अमरबेल से वशीकरण -दोस्तों अमरबेल का नाम तो आपने सुना ही होगा । यह बेल खेतों के अंदर होती है और यह एक प्रकार की लता है।यह बबूल, कीकर, बेर पर एक पीले जाल के रूप में लिपटी रहती है। इसको आकाशबेल, अमरबेल, अमरबल्लरी भी कहते हैं। इस बेल का तना हल्का लाल रंगा होता है और इसके जो फूल होते हैं वे सफेद या गुलाबी रंग के होते हैं। यह आपको खेतों और घरों के अंदर आसानी से मिल जाएगी ।
अमरबेल का प्रयोग जड़ी बूटी के अंदर किया जाता है।इसका उपयोग कब्ज, लिवर, प्लीहा (स्प्लीन) से जुड़े रोगों, दस्त, जलन- सूजन के अंदर होता है।
अमरबेल का प्रयोग पारिवारिक सुख और शांति के अंदर किया जाता है। यह घर के कलेश को दूर करने के लिए और कर्ज के बोझ को कम करने के लिए तंत्र मे प्रयोग होती है।
1 अमरबेल से वशीकरण amar bail se vashikaran
दोस्तों यह तरीका केवल पति पत्नी ही यूज कर सकते हैं। यदि पति चाहे तो अपनी पत्नी को वश मे कर सकता है। या फिर यदि पत्नी चाहे तो अपने पति को वश मे कर सकती है। इसके लिए ज्यादा कुछ नहीं करना है। यदि महिला कर रही है तो पति की लंबाई की अमर बेल ले और यदि पति कर रहा है तो महिला की लंबाई की अमर बेल लेकर उसके अंदर तीन गांठे मारे और उसे किसी भी सुनसान स्थान पर दबादें ।यदि महिला है तो बाएं पैर का जुता उस स्थान पर रखदे । जबकि पुरूष विपरित जुता रखकर दबाएं ।
2 अमरबेल से वशीकरण अमरबेल से शत्रु वशीकरण

यदि आपको कोई यदि कोई शत्रु परेशान कर रहा है तो यह प्रयोग बहुत ही उपयोगी है।इसको करने के बाद शत्रु अपने आप ही आपके वश मे हो जाएगा । इसके लिए आपको करना यह है कि अमर बेल का रस निकाल लेना है और धतूरे का रस निकाल कर । दोनो के रस को निकाल लेना है। और अलास की लकड़ी से किसी भी कागज के उपर उस अपने शत्रू का नाम लिखें और उसके बाद इसको किसी भी सुनसान स्थान पर दबा आएं ।
3 अमरबेल से वशीकरण कैसे करें अमरबेल पति पत्नी वशीकरण
दोस्तों इस तरीके का प्रयोग पति पत्नी दोनो ही कर सकते हैं। इसके अंदर आपको करना यह है कि अपने साथी की नजर से बचाकर एक अमर बेल लेना होता है। और उसको 7 गांठ बांधकर चुपके से किसी भी शहद की शीशी के अंदर रख देना है। अमर बेल की लंबाई अपने साथी की लंबाई के बराबर होनी चाहिए। उसके बाद आपके संबंधों के अंदर काफी अच्छा सुधार हो जाएगा ।यह काफी उपयोगी तरीका है और खास कर सभी शादी सुदा इंसानों को करना चाहिए ।
4भूत प्रेत से रक्षा अमरबेल amar bail se vashikaran
रवि पुष्प नक्षत्र के दिन अमर बेल को तोड़कर लाएं और उसके बाद उसे धूप देकर पूजा करें । इससे पहले उसे कच्चे दूध से धोलें । फिर इसको काले कपड़े के अंदर बांध कर बच्चे के गले मे धारण करदें तो बच्चो की भूत प्रेत से रक्षा होती है। यह काफी चमत्कारिक उपाय है।
5अमरबेल की गोली से वशीकरण
इसतरीके से वश मे करने के लिए आपको करना यह है कि किसी भी शुभ मुहर्त के अंदर सरसों के बीज और अमर बेल की जड़ लानी है और उसके बाद आपको इनको पिस कर एक गोली बना लेनी है। जब आप उसे अपने मुंह के अंदर रखकर किसी के सामने जाओगे तो वह व्यक्ति अपने आप ही आपके वश मे हो जाएगा ।
6 अमरबेल से वशीकरण कैसे होता है अपने प्रेमी को वश मे करें
दोस्तों इस प्रयोग को आपको शुक्रवार से करना होगा । सबसे पहले नहाधोकर अपने ईष्ट के सामने सुबह जाएं और उनके सामने अपनी विश रखें । उसके बाद कहीं से जाकर सूखी हुई अमर बेल लेकर आएं और उसको घर के किसी कोने के अंदर जलाकर ।उसकी राख को पति के कपड़ों मे छिड़कदें । यह काम केवल सच्चे मन से करें । उसके बाद भृंगराज की जड़ को लाएं । यह पौधा लगभग भारत के हर स्थान पर उगता है। उसकी जड़ को पिस लें और उसकी गोली बनाकर रखलें । अब इन गोलियों को अपने ईष्ट देव के सामने 7 दिन तक रखे ।उसके बाद जब आप यह गोली अपने प्रेमी के सामने मुंह मे रखकर जाएंगी तो वह वशीभूत हो जाएगा । यह प्रयोग केवल उसी व्यक्ति पर काम करेगा ,जो आपसे प्यार करता है। और गोली को भूलकर भी ना निगलें ।
7 अमर बेल स्नान वशीकरण
यह प्रयोग केवल महिलाओं के लिए ही है। पुरूष इस प्रयोग को नहीं कर सकते हैं। यदि किसी महिला का प्रेमी उसके वश मे नहीं है। या महिला का पति उसकी बात नहीं मान रहा है तो करना यह है कि किसी भी दिन शहद, तगर, पीपरामूल, भेड़सिगा, पीपर, जटामासी तथा अपने शरीर के पाचों इन्द्रियों का मल और अमर बेल की जड़ को मिलाकर अपने शरीर पर लगाकर नहालें । प्रेमी अपने आप ही आपके वश मे हो जाएगा । यह एक अघोर तरीका है ,आमजन प्रयोग ना करें ।
8अमरबेल टीका वशीकरण
किसी भी शुभ मुहर्त के अंदर आपको अमर बेल लानी है। वह एकदम से सूखी होनी चाहिए ।उसको जलाकर उसकी थोड़ी सी राख को अपने पास रखलेना हैं। उसके बाद श्वेत जड़ तथा श्वेत विष्णुक्रांता की जड़ को पीसकर उसके अंदर उस राख को मिला देना है। बस उसके बाद जब भी आप अपने प्रेमी के सामने जाएं तो फिर वह अपने आप ही आपके वश मे हो जाएगा ।
9 झाड़ू और अमरबेल से वशीकरण
यह काम आपको शनिवार के दिन करना होगा ।इसके लिए आपको झाडू का छोटा सा टुकड़ा लेना है और एक सफेद कागज पर उस व्यक्ति का नाम पेन से लिखें जिसको आप वश मे करना चाहते हैं। फिर उसको लपेट कर काले धागे से बांध कर इसको बाएं हाथ के अंदर रखकर मंत्र को 400 बार जप करना है।
ओम क्ष्री विष्णु ह्र कमलवासिनी विश्व मात:
उसके बाद दोपहर को उसी दिन जाकर पीपल के पेड़ के पत्ते के अंदर इसको टांग आएं । और अमर बेल के चार पत्तों को उस पेड़ के नीचे रख दें।आपको इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि आपको ऐसा करते समय कोई नहीं देखना चाहिए । वरना आपका काम सिद्व नहीं होगा ।
10 नींबू और अमर बेल से वशीकरण

इस प्रयोग के अंदर आपको एक झाडू का टुकड़ा लेना है और उस झाडू के टुकड़े की मदद से एक नींबू के उपर गहरे कलर से नाम लिखना है। आप लाल कलर से नाम लिख सकते हैं। उसके बाद उस नींबू को पति के रूमाल के अंदर बांध कर 7 दिन तक छूपाकर रखें और । उसके बाद आपको नीचे दिये गए मंत्र का 351 बार जप करना है। और अमर बेल के पत्ते के उपर जिसको वश मे करना है। उसका नाम लिखकर पानी मे बहा दें।
ओम नमो कामख्या देव्याय नाम मम वश्यं कुरू कुरू स्वाहा ।
फिर इस नींबू को किसी भी चौराहे पर फेंक कर आ जाएं
अमरबेल चेहरे को सुंदर बनाता है
दोस्तों अमर बेल का आयुर्वेदिक प्रयोग भी है। यदि आप अपने चेहरे को सुंदर बनाना चाहते हैं तो अमर बेल के अंदर एक दूध जैसा पदार्थ निकलता है। जिसको चेहरे पर लगाने से चेहर सुंदर और चमकदार बनता है। यह सुंदरता किसी भी प्रकार से नुकसान नहीं करती है।
अमबेलकाचोटलगनेपरप्रयोग
दोस्तों अमरबेल का प्रयोग चोट लगने पर भी किया जाता है। यदि किसी को कोई घाव हो गया है तो सबसे पहले अमर बेल को लाना होगा और उसके बाद आपको उसे कूट लेना है। फिर उसका गाढ़ा बना कर अपने घाव के उपर लगाना होगा ।उसके बाद आपको घाव अपने आप ही ठीक हो जाएगा ।
अपने दांतों के पीलापन को दूर करती अमरबेल

दोस्तों आपने देखा होगा कि बहुत सारे बच्चों के दांत पीले हो जाते हैं। इसके लिए आप एक साधारण सा उपाय प्रयोग मे ले सकते हैं।इसके लिए करना यह है कि अमरबेल को पीस कर उसके अंदर सादा नमक मिलाकर कुल्ला कर लेना है। यह काम कुछ दिनों तक करना है।उसके बाद आपके दांत सही हो जाएंगे ।
अमरबेल कहां पर मिलेगी ।
अमरबेल एक परजीवी पौधा है और यह आमतौर पर जंगली झाड़ियों, खेतों, बगीचों या खुले मैदानों में अन्य पौधों पर फैला हुआ मिलता है।अमरबेल अक्सर जंगली झाड़ियों जैसे बबूल, करंज, नीम, या अन्य स्थानीय पौधों पर लिपटी हुई और फैली हुई मिलती है। यह पीले या नारंगी रंग की रस्सी जैसी दिखती है, जो पूरे पौधे को ढक लेती है।कभी-कभी बॉटनिकल गार्डन में भी इसे देखा जा सकता है, जहाँ यह अन्य पौधों पर फैल जाती है।किसानों के लिए अमरबेल एक प्रमुख खरपतवार है। यह (लूसर्न), क्लोवर, प्याज, गाजर, आलू और अन्य बागवानी फसलों पर हमला करती है। इसलिए, खेतों के आस-पास इसे ढूंढना काफी आसान हो सकता है। बाकी आप इसके बारे मे गूगल कर सकते हैं।वहां पर आपको इसकी जानकारी काफी विस्तार से मिल जाएगी ।
