चुड़ैल शायरी chudail shayari दोस्तों यहां पर हम आपको चुड़ैल पर कुछ खास शायरी दे रहे हैं। यह शायरी आपको जरूर ही पसंद आने वाली है। चुड़ैल एक प्रकार की महिला भूत होती है , जोकि विरान खंडरों के अंदर रहना पसंद करती है। चुड़ैल पर शायरी की यदि आप तलास कर रहे हैं। तो यह आपके लिए कुछ खास शायरी हैं।
जिदंगी चुड़ैल जैसी हो गई ,
ना जीना आता है ना मरना ,
ना हार सकते ना जीत ,
यह इस तरह के खेल
जैसी हो गई ।
…….
मरने के बाद कुछ भूत बनते हैं ,
कुछ प्रेत बनते हैं ,
कुछ चुडैल बनकर ,
सबके लिए खेद बनते हैं।

………
चेहरे से बड़ी डरावनी हूं ,
दिल से मनभावनी हूं ,
वैसे तो चुड़ैल हूं ,
मगर दिल की लुभावनी हूं ।
……..
यूं तो खंडरों मे वास है मेरा ,
हर जवान लड़का
प्यार का एहसास है मेरा ।

…….
कभी मैं भी प्यार किया करती थी ,
उसका नाम लेकर जीया करती थी ,
कभी चुड़ैल बनकर
खुद के कर्मों का पश्चाताप
किया करती थी ।
…….
अधूरा इच्छा ने
तेरे प्यार की भिक्षा ने ,
चुड़ैल बना दिया साला ,
जिदंगी भर की शिक्षा ने ।

……..
उसकी हंसी में जादू है,
उसकी बातों में फंदा है।
चुड़ैल नहीं वो तो दिलरुबा है,
उसके संग है मेरे दिल का धंधा ।
…….
मौत उसका एक रहस्य बन गई ,
आज चुड़ैल है वह ,
एक अनजाना भहस्य बन गई ।
……
इस जमाने ने मुझे खूब सताया ,
प्यार का नाम लेकर बरगलाया ,
एक चुड़ैल को भी लोगों ने
देखो कितना सताया ।

………
इंसानों पर भरोशा चुड़ैल भी नहीं करती ,
अगर इतना ही दम था उसमे ,
तो वह चुड़ैल भी नहीं बनती ।
…….
जंगल में जब चाँदनी छाये,
चुड़ैल वहां नाचे गाये।
डर किसे है मौत से प्यारे,
जब उसकी खूबसूरती ,
दिल मे उतर जाए ।

…..
वह खूबसूरत कली भी
बन सकती है ,
वह चुड़ैल है ,
डर की खली भी बन
सकती है।
…….
बासी मेरी मुस्कान ,
जिदंगी मेरी हो गई कुर्बान ,
मैं चुड़ैल हूं फिर भी
लगती हसीन जवान ।
……..
काची कली कचनार की ,
लत नहीं लगी उसे प्यार की ,
वरना वह खतरनाक चुड़ैल
भी नहीं रहती इस संसार की ।

……
तेरी खुबसूरती के लिए
मरने को तैयार हैं ,
तू चुड़ैल है तो क्या हुआ ,
हम तो तेरे लिए आज
भी बेकरार हैं।
…….
शादी के लिए लड़कियां मिलती नहीं ,
और चुड़ैलें एक बार आ जाएं ,
तो पीछा छोड़ती नहीं ।
…….
जवानी मे कई यार थे मेरे ,
मरने के बाद चुड़ैल बन गई ,
क्योंकि कई दिलदार थे मेरे ।

……
दुनिया खूबसूरती पर मरती है ,
फिर आप चुड़ैल हो या ,
या रखैल ।
………
खंडरो मे रहती है एक चुड़ैल ,
दिन मे जाना अगर गए रात को
तो कर देगी खेल ।
……
कभी कभी खूबसूरत कली
बनकर मिलने को आती है ,
चुड़ैल है वह ,
यह किसी को नहीं बताती है।

……
कभी सभी मुझ से प्यार करते थे ,
मेरे लिए इंतजार करते थे ,
आज चुड़ैल नाम से ही डर जाते हैं।
…….
जवानी मे अनारकली जैसी थी ,
गुड़ के ढली जैसी थी ,
बनी जब मरकर चुड़ैल ,
तो ग्वार की फली जैसी थी ।
…….
गर्लफ्रेर्ड अगर चुड़ैल भी हो
तो चलेगी ,
मगर बेवफा नहीं होनी चाहिए ।
……….
तेरे हर सितम हम सहेंगे ,
फिर भी आईलवयू कहेंगे ,
भले ही तू चुड़ैल है ,
मगर तेरे दिल मे रहेंगे ।

…….
तू रात की चुड़ैल है
मैं दिन का राजा ,
एक बार हमारा संग
करले बजा देंगे तेरा बाजा ।
……..
तू काली चुड़ैल है ,
मैं मस्त मौला ,
पानी डाल दे अपने काले रंग का
जिदंगी बनी है आग का गोला ।
……
चुड़ैलो की रानी तू है
मैं तेरे दिल का राजा ,
प्यार करता हूं तुझ से
खूब, नहीं है तुझे अंदाजा ।

……..
मुस्कान तैरी शैतान भरी ,
खून से है तेरी मांग भरी ,
कोई नहीं मिली तो चुड़ैल
से ही दोस्ती करी ।
…….
चुड़ैल प्यार मे कभी
धोखा नहीं देती ,
और अगर करे उसके साथ
कोई धोखा ,
तो फिर दूसरा मौका नहीं देती ।
……..
दिल से चाहेंगे तुझे
मौत की चुड़ैल है तू
मगर दिल से लगाएंगे
तुझे ।

……
चुड़ैल ने पूछा मुझसे – “जादू चलेगा?”
मैं बोला – “नहीं, बिजली का बिल भरना है!”
वो बोली – “अरे यार, इतना भी डरावना मत बना!
……..
उड़ती है वो हवा में अक्सर,
परछाई बन के साथ जाती है,
जो भी पूछे उसका नाम,
हवा उसे भुला जाती है।
……
काली चादर सी ओढ़े हुए,
ख़ामोशी से गुज़र जाती है,
जो चल दे उसके पीछे ,
उसकी जिदंगी समर जाती है।
…….
उसकी आँखों में जादू नहीं,
खालीपन का साया है,
जो भी देख ले उसकी नज़र
वो जरूर ही खौफ खाया है।
…….
रात की चुप्पी में वो आती है,
ख़ुश्क डालियाँ सरसराती है,
मुस्कुराए तो लगे जैसे
चाँद पे स्याही फैलाती है…
……
चांदनी रात मे अक्सर एक चुड़ैल
नजर आती है ,
पास अगर जाए उसके कोई ,
तो हम सफर नजर आती है।
……..
चुड़ैलों की गलियों मे
पीकर पड़े रहते हैं हम ,
मिली नहीं कोई हमें ,
तो उसके इंतजार मे ही खड़े रहते हैं हम ।
……..
चुड़ैल बोली मेरे करीब मत आना ,
तुझे मार डालूंगी ,
हमनें कहा तेरी मुहब्बत मे
यह सब भी मंजूर है ।
…….
हो गई जब शराब ज्यादा ,
कहीं विरान खंडरों मे
वह नजर आई ,
फिर दिल को सकून मिला
कहीं तो उसकी कोई खबर आई ।
……..
ना चुड़ैल हो
ना कोई खेल हो ,
किस काम की ऐसी जिदंगी
जो सिर्फ जेल हो ।
…….
जब चुड़ैल से आंखे चार हुई ,
जिगरी यारी सब छूटी ,
जिदंगी ऐसी बीमार हुई ।
…..
चुड़ैल से जब हुई आँखें चार,
दिल ने कहा – “भागो यहाँ से!”
पर जिस्म ने पूछा – “क्यों भागें?
इतनी ख़ूबसूरत मौत भी कहाँ मिलेगी…”
………
उसकी पलकों पे जादू लिखा,
नज़रों में कोई राज़ था,
हम तो डर के भी देखते रहे,
शायद वो भी किसी प्यार भर अंदाज था ।
…….
आँखें मिलीं तो लगा जैसे,
रूह ने कसम खा ली,
अब चाहे वो जिंदगी ले ले,
पर नज़रें न हटा ली.
…….
वो चुड़ैल भी काफी मजेदार थी ,
काली कजरारी आंखे ,
और मुहब्बत मे बेदागदार थी ।
…….
चुड़ैल जब दिल की मरीज
हो जाती है ,
तो मुहब्बत मांगने के लिए
बतमीज हो जाती है।
…….
कोई चुड़ैल से सगाई करता नहीं ,
वो तो ब्याह करने को तैयार है ,
मगर उस पर कोई मरता नहीं ।
…….
उसकी हँसी में जादू नहीं, खुराफात थी,
चेहरे पे नूर नहीं, स्याह रात थी।
दिल भी काला, जिस्म भी काला,
मगर फिर भी उसकी खूबसूरती
मे करामात थी ।
……..
न थी वो परियों जैसी, न थी फरिश्तों सी,
बदसूरत थी मगर, उसकी बुराइयाँ भी अदा थीं।
देखा जब आंखों मे तो प्यार की सदा थी ।
…….
बड़े बड़े बाल उसके ,
अंदर धसे गाल उसके ,
नाम उसका चुड़ैल ,
आस पास आज भी
मशहूर थे बवाल उसके ।
……
तू चुड़ैल बना जाए ,
चाहे खेल बन जाए ,
प्यार तुझ से करेंगे ,
चाहे तू व्हेल बन जाए ।
……..
चुड़ैलों का वास
श्मशान मे होता है ,
एक डरावना चेहरा
अक्सर विरान मे होता है।
……
जवानी तेरी लुट लेंगे ,
एक बार मुस्कुराएगी तो
बड़े बड़े आशिक फूट लेंगे ।
……..
दिल मे बहता तेरे प्यार का दरिया ,
मुस्कान तेरी जहरीली ,
चुड़ैल है तू कैसी रहेगी ,
हमारे लिए यह है
हमारा नजरिया ।
……
जिसकी पत्नी हो चुड़ैल
उसे किस बात का डर ,
एक बार आंख उठाकर
कोई उसको देख ले
तो फिर नहीं मिलती खबर ।
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एतबार चुड़ैलों पर हम करते नहीं ,
फिर भी चुड़ैलों संग दोस्ती है ,
किसी के बाप से हम डरते नहीं ।
……..
उसके बाल उलझे, आँखें गड्ढों में धँसी,
होठ सूखे, मानो ज़माने से लड़ी।
प्यार मिला नहीं जीवन मे
फिर भी आज प्यार पाने के लिए खड़ी ।
……
चुड़ैल तेरा साथ भी प्यारा है ,
तेरा जज्बात भी प्यारा है ,
करें तो क्या करें ,
तेरा एहसास भी प्यारा है।
…….
उसने कहा था – “मेरा प्यार जहर है, दूर रह,”
फिर भी चाँदनी में वो उसके दर पे आ खड़ा हुआ।
दुनिया ने देखा सुबह एक इंसान खंडरों मे
बेजान पड़ा हुआ ।
…….
उसकी उंगलियों से टपकता था खून,
आंखों मे था एक गहरा जनून ,
चुडैल का साथ प्यारा नहीं किसी को ,
मगर जमाना नहीं जानता उसका वसूल ।
……..
चुड़ैल ने आँखें दिखाईं, आदमी जम गया,
प्यार करने चला था चुड़ैल से ,
आखिरी वक्त मे सांस भी थम गया ।
……
हर वक्त खून पीने की तलब ,
नए नए लौड़ों संग जीने की तलब ,
यह चुड़ैल मे नहीं तो किसमे होंगी ।
………
वह प्यार की भूखी है ,
तू देदे उसे एक बार अपना प्यार यार ,
चुड़ैल है तो क्या हुआ बेचारी दुखी है।
…….
चुड़ैलों से याराना ,
भारी पड़ेगा यह
तुझे शायराना ।
…….
वह चंगली वहशी दरिंदी थी ,
मौत की वह वशींदी थी ,
हम जिसे खूबसूरत समझ रहे थे ,
वह खून की बंदी थी ।
………
कुछ धोखे से कत्ल करती हैं ,
कुछ मौके से कत्ल करती हैं ,
चुड़ैले तो कई हैं ,
मगर कुछ शौक से कत्ल करती हैं।
…….
नए नए मर्द का शौक था उसे ,
एक से भरता नहीं जी ,
चुड़ैलों की तरह ,
इश्क से मदहोश था उसे ।
………
वह कत्ल भी करेगी
और अफशोस भी नहीं ,
आखिर चुड़ैल है वह ,
उसका कोई दोष भी नहीं ।
…….
दशहत का दूसरा नाम चुड़ैल है ,
मौत के संग उसका खेल है ,
यह और कोई नहीं ,
अपनी ही रखैल है।
……..
चुड़ैल कभी खाना खाती नहीं ,
बिना बुलाए यह आती नहीं ,
एक बार बुलालिए तो फिर
यह कभी जाती नहीं ।
……..
तेरी आंखों मे देखकर रूह कांप जाती है ,
डर है हमारे अंदर वह
आसानी से भांप जाती है।
……
जिदंगी भर के लिए साथ तेरा देंगे ,
चुड़ैल अगर हो तो क्या हुआ ,
हर बार एहसास तेरा लेंगे ।
……
सांस से रिश्ता है मेरा ,
आप के संग फरिश्ता है मेरा ,
दिल है उस चुड़ैल पर कुर्बान ,
देखकर दूसरों संग उसको
दिल फिसता है मेरा ।
……..
पीता हूं मैं गम भूलाने के लिए ,
चाहता हूं उस चुड़ैल को ,
अपना बनाने के लिए ।
……..
काली नागिन सी ,
मौत की रागिन सी ,
जिदंगी है उसकी अभागिन सी ।
……..
मौत का डर नहीं है ,
वह चुड़ैल भी मेरी तरह है ,
जिसका कोई घर नहीं है।
……..
चुड़ैल के संग मस्ती मे
खो जाने का मन है ,
सब कुछ छोड़ छाड़कर
उसका हो जाने का मन है।
…..
काली कबूतर सी उड़ रही
है हवा मे ,
प्यार भरी बात है
उसकी जुबा मे ।
……
रिश्ता चुड़ैल संग बनाएंगे ,
एक दिन उसको अपना
बनाकर खूब चाहेंगे ।
……
समंदर अगर साथ दे ,
तो पानी अपना हो सकता है ,
अगर चुड़ैल साथ दे ,
तो हसीन जिदंगानी अपना हो सकता है।
……
चुड़ैल के संग मस्ती का रंग कुछ खास है,
अजनबी हो तो क्या, वो अपने जैसा लगे,
जब वो पास हो,
तो हर पल में मोहब्बत का अहसास है।
……..
घूम रही है चुड़ैल काली रात मे ,
नहीं जाएगी फिर कभी अगर
आ गई एक बार आपके साथ मे ।
……
शैतानों से जो बात करते हैं ,
वो चुड़ैल के संग अक्सर
रंगीन रात करते हैं।
……..
अपना दिल घर है उसका ,
चुड़ैल है तो क्या हुआ ,
अपने पर खूब असर है उसका ।
……….
आंखों के बीच चमकता सितारा ,
लगता है बहुत प्यारा ,
दोस्ती कर चूम ले यह नजारा ।
……..
चुड़ैल सी हो रखी तू ,
ना समय पर नहाती है ,
ना कुछ अच्छा पहनती है ,
किसमे खो रखी तू ।
…….
उस चुड़ैल को सताने मे भी मजा है ,
उसे कुछ बताने मे भी मजा है ,
मगर उससे प्यार करना एक सजा है।
………
मौत का बुलावा अगर आएगा ,
तो मर हम जाएंगे ,
तब तक चुड़ैल के संग
रातें रंगीन कर हम जाएंगे ।
…….
कुछ सफर चुड़ैलों संग होते हैं ,
डरावने कुछ हसीन मस्त मलंग होते हैं।
…….
चुड़ैल तो बना दिया तूने ,
मगर खंडरों मे फिर
क्यों बैठा दिया तूने ।
……..
जिदंगी मे कोई गम न था ,
वह चुड़ैल क्या बनी ,
मौसम भी दर्द देन के
लिए कोई कम न था ।
……
तेरा यह भयानक चेहरा ,
मुझे तो डरा देता है ,
हारता नहीं मैं कभी तुझ से
मगर तेरा प्यार हरा देता है।
……
मत बताना अपने
ठिकानें के बारे मे किसी को ,
वरना लोग मर मिटने को
तैयार हो जाएंगे ।
…..
शेर पर 133 बेस्ट शायरी जो आपके लिए हैं पसंद जरूर आएंगी ।
भ्रष्टाचार पर 150 मस्त तंज कसने वाली शायरी आपको पसंद आएगी।
ट्रेन पर 100 बेस्ट शायरी सिर्फ आपके लिए सफर को मजेदार बनाएंगी ।
