गुलाबी सूट पर 150 बेस्ट और मजेदार शायरी आपके लिए ।

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gulabi suit shayari for girl  gulabi suit shayari in hindi दोस्तों गुलाबी सूट पर शायरी हम आपके लिए लेकर आए हैं। आपको यह जरूर ही पसंद आएगी । आप इनको अपने दोस्तों को शेयर कर सकते हैं। और मजे ले सकते हैं।

गुलाबी सूट में तुम जब आती हो,

ख़ुशबू-सी दिल में बिखर जाती हो।

चाँद भी शरमाए तुम्हें देखकर,

जादू सा हर किसी पर कर जाती हो !

…….

गुलाबी रंग है प्यार की निशानी,

तुम जैसे हो ख़ुदा की कहानी।

सूट में गुलाबी, चेहरे पर मुस्कान,

हर कोई लुटा देगा तुझ पे जवानी।

……..

गुलाबी सूट पहन के तुमने,

सबका दिल लूट लिया है।

अब बताओ ये ज़ुल्म कैसे सहें,

फिर मेरी नजरों ने तुझे लाखों मे ढूंढ लिया ।

सूट गुलाब है ,

होंठों मे शराब है ,

ऐ कमीनी तू बहुत लाजवाब है।

gulabi suit shayari for girl

…..

करिश्मा है कुदरत का ,

पहन के निकली है गुलाबी सूट ,

ख्याल तो रख लेती दिल की जरूरत का ।

…….

तेरे गुलाबी सूट ने दिल को पागल किया ,

फिर प्यार मे पागल समझकर ,

हर किसी ने हमें बेधकल किया ।

……

बेईमानी हम करते नहीं ,

खूबसूरत भी है तू ,

यूं ही हम तेरे गुलाबी सूट पर मरते नहीं ।

gulabi suit shayari in hindi

……..

ना दिल पर कोई जोर था ,

पहनकर गुलाबी सूट ,

वह हमें नहीं दिखा रही थी ।

उसके दिल मे तो कोई और था ।

……

बदनाम तो तेरे इश्क ने हमको किया ,

तेरे गुलाबी सूट ने और ज्यादा

इस काम को किया ।

….

पहनकर गुलाबी सूट ,

जब छत पर वो आती है ,

मां कसम बहुत कयामत ढहाती है।

……

क्या करें इस दिल का ,

देखकर तेरा गुलाबी सूट ,

बैचेन रहता है।

…….

गुलाब सी गुलाबी चाहिए ,

जिदंगी यह शराबी चाहिए ,

प्यार मे खूब बेताबी चाहिए ।

……….

गुलाब सूट तेरा मौसम बना गया ,

जब तू नहीं आई ,

तो सब कुछ दिल मे दबा गया ।

गुलाबी सूट पर शायरी

……..

ना आसमां से शिकायत है ,

ना जमीं से इनायत है ,

यह सूट तेरा गुलाबी ,

इस दिल की तवायत है।

……

तेरे इस गुलाबी सूट ने

दिल का मरीज बना दिया ,

कभी चाहा ही नहीं था किसी को ,

इसने मुझे तेरा दिवाना बना दिया ।

…….

आसमां भी गुलाबी ,

जमीन भी गुलाबी ,

तुझ को छोड़कर ,

सारी दुनिया शराबी ।

…….

मौसम का हाल ना पूछो ,

गुलाबी सूट वाली का चाल ना पूछो ,

दिल पर क्या गुजरी देखकर उसको ,

यह फिलहाल ना पूछो ।

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……

कभी प्यार का इजहार करेंगे तुझसे ,

कभी गुलाब की तरह इकरार करेंगे तुझसे ।

——-

इस तेरे  गुलाबी सूट को ,

 सीने से लगा लेता हूं ।

कहने की हिम्मत नहीं है ,

मन ही मन तुझे चाह लेता हूं।

…….

गुलाबी सूट तो देखो इस बंदी का ,

हम भी इंतजार कर रहे हैं तेरी

रजामंदी का ।

……..

कहता है यह सारा जंहा ,

तेरा गुलाबी सूट छा गया यहां ।

…….

बहुत सुनी हैं मौसम की तारीफें ,

जब तू पहन कर निकलती है गुलाबी सूट

हो जाया करती हैं बारिशें ।

गुलाबी सूट पर शायरी

…….

दिल दिया है जान भी देंगे ,

पहनकर एक बार आजा गुलाबी सूट ,

तू खूबसूरत है यह मान भी लेंगे ।

…….

गुलाब सी गुलाबी तुझ पर छाई रहे ,

जिदंगी मे तेरी खुशियां सदा ही रहे ।

खुदा करे हर किसी का प्यार मिले तुझे ,

जिदंगी मे ना कभी तन्हाई रहे ।

…….

हवाओं से बात वो करती है ,

पहनकर निकलती है जब गुलाबी सूट ,

आंखों से प्यार की बरसात वो करती है।

gulabi suit shayari for girl

…….

खारा होता है समंदर का पानी ,

तेरे गुलाबी सूट को निहारने दे हमें भी ,

यूं ही ना बीत जाए हमारी जवानी ।

……

हाल दिल का कोई बताएगा नहीं ,

कितना भी पहन ले गुलाबी सूट ,

सच्चा आशिक सूट देखकर कभी आएगा नहीं ।

…….

गुलाबी सूट में तू जब सजती है,

हर धड़कन दिल की बस तुझपे रुकती है।

चाँदनी रात भी तुझसे शरमाती है,

तेरी अदाओं पे ये दुनिया झुकती है। 

——

कजरारी आँखें, मुस्कान गुलाबी,

सजती है तू जैसे कोई रंगीन किताबी।

———–

हर कदम पे तेरे बिखरता है नूर,

गुलाबी सूट में तेरा जादू भरपूर।

gulabi suit shayari in hindi

………

गुलाबी सूट में तू जब सज धज आती है,

दिलों की धड़कन को थामने की रीत बनाती है।

……

तेरी चाल में बिखरे फूलों सा रंग,

हर नजर को बस तेरा ही इंतज़ार जंग। 

गुलाबी रंग तेरा उभारे हुस्न की शान,

जैसे चाँदनी रात में खिले कोई गुलिस्ताँ।

……

तेरे हँसने से महक उठे सारी फिज़ा,

गुलाबी सूट में तू है खुद एक सैर-ए-बाहर जा।

gulabi suit shayari in hindi

—-

मर मीटे हैं हम तेरे गुलाबी सूट पर ,

तू हमसे प्यार नहीं करती ,

दुनिया यकीन नहीं करेगी ,

तेरे इस झूठ पर ।

……

हर शाम को तेरे ,

गुलाबी सूट का आलम है ,

तभी तो मौसम बड़ा जालिम है।

…….

तेरा गुलाबी सूट देखकर ,

दिल भी मचल जाता है ,

फिर हर किसी पर तेरा जादू ,

चल जाता है।

…….

खूबसूरत सी परी है तू ,

गुलाबी सूट पहनकर

और निखरी है तू ।

……

सबसे बड़ा नाम है

फूलों मे गुलाबों का ,

सूट तेरा गुलाबी ,

जैसे झरोका हो ख्वाबों का ।

……

हर शाम मे तेरा नाम लेते हैं ,

दिखती है जब कोई गुलाबी सूट पहने ,

उसी का दामन थाम लेते हैं।

…..

ना मौसम का मिजाज बदला ,

ना  तेरा वो गुलाबी अंदाज बदला ।

……

दिल मे तेरी लगन है ,

गुलाबी सूट मे दुनिया मगन है ,

करती नहीं प्यार का इजहार ,

यह कैसा दमन है।

……

होंठ गुलाबी ,

चाल गुलाबी ,

सूट गुलाबी ,

फिर कैसे न

होगी यह बेताबी ।

…….

मेरे दिल का हाल ,

कोई बताएगा नहीं ,

पहनकर तेरी तरह

गुलाबी सूट ,

हमें दिखाने कोई आएगा नहीं ।

……..

दिल जवान है ,

हाथ मे इसकी तेरे कमान है ,

ऐ गुलाबी सूट वाली ,

तू मेरी जान है।

……

ना दोस्ती है हमारी ​फरिश्तों से ,

नफरत है बेवफा रिश्तों से ,

ऐ गुलाबी सूट वाली ,

थोड़ा प्यार हमें भी करले किश्तों से ।

…….

गुलाब की गुलाबी देखी ,

जिदंगी भी शराबी देखी ,

जो अपनी नहीं है ,

उसके लिए भी खूब बेताबी देखी ।

……..

जमाना है शराबियों का ,

यह दौर है जनाब ,

गुलाब की गुलाबियों का ।

…….

ना दिल होता ,

ना यह जान होती ,

ना तू होती ,

ना यह तेरी गुलाबी

पहचान होती ।

……

घर मे सकून से

कोई रहने नहीं देता ,

गुलाबी सूट से इश्क है ,

यह कोई कहने नहीं देता ।

…….

हवा के संग कोई

बहने नहीं देता ,

जानवर की तरह ,

कोई रहने नहीं देता ,

तेरा चेहरा गुलाब

सा देखकर ,

दिल कुछ कहने नहीं देता ।

……….

तेरी यादों से ही

दुनिया बसा लेंगे ,

याद रखना ,

एक दिन गुलाबी सूट

पहनाकर तुझे अपना बना लेंगे ।

……..

जिदंगी मिली है , तो

खुलकर जी लिया करो ,

अगर होंठ हो गुलाबी ,

तो रस चाहकर पी लिया करो ,

……

कोई भरोशा नहीं इस जिदंगी का ,

धोखा नहीं देगी वह ,

यकीन है गुलाबी बदंगी का ।

……..

चाहत है गुलाबी ,

जिदंगी है शराबी ,

देखकर तुझ को ,

दिल मे उठती है बेताबी ।

……

ना दिल को श्मशान बनाओ ,

ना खुद को बेजान बनाओ ,

अगर बनाना ही है ,

तो ऐ गुलाबी सूट वाली ,

हमें अपने दिल का मेहमान बनाओ ।

…….

काश तूफान का रंग भी गुलाबी होता ,

काश मैं भी एक शराबी होता ,

जी लेते फिर खुलकर ,

काश यह मौसम बेताबी होता ।

……

गुलाबी सूट पहनकर ,

दिल पर चोट ना किया कर ,

मर जाएगी एक दिन यूं ही ,

खुल कर ​जीया कर ।

……

कुछ पाने के लिए ,

कुछ खोना पड़ता है ,

गुलाबी सूट पहनकर

क्या नैन मटका करती हो ,

जो इस दुनिया मे आया है ,

उसको किसी ना किसी का होना पड़ता है।

…….

समंदर मे भी लहरे उठती हैं ,

वह गुलाबी सूट पहनकर

महफिल लुटती है।

……

ना इतना शराब का नशा है ,

ना इतना शबाब का नशा है ,

हर कोई तेरा आशिक है ,

जिसका दिल इस गुलाबी सूट मे बसा है।

…….

दिल लूट लिया मेरा ,

इन गुलाबी राहों ने ,

हमे तो बहुत तरसाया है ,

तेरी निगाहों ने ।

…….

ऐ खुदा क्यों बनाया

तूने इस गुलाबी सूट वाली को ,

इस दुनिया मे कोई गाने

वाला ही नहीं है ,

ऐसी खूबसूरत क्वाली हो ।

……..

ख्वाबों मे गुलाबी परी

आती है ,

कहती कुछ भी नहीं ,

बस नजरें मिलाती है।

…….

तेरे गुलाबी सूट मे ,

दिल को मोहने की कला है ,

दिल ना लगाना भाइयों उससे ,

यह मेरी आपको सलाह है।

…….

थोड़ी नमकीन भी है ,

थोड़ी हसीन भी है ,

गुलाब की तरह ,

थोड़ी क्रीम भी है।

…….

गुलाबी सूट वाली परी हो तुम ,

रिमझिम वाली झरी हो तुम ,

मौसम भले ही बदल जाए ,

मगर दिल से खरी हो तुम ।

…….

पानी कभी आग मे जलता नहीं ,

जोर दिल पर कभी चलता नहीं ,

हमें चैन नहीं आता ,

जब तक वो गुलाबी सूट पहनकर

निकलता नहीं ।

……..

हवा की तरह आती है ,

बारिश की तरह जाती है ,

वो गुलाबी सूट वाली कमिनी ,

बहुत सताती है।

………

ना सांसों का भरोशा ,

ना तेरी बातों का भरोशा ,

जब पहनकर निकली तू सूट गुलाबी ,

दिल ने खुद कोसा ।

…….

हाल क्या बताएं मौसम का ,

दिल चुरालिया हमने ,

उस गुलाबी पड़ोसन का ।

……

जिदंगी का नाम है उलझन ,

जब तू आएगी गुलाबी कली ,

हो जाएगी सुलझन ।

…….

खुद मर गए ,

दूसरों की मौत का

इंतजार करते करते ,

खुद को बरबाद कर लिया ,

उस गुलाबी सूट वाली से

प्यार करते करते ।

……..

आशकी मे दीवाने बरबाद होते हैं ,

मत निकला कर गुलाबी सूट पहनकर ,

न जाने कितने लाइलाज होते हैं।

……..

जिसमे यह गुलाबी सूट ना हो ,

वह म​हफिल किस काम की ,

जिसमे तेरा नाम ना हो ,

वह रील किस काम की ।

…….

तेरा और मेरा इश्क

जमाना जानता है ,

भले ही वह गुलाब बेवफा था ,

मगर आज भी वह तुझे अपना मानता है।

……..

नाम है गुलाबी ,

चेहरा है किताबी ,

देखकर तेरा सूट यह गुलाबी ,

दुनिया हो गई शराबी ।

…….

मर चुके है दिल के अरमान ,

ऐ गुलाबी सूट वाली ,

बनजा हमारे दिल की पहचान ।

……

पंजाबियों का पंजाब है ,

दिल वालों की दिल्ली ,

पहनकर निकली गुलाबी सूट वह ,

तो दुनिया मे उड़ी ​खिल्ली ।

….

हाल न पूछो यारो मन का ,

वह गुलाबी सूट वाली ,

मुझ से प्यार करती है ,

कोई इलाज नहीं इस भ्रम का ।

…..

गुलाब मे भी दर्द है ,

मौसम मे भी सर्द है ,

चूम लेगा गुलाबी

होठों को तेरे ,

आखिर हम भी मर्द है।

……

ना मौसम का कोई पता है ,

ना दिल मे कोई खता है ,

गुलाबी सूट है तो क्या हुआ ,

इस जमाने मे हर कोई बेवफा है।

……

जान रहेगी तो फिर मिलेंगे ,

तेरे जैसे कई गुलाबी फूल ,

कभी अपने घर मे भी खिलेंगे ।

……..

मौसम बेईमान है ,

दिल पर उसका एहसान है ,

गुलाबी सूट से तो

मेरे यारो उसकी पहचान है।

……

जब असर होगा मेरी सेहत पर ,

पहनकर गुलाबी सूट आई है ,

अब मेरी मयत पर ।

…..

दोस्तों की दोस्ती देखी ,

यारों की यारी ,

उस गुलाबी सूट वाली की ,

एक नजर पड़ गई सब पर भारी ।

…….

ना दुश्मनों से मिला करते हैं,

ना दोस्तों से कोई गिला करते हैं ,

वो फूल हैं गुलाबी ,

जो बंद कमरे मे खिला करते हैं।

……

भरोशा मत कर अपनी सांसों पर ,

गुलाबी सूट महंगा पड़ेगा तुझे ,

समझोता करना होगा ,

अपनों की लाशों पर ।

…….

दोस्तों के लिए शिकारी हम होते नहीं ,

अपनों के लिए बीमारी हम होते नहीं ,

दर्द चाहे गुलाबी हो या काला ,

हम कभी रोते नहीं ।

…….

गहरे दिल के जज्बात हैं ,

बेमौसम यह ख्यालात हैं ,

गुलाब भी मुरझा जाएंगे इक दिन ,

वो दिल से बड़े बलात हैं।

……

अंधेरी रात मे

पहनकर गुलाबी सूट यूं बरसात मे ,

ना निकला कर बाहर ,

कोई बचाने नहीं आएगा ,

बुरे हालात मे ।

……

कुछ अच्छे शिकारी होते हैं ,

कुछ दुनिया की बीमारी होते हैं ,

यह गुलाबी सूट वाले ,

अक्सर प्यार मे अनाड़ी होते हैं।

………

दिल मे तहलका मचा दिया उसने ,

जब पहना गुलाबी सूट ,

मौसम बना दिया उसने ।

……..

हर सांस यूं तो तेरी ,

ऐ गुलाबी कली ,

चाहे जंहा जा ,

मगर दिल से तू मेरी है।

…….