kali ladki par shayari kali ladki par funny shayari यहाँ कुछ मस्तमौला और रोमांटिक शायरियाँ हैं जो सांवली लड़की और शराब के ख़ुमार को मिलाकर पेश करती हैं । काली लड़की के लिए बेस्ट शायरी यदि आपकी गर्लफ्रेंड काली है , तो उसको खुश करने के लिए हम यहां पर कुछ बेस्ट शायरी आपको दे रहे हैं। यह आपकी गर्लफ्रेंड को जरूर ही पसंद आएंगी ।
काला तेरा रंग है ,
दिल मे तेरे उमंग है ,
तुझे पाने के लिए ,
यह सारी जंग है।
…..
रंग भले ही उसका काला था ,
मगर दिल मे उसके
जोश बड़ा निराला था ।
…….
काले रंग की वो हसीना थी ,
मस्त दिल का नगीना थी ,
मेरे दिल की वो करीना थी ।

……..
काले रंग वाली
मस्त ढंग वाली ,
दिल को पागल कर गई साली ।
……..
काला रंग नहीं देखा जाता प्यार मे ,
यूं तो गौरे रंग की बहुत ,
बेवफा होती हैं संसार मे ।

……..
लड़की भले ही काली हो ,
मगर दिल की अच्छी होनी चाहिए ।
………
बेवफा से प्यार करने से अच्छा है ,
सांवली लड़की से दिल लगाना ।

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ना उसे अपने रूप का घमंड है ,
ना उसके दिल मे कोई और
फंड है।
कसम से ऐसी लड़की ,
हमें बहुत पसंद है।
……….
काला तेरा रंग है ,
मस्ती तेरी दबंग है ,
मेरे दिल की तू उमंग है।

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काली है तो क्या हुआ ,
दिल की खूबसूरत है।
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काली है मगर सॉलिड है,
दिल से बहुत होलीड है!”
……….
“काले-काले लब, काले-काले बाल,
तेरी याद में खो जाए दिल, ये कमाल!”
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तेरे काले रंग से इश्क हो जाए ,
फिर दिल सदा तेरे अंदर खो जाए ।
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मेरी जान कभी अफसोस नहीं करना ,
अपने काले रंग पर ,
लिखावट पर सब ध्यान देते हैं ,
कोई ध्यान नहीं देता कलम पर ।

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यह काली घटाएं हैं ,
बहकी तेरी अदाएं हैं ,
डूबना चाहते हैं हम ,
प्यार से भरी तेरी राहें हैं।
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काले रंग की ही सही ,
मगर दिल की वह अच्छी है ,
वरना झूठी दुनिया मे
भला किसकी मुहब्बत सच्ची है।
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ना चांदनी रात है वो ,
ना झूठे जज्बात है वो ,
मगर दिल की बहुत साफ है वो ।
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हम गौरे रंग पर नहीं ,
दिलों की खूबसूरती पर मरते हैं ,
तभी तो जान से ज्यादा तुझ से
प्यार हम करते हैं।
……..
ना तू कभी दुआ करती है ,
ना कभी शलाम करती है ,
काले रंग की है तो क्या हुआ ,
तेरी वफा पर ,
न जाने कितनी गौरी ,
खुद को नाकाम करती है।

……….
सूरत से प्यार तो हर कोई करलेगा ,
मगर जो दिल से करेगा ,
वह भला कहां मिल पाएगा ।
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हम दूध नहीं चाये के दिवाने हैं ,
हम सूरत के नहीं ,
दिल के परवाने हैं।
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सांवली सूरत है तेरी ,
फिर भी सच्ची मुहब्बत है तेरी ।
……..
ऐ सांवली सूरत वाली ,
मेरे दिल की कमजोरी है तू ।
मेरे लिए सबसे जरूरी है तू ।
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दिल को बहुत भागई रे तू ,
एक मुस्कान क्या दी हमने ,
खुद को लुटा गई रे तू ।

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सांवली सलोनी दिल
की रानी है तू ।
कैसे तोड़ दूं रिश्ता तुझ से ,
मेरे दिल की कहानी है तू ।
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सांवली सूरत
पर मर मिट गए दिवाने क्यों ,
अगर इतनी ही बुरी है तू ,
फिर लिखे अफसाने क्यों ।
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खुदा की खूबसूरत कारीगरी है तू ,
सांवले रंग की होकर भी ,
मेरे दिल की दादागिरी है तू ।
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सांवले रंग से दिल हम लगा बैठे ,
मन ही मन उसे अपना बना बैठे ।
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सांवले रंग तेरा कमाल का है ,
ना किसी से धोखा ,
ना किसी से वैर ,
सारा नजारा ,
तेरे होंठे के रंग लाल का है।
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कभी कभी बेरूत मे भी
बादल बरस जाया करते हैं ,
खूबसूरत तो सांवले रंग के लोग भी होते हैं ,
तभी तो उनसे मिलने को ,
हर कोई तरस जाया करते हैं।

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काला तेरा रंग है ,
दिल मे तेरे उमंग है ,
यार तेरा बहुत दबंग है।
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जमाना बेरहम होता है ,
सांवले रंग वाली ,
तू किसी और की ना हो जाना ,
दिल मे इक वहम होता है।
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रंग तेरा सांवला है ,
तुझ से मिलने को ,
यह दिल उतावला है।
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तुझे चाहने वाला भी खुशनसीब होगा ,
जो तेरे सांवले रंग को चाहेगा ,
वो तेरे दिल के करीब होगा ।
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वह सांवले रंग वाली ,
कभी कभी सपनों मे आया करती है ,
मुस्कान देकर हमें सताया करती है।
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अपने दिल की बात ,
हमें बताया कर ,
सांवला रंग है तो क्या हुआ ,
अच्छे दिल वालों को अपना बनाया कर ।

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सांवले रंग के बादल भी हैं ,
सांवले रंग के भगवान भी हैं ,
सांवले रंग के लिए ,
इस दिल के अरमान भी हैं।
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नसीबों से मिलती है प्यार मे वफा ,
फिर वह चाहे सांवली भी हो ,
दिल को कभी नहीं करती खफा ।
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दोस्ती अपनी अमर रहेगी ,
दुनिया सारी सांवले रंग
की कहानी कहेगी ।
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सच्चा प्यार खरीदा नहीं जा सकता ,
फिर भले ही वो सांवला हो या गौरा ।
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दिल मिलेगा ,
तो दिलदार भी मिलेगा ,
अगर सांवला रंग मिलेगा ,
तो खूब प्यार भी मिलेगा ।
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चेहरे से वो गौरे हैं ,
मगर वफा मे थोड़े ,
चेहरा मेरे यार का ,
भले ही सांवला है ,
मगर दिल के तार ,
मजबूती से जोड़े हैं।
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अक्सर गौरे लोगों ने
वफा तोड़ी है ,
सांवले लोगों ने तो ,
दुनिया से दुनिया जोड़ी है।
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तेरे सांवले रंग ने ,
दिल मे बवाल किया ,
जब तूने आंखों ही
आंखों मे सवाल किया ।
…………
“दामन से उलझी है सांवली सी एक छवि,
दिल को चुरा ले जाए वो मासूम सी अदा।”
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चेहरे से सांवले रंग की ,
और दिल से बड़ी हसीन है तू ,
मगर प्यार मे बड़ी नमकीन है तू ।
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अंधेरे मे भी एक सवेरा चाहिए ,
जिदंगी मे साथ तेरा चाहिए ।
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रात की रानी है तू ,
भले ही हर किसी के लिए बेगानी है तू ,
मगर मेरे दिल के लिए आज भी ,
अफसानी है तू ।
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सांवले रंग मे छुपा एक राज था ,
तभी तो अपना दिल ,
तेरे लिए बहुत बेताब था ।
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हम चेहरा नहीं देखते जनाब ,
हम बस वफाओं से इश्क करते हैं।
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दिल से दिल मिलाया कर ,
सांवले रंग मे डूबोकर ,
हमें तू खूब चहायाकर ।
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ना सितम करेंगे ,
ना तुझ पर जुज्म करेंगे ,
हम दिल से मानेंगे ,
आप जो हुक्म करेंगे ।
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दिल से तू बहुत हसीन है ,
मौसम तेरा रंगीन है ,
कुछ भी कहो ,
सांवला रंग तेरा बड़ा नमकीन है।
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सांवले रंग से प्यार हम कर बैठे ,
वह आई ही नहीं ,
और झूंठा इंतजार हम कर बैठे ।
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खुशनुमा था दिल का माहौल ,
उस सांवली सूरत ने एक मुस्कान क्या दी ,
हो गया जिदंगी मे यह सारा झोल ।
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यह जिदंगी आग का दरिया है ,
डूब के जाना है ,
सूरत से दिल ना लगाना कभी ,
वरना सूख के जाना है।
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मदमस्त जिसकी चाल हो ,
दिल मे जिसके बवाल हो ,
उसकी सांवली सूरत को
देखकर हर कोई बेहाल हो ।
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तेरे प्यार का एहसास भी है ,
तू मेरे लिए बहुत खास भी है ,
करले ऐ दोस्ती हम से सांवली सूरत वाली ,
दिल तेरे लिए थोड़ा बदमाश भी है।
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आजकल बिन बादल
बारिश हो जाया करती है ,
जब वह मुस्कुराते हुए ,
गली से जाया करती है।
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तेरे काले काले होंठों को
चूमने का जी चाहता है ,
तेरी दुनिया मे घुसकर ,
घूमने को जी चाहता है।
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थोड़ा तुझे सताएंगे ,
थोड़ा तुझे चाहेंगे ,
ओ सांवले रंग वाली ,
एक दिन बारात लेकर ,
तेरे घर जरूर आएंगे ।
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अगर तू आए ,
तो दिल का मौसम बन जाए ,
यह सांवली सूरत भी
एक रौनक बन जाए ।
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तेरी सांवली सूरत ,
हमारे लिए बहुत खास है ,
तेरे प्यार का हमें बहुत एहसास है।
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काली है तू कोयल सी ,
मगर फिर भी ,
जिदंगी है तेरी रोयल सी ।
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बोली तेरी दिल को छू जाती है ,
जब तू काले रंग के साथ
निकलती है पास से ,
कसम से जिदंगी रूक जाती है।
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ना समय है कभी तेरे आने का ,
और हमें बोलती है ,
डर है जमाने का ।
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तेरे सांवले रंग ने हमें खूब सताया है ,
कसम से दिल बस आप से लगाया है।
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ना कभी चेहरा देखा तेरा ,
ना कभी बहका मन मेरा ,
फिर भी दिल मे डेरा तेरा ।
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वो खामोसी से इजहार करती है ,
वो सांवली जरूर है ,
मगर मन ही मन हमसे प्यार करती है।
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ना जुल्म सहेंगे ,
ना सितम सहेंगे ,
हम तो उस सांवली सूरत
के दिल मे रहेंगे ।
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पानी यूं बेकार बहाया ना कर ,
जिदंगी मे आग लगाया ना कर ,
सांवली है तू ,
हर किसी की नजरों से ,
खुद को बचाया ना कर ।
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यह दिल रंग नहीं देखता ,
यह दिल जिस पर आ जाए ,
फिर उसका ढंग नहीं देखता ।
………
तेरी एक मुस्कान दिल को ,
खामोश कर देती है ,
सांवली होकर भी तू खूबसूरत
इतनी ,
की हमको एक नजर तेरी बेहोश कर देती है।
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ना सूखे जंगल मे
आग लगाया कर ,
अपने भी पराये हो जाएं ,
इतना भी ना किसी चहाया कर ।
……..
सब कुछ तेरी आंखों का कमाल था ,
यह सांवला रंग नहीं ,
मेरे जी का जंजाल था ।
…….
हम खुद को सरकार समझ बैठे ,
काली नैनों वाली ने एक मुस्कान क्या दी ,
हम उसको प्यार समझ बैठे ।
……
काले रंग पर काला सूट कढ़ाई का
प्यार हम तुझ से कर नहीं सकते ,
जानम डर लगता है बेवफाई का ।
……
तुम्हारे रंग में छुपा है चाँदनी का नूर,
काली परी, तुम हो मेरे दिल की ज़ंजीर।
……..
काला कृष्ण था और गौरी राधा ,
तेरे बिना ओ काली कमली
मैं हूं आधा ।
……..
चमक रहा है यह तेरा काला नूर ।
मदहोश कर रहा है हमको ,
अब नहीं रह सकते तुझ से दूर ।
…….
जरूरत है मुझे तेरे जैसे यार की ,
काली तू जरूर है ,
मगर कद्र करते हैं तेरे प्यार की ।
……..
यह काली रात और काला चेहरा ,
चैन सकून ले उड़ा मेरा ।
……..
काली कली बस गई दिल की हस्ती मे ,
रहेंगे एक दिन ,
जंहा हम और तुम हो ऐसी बस्ती में ।
………
चांद भी तुम से शरमा जाए ,
देख कर दिल मेरा घबरा जाए ,
प्यार तेरे काले चेहरे से नहीं
तेरे दिल से करते है।
कहने को मन शरमा जाए ।
………
काले गुलाबों वाली ,
मस्त ख्वाबों वाली ,
क्या मुस्कुरा रही है ,
रंगीन मिजाजों वाली ।
………..
काली कली कचनार सी ,
दिल ले गई हमारा ,
मीठी बहार सी ।
………
काले बादलों में छुपा है बिजली का दीप,
वैसे ही तुम्हारी आँखों में छुपा है प्यार का रीत।
…….
यह जो काले काले बादल हैं ,
कसम से तेरे प्यार मे पागल हैं।
……….
काले बादल काली घटाएं ,
खूब सकून देती हैं
यह तेरी राहें ।
…………
नाज है खुदा को तेरे रंग पे ,
दुनिया मरती है तभी तो
तेरे जीने के ढंग पे ।
………
तू अगर चूम ले ,
तो पानी भी शराब हो जाए ,
ऐ काली आंखों वाली ,
तू अगर देखले किसी को एक नजर ,
तो वह जिदंगी मे बेताब हो जाए ।
………
वो सांवली ख्वाब है मेरे दिल का ,
उसे पाना खिताब है मेरे दिल का ।
……..
तेरी सांवलियत में जैसे कोई रात छुपी है,
तेरी मुहब्बत मे जैसे कोई बात छुपी है।
………
जिदंगी बदल सकती है कागज के नोटों से ,
जी करता है पी लूँ मैं तुझे ही एक बार होंठों से,
………..
तेरी चॉकलेटी सी खुमारी, मेरी बेचैनी,
दोनों मिलकर बन गए हैं मेरी ज़िंदगी की वाइन।
दिल तो बहुत लगाया तुझ से ,
मगर तू निकली डायन ।
………
यह काली घटा तुझ पे कुर्बान है ,
खुदा तुझ पर मेहरबान है ,
मगर फिर भी दिल तेरा विरान है।
………..
जी भरकर पी लादे आज
अपने हाथों से ,
क्या पता काली होकर भी
कल को खेल जाए हमारे जज्बातों से ।
……….
काली घटा असमान पर है ,
जवानी तेरी उफान पर ,
अकेले ना समझना कभी अपने आपको ,
तेरा आशिक तेरे साथ हर मुकाम पर है।
