भ्रष्टाचार पर शायरी bhrashtachar par shayari इस देश को भ्रष्टाचार दीमग की तरह चाट रहा है। और हम आपको यहां पर कुछ बेस्ट भ्रष्टाचार पर शायरी के बारे मे बता रहे हैं। और उम्मीद करते हैं कि आपको यह शायरी जरूर ही पसंद आएगी । भ्रष्टाचार पर शायरी मे हम आपको इस सिस्टम की हकीकत को दिखाने का प्रयास कर रहे हैं।
भ्रष्टाचार दीमग की तरह
इस देश को चाट रहा ,
एक सरकारी बाबू भी ,
पैसों के बिस्तर पर नाच रहा ।
……..
हर किसी को उपर की
कमाई चाहिए ,
भ्रष्टाचार मे लिप्त
दामाद सरकारी चाहिए ।

……..
नेता भी भ्रष्ट ,
डॉक्टर भी भ्रष्ट ,
सरकार जनता को
लुटने का उठा रही कष्ट ।
……..
दो मिनट मे भ्रष्ट
लोगों की जमानत हो जाती है ,
यही है मेरे देश का कानून ,
यहां मुश्किल बेटियों की
अमानत हो जाती है।

……
नेता खुद भ्रष्टाचारी हैं ,
नेता खुद बेलगाम धारी हैं ,
वो देश को क्या बदलेंगे
जो खुद एक बीमारी हैं।
……
रोड़ पर करते हैं
नंगा नाच ,
वो क्या सुधारेंगे
भ्रष्ट देश को
जो खुद हैं लाइलाज ।
…….
पटवारी को भी रिश्वत चाहिए ,
हर सरकारी बीमारी को भी
रिश्वत चाहिए ,
काम वाम इनको करना नहीं
बस खिदमत चाहिए ।

……
हर भ्रष्टाचारी को फांसी दो ,
हमें इस भ्रष्टाचार से आजादी दो ।
……..
नेता खुद नंगे होकर घूम रहे ,
रिश्त से मिले नोटों को
बार बार चूम रहे ।
…….
कोई जुमला बाज है ,
तो कोई लाइलाज है ,
भ्रष्टाचार तो हर
सरकारी की खाज है।

……..
भ्रष्टाचार हम मिटादेंगे ,
यह वादा हर नेता करता है ,
मगर मिटाना तो दूर ,
खुद जनता को लुटने लग जाता है।
…….
अस्पताल मे डॉक्टर को पैसा दो ,
पुलिस स्टेशन मे पुलिस को ,
अदालत मे वकील को ,
अगर नहीं दिया
तो घूमते फिर लेकर अपनी दलील को ।

……..
बिजली का कनेक्शन करवाना है ,
तो पैसा लुटाना होगा ,
कोई सुनेगा नहीं गरीब की ,
ज्यादा उछलोगे ,
तो बाहर आपका ठिकाना होगा ।
…….
विदेशो मे अपना धन छुपाते हैं ,
गरीबों को और गरीब बनाते हैं ,
ऐसे हैं हमारे देश के भ्रष्ट नेता
जो हर किसी को लुट लेते हैं।

……..
फांसी होनी चाहिए इन
रिश्वतखोरों को ,
नौकरी से निकाल कर
मौका मिलना चाहिए औरों को ।
…….
भ्रष्टाचार मिटाने का
वादा हर सरकार करती है ,
मगर अंत मे होता कुछ नहीं
बस खुद घोटाले करने को
मरती है।
……..
अपने वतन को बचाओ यारो ,
रिश्वतखोरों को मार भगाओ यारो ।

…….
जो खाता है नेकी की कमाई ,
कौन है भला ऐसा रघुराई ।
…….
गरीबों को लुट लुटकर
कोठियां खड़ी करते रहे ,
ईमानदारी का ढोंग करके ,
नोटों की बोरियां भरते रहे ।
……
भ्रष्ट देश
भ्रष्ट सरकार ,
भ्रष्ट अधिकारी ,
इस देश के लिए हैं
एक बीमारी ।

……..
दो दिन की जेल है
तीसरे दिन जमानत ,
यही है भ्रष्टाचार की
सजा इस देश मे ।
…….
ना किसी को कानून का डर ,
ना किसी को पुलिस का ,
उपर की कमाई करली
तो असर नहीं होगा किसी विष का ।

……..
संसद अपंग हो चुकी है ,
वह तो बेदम हो चुकी है ,
है वह बस नाम की ,
यह तो अपराधियों के संग
हो चुकी है।
……..
भ्रष्ट देश का
राजा कहलाता हूं मैं ,
खूब भ्रष्टाचार करता हूं ,
और सबके सामने दादा कहलाता हूं मैं ।

…….
ना यह भ्रष्टाचार रूकेगा ,
ना भारत किसी के सामने झुकेगा ।
…….
दूसरों को सदाचार का उपदेश देते हैं ,
खुद तो केस लेते हैं।
……..
कोई नेता के वेश मे ,
कोई अभिनेता के वेश मे ,
हर जगह छुपे हैं भ्रष्टाचारी
इस देश मे ।
……..
भ्रष्टाचारियों ने इस
सिस्टम को चबा डाला ,
करोड़ों का काला धन
सफेद करके खपा डाला ।
……
कुछ नेता भ्रष्टाचार मे
बाजिगर हैं ,
कभी टू जी कभी 3जी
इनके बड़े कारिगर हैं।
……..
न्याय भी बिकती है बाजारों मे ,
नहीं तो सर होता भ्रष्ट कुत्तों का
दीवारों में ।
……
कहीं पर नोट आग मे जल जाते हैं ,
तो कहीं पर दो वक्त की रोटी
कमाते कमाते प्राण निकल जाते हैं।
…….
कुछ नेवले हैं तो
कुछ विषधारी सांप हैं ,
भ्रष्ट कुत्ते इस देश
के लिए अभिशाप हैं।
…….
प्यार क्यूं ना करू
dictatorship से ,
अगर कोई भ्रष्ट होता है ,
तो सीधा उपर जाता है ,
अपने नसीब से ।
…….
लोकतंत्र की हत्या करो ,
जंहा नहीं है लोकतंत्र ,
वहां भ्रष्ट रहते हैं
अंदर ।
…….
दीमग की तरह
खोखला कर दिया
इस देश को ,
कोई नहीं मिटा सकता है
अपने क्लेश को
……..
सोने के महलों मे रहते हैं ,
करोड़ों फीस न्याय के लिए
चुकाते हैं ,
यही है लोकतंत्र जंहा
भ्रष्टाचारी आकर मस्त
हो जाते हैं।
…….
अगर घर भरना हो ,
तो रिश्वत लिया करो ,
उपर से नीचे तक
सबके आगे पीछे किया करो ।
……….
जंहा होता है लोकतंत्र
वहां भ्रष्ट लोगों के दंगे होते हैं ,
मगर जंहा होता है dictatorship
वहां भ्रष्टाचारी भीखमंगे होते हैं।
…….
कुत्ते के मुंह अगर एक बार
खून लग जाए ,
तो उसकी आदत सी हो जाती है।
…….
किसान यूं ही मर रहे ,
भ्रष्टाचारी विदेशों मे
पैसे जमा कर रहे ।
……….
यह लोकतंत्र
अंग्रेजों की कुप्रथा है ,
भ्रष्ट रहते हैं आराम से ,
ना कोई इसमे डरता है।
……
सीने मे दर्द लिए
बैंक के चक्कर लगा रहे उम्रदराज ,
मगर मैनेजर उनको डांट रहा ,
अब बताओ कहां से आया
यह अंदाज ।
…….
अपने तो इतिहास मे
यह लोकतंत्र था नहीं ,
अंग्रेजों की बीमारी को
हम भुगत रहे ।
…….
कोई पूछने वाला नहीं है ईमानदारी को ,
कोई मिटा नहीं पाया आज तक
भ्रष्टाचार जैसी बीमारी को ।
……..
जिसका कोई ईमान नहीं ,
वह असली मुस्लमान नहीं ,
क्यों लेते हो रिश्वत
यह खुदा का कोई पैगाम नहीं ।
………
रिश्वत के पैसों से कार आई ,
रिश्वत के पैसों से कोठी बनाई ,
मगर अंत समय मे इनमे से
कोई ना काम आई
।……..
जो जितना ज्ञानी है ,
वो उतना ही बड़ा हरामी है ,
भ्रष्टाचार करके करते हैं
कुछ लोग खुद की बदनामी ।
…….
चेहरे पर मुकुटा समाज सेवी का ,
आंगन मे मंदिर देवी का ,
मगर काम तो देखो बेहवी का ।
…..
देश को खत्म कर रहा है
करेप्सन ,
किया रहता है हर जगह
पर मेंशन ।
……
भ्रष्ट आचरण करने वाले ,
खुदा से न डरने वाले ,
कीड़े पड़कर मरेंगे
यह कभी न सुधरने वाले ।
…….
बेईमानी का समंदर बह रहा ,
डूबकी लगाने को हर कोई कह रहा ,
बेचारा गरीब सब सह रहा ।
……
भ्रष्टाचार इस देश मे
बेलगाम होता जा रहा ,
हर नेता और सरकारी
अधिकारी अपना ईमान
खोता जा रहा ।
……
इस देश को लुटा भ्रष्ट लोगों ने ,
और गरीबों को सताया इन
मनोरोगों ने ।
……
गरीबों का तो ईमान होता है ,
मगर अमीरों मे हर कोई
बेईमान होता है।
……
यह पैसे की भूख
और उपर की कमाई करने की इच्छा
कभी मिटती नहीं
……
भ्रष्टाचार एक बेलगाम घोड़ा है ,
देश को बरबाद करता है ,
भले ही यह थोड़ा है।
…….
दुआ प्रार्थना सब बेकार हो जाती है ,
अगर जिदंगी भ्रष्टाचार से सारोबार हो जाती है।
…….
काम वही करते हैं
जिससे उपर की कमाई हो ,
सुनते उसी की हैं ,
जिनसे कुछ उम्मीद आई हो ।
……
बूढ़े हो गए दफतरो के चक्कर लगाते लगाते ,
हर कोई भ्रष्टाचारी है ,
सरकार बदल जाती है कानून बनाते बनाते ।
…….
भ्रष्टाचारी तो मौज करते हैं ,
यह रिश्वत का खेल रोज करते हैं।
……..
चाहे कब्र मे दफन हो जाएं ,
मगर उपर का पैसा नहीं छोड़ेंगे ।
……..
पुलिस छोड़ रही
पैसा लेकर अपराधियों को ,
कैसे मिटाया जाए आखिर
इन व्याधियों को ।
…….
भ्रष्टाचार को रोकने का
आज तक कोई कानून नहीं बन पाया ,
कानून बन भी गया तो
कोर्ट देश चलाने को आया ।
……..
मोटे हो गए सता का सुख
भोग भोग कर ,
मकान सारे भर लिये
धन रोक रोक कर ।
…….
भ्रष्टाचार ने सब बरबाद किया ,
खून चूस रहे हैं तब से जोंक
जब से वीरों ने देश आजाद किया ।
……..
भ्रष्टाचार मिटाने के वादे
तो हर सरकार करती है ,
मगर सता मे आने के बाद ,
यही वार पर वार करती है।
……
थूकने पर टेक्स ,
मूतने पर टेक्स ,
मगर भ्रष्टाचारी को
आज भी बना रखा है अध्यक्ष
……
कहने को तो सब ठीक है ,
मगर भ्रष्ट लोगों के लिए ।
……
सोने का सिंहासन हो ,
सोने की थाली ,
भ्रष्टाचारियों की दुनिया
होती है इसी तरह निराली ।
…….
मंद मंद धन को बटोर रहे ,
यह भ्रष्टाचारी ही हैं ,
जो हर किसी को टोर रहे ।
…….
बिना पैसे के यहां पर
कोई काम नहीं होता ,
अगर नहीं है पैसा पास ,
तो जीवन आसान नहीं होता ।
……
कुछ नेता कहते हैं
फ्री की रेवड़ी से सरकार
को घाटा होता है ,
मगर उनका क्या ,
जो देश को दिमग की
तरह चाट रहे ।
……
इस देश मे कानून के
उपर कानून है ,
मगर हर भ्रष्ट इंसान
मासूम है।
……..
लुटैरों का मानवाधिकार होता है ,
आतंकवादियों का मानवाधिकार होता है।
मगर जो इनके हाथों मर जाए ,
वह बस लाचार होता ।
……
भ्रष्ट देश का भ्रष्ट राजा ,
यह तो कुछ करेगा नहीं ,
आओ मिलकर अबकि बार
बजा दे बाजा ।
…….
गरीब को दो वक्त
की रोटी नसीब नहीं होती ,
और अपने राजा की
तो हर वक्त लजीज होती है।
…….
भ्रष्टाचार मुक्त भारत हमारा हो ,
बस यही खुदा से आसरा हो ।
…….
भ्रष्टाचारी मस्त जीते हैं ,
और गरीब दर्द मे दुखी
होकर खूब पीते हैं।
……
भ्रष्ट तंत्र है
भ्रष्ट मंत्र है ,
सब जानते हैं
मगर हकीकत अंदर है।
……
खूब करेंगे भ्रष्टाचार
पकड़े गए तो बतादेंगे
सिस्टम लाचार ।
……
गरीब के पास एक पैसा
जीने के लिए नहीं है ,
मगर भ्रष्टाचारियों के
पास महंगी महंगी दारू
पीने के लिए है।
…….
आसमान का साथ
कभी जमीन नहीं देती ,
जिसका जमीर ही मर गया हो ,
उसे जिदंगी हंसने नहीं देती ।
…….
एक एक पैसा जोड़कर घर बनाया ,
कुछ अफसरों ने आकर
बुलडोजर चलाया ।
…….
टूटते नहीं अफसरों के घर कभी ,
मगर उठता नहीं उंचा गरीबों का
सर कभी ।
…….
नौकरियां अब बची नहीं ,
धनकुबरों ने लुट लिया सब कुछ ,
गरीबों की सफलता किसी को पची नहीं ।
………
पैसा दो और नौकरी लो ,
नौकरी है तो फिर
छोकरी लो ।
……..
गरीबी की मार पड़ी ,
भ्रष्टाचार की दीवार खड़ी ,
कैसे तरक्की होगी इस देश
हर जिदंगी लाचार खड़ी ।
……..
मौत का किसी को डर नहीं ,
सब उपर की कमाई मे मस्त हैं ,
अब आसान यह जिदंगी की डगर नहीं ।
………
कुछ लोग हवा मे पैसा उछाल रहे ,
कुछ लोग बस दो वक्त का खाना
उबाल रहे ।
…….
यहां पर हर तीसरा भ्रष्ट है ,
कैसे बनेगा मेरा भारत महान ,
अब बस इसका सर बचा है ,
धड़ मे नहीं बची है जान ।
……..
यह लोग अपनी मां की
भी सेवा नहीं करसके
वो देश की सेवा क्या करेंगे ।
……….
ट्रेन की टिकटों मे है
भष्टाचार की बू,
पुलिस स्टेशनों मे है
गरीबों की रूह ।
……
जीते जी को मार
देते हैं यह लोग
40 साल जेल मे
रखने के बाद बोलते हैं
यह निर्दोष था ।
तो फिर अब तक
इस सिस्टम का
कहां होश था ।
…….
तुम जितने खामोश
रहोगे लोग उतने ही
सर पर चढ़ जाएंगे ,
मगर जो रिश्वत लेना
शूरू कर देगा ,वो
आगे बढ़ जाओगे ।
……..
गरीबी का रोना
रोते रोते ,
श्मशान तक आ गए
यारो सब कुछ खोते खोते ।
………
सात समंदर पार भी
भ्रष्टाचारी मिलेंगे ,
चले जाओ देश के किसी
भी कोने मे , यह
रंगदारी मिलेंगे ।
…….
बिना पैसा तुम्हारा
कोई काम नहीं करेंगे ,
अगर नहीं मिला इनको पैसा ,
तो यह मरते दम तक
आराम नहीं करेंगे ।
……
कुछ कुर्सी से चिपके
चिपके मर गए ,
कुछ कुर्सी पाने के लिए
खुद को बदनाम कर गए ।
……..
कब्र श्मशान मे खुदी है ,
फिर भी रिश्वत मांगते
हैं साले ,
देखो इनकी वजह से
हर जिदंगी दुखी है।
…….
एक दिन हर
किसी को मर जाना है ,
भ्रष्टाचारी हो या कोई
और शरीर को नष्ट
हो जाना है।
…….
पैसा हो तो ईमान का हो ,
भ्रष्टाचार हो तो बेईमान का हो ।
……..
जिसको प्यार है पैसों से ,
वो ईमानदार कैसे हो सकता है।
…….
लूट मचाती सरकारें ,
भ्रष्ट लोगों को बचाती सरकारें ,
देखो देश के नजारें ।
……
न्याय पड़ा पड़ा
सड़ रहा है ,
गरीब इंसान बैमोत
मर रहा है।
…….
ट्रेन पर 100 बेस्ट शायरी सिर्फ आपके लिए सफर को मजेदार बनाएंगी ।
