही इस देश का खेल है।,
जो लग जाते हैं एक बार नौकरी सरकारी ,
फिर जिदंगी मे तेल ही तेल है।
………
इधर से भी लूटो ,
उधर से भी लूटो ,
पूरे देश को खा जाओ ,
अब हम बचे हैं
हमें भी अपनी सरकारी
नौकरी के नाम पर चबा जाओ ।

……..
आज काम करने का मूड
नहीं तो नहीं करेगे ,
नौकर हैं हम सरकारी
किसी से नहीं डरेंगे ।
……..
सरकार को हम चलाते हैं ,
समाज को हम जलाते हैं ,
नौकर हैं सरकारी
बाबू कहलाते हैं।
………
सरकारी नौकरी का बाबू
भी करोड़पति होता है ,
मगर एक प्राइवेट नौकर
कितना भी कमा ले
फिर भी वह रोड़पति होता है।

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पुल बनाने मे भी खाते हैं ,
रेल चलाने मे भी खाते हैं ,
सरकारी नौकर हैं साब
हर जगह मलाई पाते हैं।
………
ना मेहनत करने की जरूरत ,
ना रोनी सी सूरत ,
नौकर हैं सरकारी ,
पैसों से होता है हमारा
मुहूर्त ।
………….
“काम कम, अधिकार ज्यादा,
ऑफिस में बैठो, बनो मस्त मियाँ।
चाय-पानी और अखबार की रुटीन,
यही है सरकारी नौकरी की परिभाषा!”

………
लंच हो गया है कल आना ,
यह बैंक का झमेला है ,
यहां परवाह नहीं होती
बुजुर्गो की
यही तो सबसे बड़ा खेला है ।
…….
सरकार हमारी जेब मे है ,
सिस्टम हमारे खेप मे है,
नौकर हैं सरकारी ,
सबके चिट्टे हमारी टेप है ।

………
ना नौकरी खोने का डर ,
बस आसमान मे उड़ता सर ,
सोने से बने होते हैं
अक्सर सरकारी नौकरों के घर ।
……….
सैलरी हमारी हर साल
बढ़ जाया करती है ,
सरकार भी हमारे आगे
सर झुकाया करती है।
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अगर नौकरी हो सरकारी ,
तो सुंदर लड़की मिलेगी ,
अगर पैसा है सरकारी
नौकरी का तो जिंदगी खिल उठेगी ।

……..
हर कोई अपने यहां पर
सरकारी नौकरी के लिए तड़पता है ,
एक बार लग गई नौकरी ,
तो वही सिस्टम को हड़पता है।
……..
दो दिन की प्राइवेट नौकरी ,
दो दिन का अरमान ,
एक बार लग गए नौकरी सरकारी ,
तो जिदंगी हो जाएगी ,तीर कमान ।

………
देश मे कोई काम अब बचा नहीं ,
नौकरी करना चाहता है हर कोई सरकारी ,
प्राइवेट का कोई भरोशा नहीं ।
……..
प्यार मे दिलदारी हो ,
नौकरी हो तो सरकारी हो ,
ना करनी पड़े मेहनत
ऐसी जिम्मेदारी हो ,
……..
हम तो नौकरी करते हैं सरकारी ,
अगर अपनी बेटी देना हो तो दो ,
नहीं तो है किसी और की बारी ।

……..
सरकारी दामाद होना चाहिए ,
सर पर नौकरी का ताज होना चाहिए ,
बेटी उसी को देंगे ,
जिसका सिस्टम पर राज होना चाहिए ।
……..
मेरे दिल की धड़कन है
नौकरी सरकारी ,
एक बार मिल जाए ,
तो दुश्मनों मे पैदा
हो जाएगी बेकरारी ।
………
एक बार नौकरी सरकारी
लगी तो गरूर आ जाता है ,
फिर वो छोटे मोटों से बात
नहीं करती ।
फिर उनकी आवाज मे भी सरूर आ जाता है।
……….
मेहनत करके जो पाते हैं
सरकारी नौकरी ,
वो जानते हैं गरीबी क्या होती है।
……..
“मेहनत करूँ दिन-रात, पाना है सरकारी ठाठ,
माँ-बाप की ख्वाहिश, बनूँ मैं अफसर साब!”
……..
“रिजल्ट आए ना आए, दिल बैठा है उड़ाक,
सरकारी नौकरी का इंतज़ार, जैसे चाँद पर बारिश की आस!”
……..
सरकारी नौकरी जान
से ज्यादा प्यारी है ,
क्योंकि इसकी ठाठ
बड़ी न्यारी है।
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मेहनत कोई करे
और मजा कोई लुटे ,
ऐसे ही होते हैं
पैसा देकर नौकरी लगने
वाले झूठे ।
……..
जिस दिन आया
सरकारी नौकरी मे अपना नंबर ,
दिल बाग बाग हो गया ,
अब तो यारो अपनी
दुनिया मे नया सैलाब हो गया ।
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चिमनी की रौशनी मे
पढ़ाई मैं करता था ,
पहले गरीब था बहुत ,
ईंट भट्टे और खाई
मैं करता था ।
……..
पैदा हुआ था
सरकारी नौकरी का ख्वाब लेकर ,
यह नौकरी तो मिली नहीं
फिर से लौट गया टका सा
जवाब लेकर ।
……..
एक दिन ताकत अपनी
दिखाएंगे ,
लगकर नौकरी सरकारी
जब हम गांव मे आएंगे ।
…….
खुद को साबित
जिस दिन कर देंगे ,
उस दिन तेरी मांग भी
हम भरदेंगे ।
……..
सरकारी नौकरी लगना
इस दिल का अरमान था ,
पूरा हुआ जब यह अरमान
तो एक तरफ नौकरी
दूसरी तरफ श्मशान था ।
…….
एक बार लग जाए
सरकारी नौकरी ,
तो पूरी जिदंगी मजा करेंगे ,
ना कोई मेहनत ना कोई शिकायत,
फिर तो राज रजा करेंगे ।
………
बूढ़े हो गए सरकारी
नौकरी की तैयारी करते करते ,
कुछ हाशिल नहीं हुआ ,
अब श्मशान भी जा रहे हैं डरते डरते ।
………
पद कुछ निकलते नहीं ,
ऐसा कैसे हो सकता है ,
बेरोजगार सरकारी नौकरी
के नाम पर छलते नहीं ।
……..
सरकारी नौकरी
और मस्त छोकरी ,
दोनों का कोंबिनेशन है ।
…….
नहीं मिलेगी लाखों की सैलरी, ना होगी शोहरत दुनियादारी,
पर सरकारी नौकरी का पैसा, देता है ज़िंदगी में सुकून भारी!”
……..
काश बेमौसम बारिश हो जाए ,
सरकारी नौकरी की चाहत है दिल मे
काश उपर से गुजारिश हो जाए ।
……..
आम भी खाएंगे
और सेब भी ,
अगर एक बार लग गए नाकरी सरकारी ,
तो लाएंगे पैसों की खेप भी ।
…….
घर बनाएंगे सोने का ,
और सोने का बनाएंगे बेड़ ,
लाखों मे है तभी तो
सरकारी नौकरी का रेट ।
………
पैसे दो और तमाशा देखो ,
नौकरी चाहिए कैसी भी हो
पैसा फेंको और पासा देखो ।
……..
नौकरी हो तो सरकारी हो ,
ना सिर पर कोई जिम्मेदारी हो ,
मस्त मलंग जिदंगी सारी हो ।
………
खूब दारू पार्टी करेंगे ,
जिस दिन सरकारी नौकरी मिलेगी ,
फिर पलक झपकते ही यूं ,
मस्त कलंदर छोकरी मिलेगी ।
……..
पुलिस वाले दारू मांगते हैं ,
और अफसर रिश्वत ,
यही है सरकारी नौकरी
की खिदमत ।
………
सरकारी नौकरी के दिल मे
अरमान बहुत सारे हैं ,
मगर मिलती नहीं आसानी से ,
इसमे बहुत नदी और किनारे हैं।
……….
किस्मत अगर साथ देगी ,
तो सरकार को गुलाम बनाएंगे ,
एक दिन बनकर नौकर सरकारी
अपना नाम बनाएंगे ।
……
सरकारी नौकरी का सूरज
कभी अस्त होता नहीं ,
बिजनेस डूब जाता है मगर
सरकारी नौकर कभी पस्त नहीं होता नहीं ।
……….
ना जॉब खोने का डर ,
ना किस्मत को रोना डर ,
मस्त है सरकारी नौकरी ,
अब उठाकर जीएंगे सर ।
………
मस्ती पे मस्ती करेंगें ,
जिस दिन नौकरी
सरकारी लगेंगे ।
……….
सरकारी नौकर का
समाज मे नाम होता है ,
सोना चांदी गाड़ी बंगला
करोड़ों का उसका काम होता है।
……..
एक तो हर महिने सैलरी आती है ,
और उपर से कमाई का मौका ,
तो कौन नहीं मारना चाहेगा
चौके पे चौका ।
………
नौकरी करेंगे तो सरकारी करेंगे ,
वरना किसी के बाप से नहीं डरेंगे ,
चाहे जितनी बार गिरेंगे ,
मगर आदत अपनी वही करेंगे ।
……..
दिल मे सरकारी नौकरी पाने का अरमान ,
हार नहीं मानेंगे
शरीर भले ही बन जाए श्मशान ।
…….
सरकारी नौकरी वाले हवा मे उड़ते हैं ,
और गरीब उनके जूते चप्पल चुगते हैं।
……….
जिदंगी हो तो राजा के जैसी ,
नौकरी हो तो सरकारी ,
मरते दम तक करते रहेंगे
यारो तैयारी ।
…….
सरकारी नौकरी के लिए
सब मरे जा रहे हैं ,
इसलिए तो तैयारी पर तैयारी करे जा रहे हैं।
………..
अगर मिल गई सरकारी नौकरी
तो फिर बल्ले बल्ले है ,
अगर नहीं मिलती है ,
तो जिदंगी छल्ले छल्ले है।
……..
बेरोजगारी देश मे इतनी है ,
कि सांस लेना मुश्किल हो रहा है ,
हर इंसान बस 6 हजार की नौकरी
पाने के लिए रो रहा है।
……..
दिल मे बहुत दर्द है ,
नौकरी सरकारी मिली नहीं ,
और अब जिदंगी मे बहुत
सर्द है।
……..
नौकरी सरकारी करेंगे ,
दिल का अरमान है अपना
पूरा जरूर करेंगे ।
……..
बनकर अफसर सरकारी
जब गांव मे आए ,
फिर हर कोई हमारी
छांव मे आए ।
……..
अगर तुम नौकर बन जाओ सरकारी ,
तो जिदंगी मे आ जाएगी बहारी ।
………
हर मौसम मे पैसा बढ़ेगा ,
अगर नौकर है तू सरकारी ,
तो पहाड़ पर भी आराम से चढ़ेगा ।
…….
इंसान की नहीं
आजकल पद की कद्र
होती है यारो ,
पद गया तो सब
कुछ गया ।
……..
नौकर हूं सरकारी ,
मस्त है जिदंगी हमारी ,
सब पर रहता हूं भारी ।
……
नौकरी करना है ,
तो सरकारी करो ,
वरना सबके सब डूब मरो ।
…….
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