दुख का पर्यायवाची शब्द या दुख का समानार्थी शब्द
दुख का पर्यायवाची शब्द या दुख का समानार्थी शब्द (dukh ka paryayvachi shabd / dukh ka samanarthi shabd) के बारे में आज हम इस लेख में काफी अधिक विस्तार और सरल तरीके से जानेगे । ताकी आपको दुख के पर्यायवाची शब्द याद हो जाए ।
दुख का पर्यायवाची शब्द या दुख का समानार्थी शब्द (dukh ka paryayvachi shabd / dukh ka samanarthi shabd)
शब्द (shabd) | पर्यायवाची शब्द या समानार्थी शब्द (paryayvachi shabd / samanarthi shabd) |
दुख | खेद, मातम, पीड़ा, शोक, वेदना, क्लेश, कष्ट, गम, रंजोगम, दर्द, दुखड़ा, अवसाद, मलाल, अफसोस, व्यथा, विपदा, शूल, विषाद, |
दुख in Hindi | khed, maatam, peeda, shok, vedana, klesh, kasht, gam, ranjogam, dard, dukhada, avasaad, malaal, aphasos, vyatha, vipada, shool, vishaad. |
दुख in English | sorrow, regret, grief, gloominess, dejection, mourning, condolence, weeds, lament. |
दुख का अर्थ हिंदी में || Meaning of sorrow in hindi
दुख का अर्थ होता है कष्ट या कलेश । यानि मानव के जीवन में ऐसे अनेक तरह के पल आते है जब उसे कष्टो का समाना करना पड़ता है । तो जो कष्ट मानव के जीवन में आते है उनके कारण से उसे दूख देखना पड़ता है । दुख को गम भी कहा जा सकता है । इसी तरह से दुख को अनेक तरह के अर्थों में समझाया जा सकता है जो है –
- खेद होना, जैसे कहा जाता है की आपकी यह हालत देख कर मैं खेद प्रकट कर रहा हूं ।
- मृत्यु का शौक या विलाप करने की स्थिति यानि मातम ।
- एक तरह का शोक ।
- किसी कारण से पीड़ा सहना यानि पीड़ा ।
- कष्टो को सहना यानि वेदना ।
- पीड़ा या चिंता होना यानि क्लेश ।
- एक तरह का कष्ट ।
- एक तरह का दर्द ।
- तकलीफ होने वाली स्थितियो के कारण से आने वाले कष्ट यानि तकलीफ ।
- दुख या रंज होना यानि मलाल ।
- इस तरह से दोस्तो मलाल, तकलीफ, दर्द, शोक, वेदना, गम, पीड़ा आदी शब्द ही दुख के अर्थ होते है । दूसरा यह भी कहा जा सकता है की जो दुख के पर्यायवाची शब्द होते है वे ही असल में दुख के अर्थ होते है ।
दुख शब्द का वाक्य में प्रयोग || use of sorrow in a sentence in Hindi
- इस घटना के कारण से देश ने अनेक वीर लोगो को खोना पड़ा जिसके कारण से सभी को दूख है ।
- कोरोना के कारण से लोगो को काफी दुखो का समाना करना पड़ा ।
- मां न होने के कारण से इन बच्चो को छोटी सी उम्र से दुखो का सामना करना पड़ रहा है ।
- नोकरी से निकाल देने के कारण से लालूसिंह को काफी दूखो का सामना करना पड़ रहा है ।
दूख के पर्यायवाची शब्दो का वाक्य में प्रयोग
- इस कोरोना ने देश भर के लोगो को पीड़ा सामना करवा दिया ।
- कोरोना के चलते बहुत से लोगो की मोत हुई जिसके कारण से बहुत से लोगो को मातम देखना पड़ गया ।
- राहुल को कैंसर होने के कारण से वह बहुत समय से वेदना सह रहा है ।
बेटे की मोत की खबर ने सभी को गम में डाल दिया ।
दूख का मतलब क्या होता है विस्तार से समझाए
दोस्तो दूख का मतलब होता है शौक में होना या गम होना । जैसे की आज मानव के जीवन में अनेक तरह की ऐसी परिस्थितिया देखने को मिलती है जो की मानव को कष्ट देने का काम करती है । तो इन कष्टो के कारण से मानव काफी दूखी होता है । और दूख होने के कारण से वह उदास रहता है । तो इस तरह से उदास रहने को दूख कहा जा सकता है ।
हालाकी दोस्तो दूख का मतलब होता है शोक में होना । और मानव शोक में जब होता है तब वह किसी अपने को खो देता है । यानि जब किसी अपने की मोत हो जाती है तो मानव शोक प्रकट करता है । और इस तरह से शोक में होने को दूख में होना कहा जाता है ।
मनुष्य अपने जीवन में अनेक तरह से दूख का समाना कर सकता है । कुछ दूख ऐसे होते है जो की कष्टो के कारण से आते है तो कुछ दूख ऐसे होते है जो की मानव के चिंता करने के कारण से आते है । हालाकी दोस्तो मानव के जीवन में कष्ट आते रहते है ओर इन्हे रोका भी नही जा सकता है ।
मगर चिंता करना मानव के वश में होता है । और मानव चिंता न करता है तो वह दूख में नही होता है । क्योकी आपको मालूम होगा की मानव अपने बितेजीवन के बारे में सोच सोच कर अपनो की चिंता करता है । और जो बित गया हो उसके बारे में सोचना मानव के लिए सही नही है वह किसी न किसी तरह का कष्ट ही देता है और इस तरह से चिंता से मानव को दुख देखने को मिलता है ।
दूख के होने के कारण
अगर हम मनुष्य के जीवन में दूखो की बात करे तो मनुष्य के जीवन में ऐसे बहुत से कारण आपको देखने को मिल सकते है जिनसे मानव दूखी होता है । बहुत से ऐसे अलग अलग तरह के कारण होते है जो की मानव के किसी न किसी तरह से दूख करते है । जैसे –
1. कष्टो के कारण दूख का होना
दोस्तो यह तो सभी को मालूम होगा की मानव के जीवन में कष्ट चलते रहते है । और इन ही कष्टो के कारण से मानव समय समय पर दूखी होता है । जैसे मानव के जीवन का सबसे बड़ा कष्ट होता है खाने के लिए अन्न की कमी । क्योकी अन्न के लिए ही आज मानव धन कमाने में लगा है और जब धन की कमी रहती है तो मानव को खाने को भी सही तरह से नही मिलता है । और इस तरह से भोजन की कमी होना भी एक तरह का कष्ट होता है ।
मगर हम केवल यहां पर इसी कष्ट के बारे में बात नही कर रहे है । बल्की मानव अपने जीवन में अनेक तरह की चुनौतियो का सामना करता है । जैसे की जब कोई व्यक्ति बीमार होता है तो उसे अनेक तरह की शारिरिक पीड़ा का सामना करना पड़ता है । उस व्यक्ति को लगता है की उसका शरीर कमजोर हो गया है । उसके शरीर में हिम्मत नही है ।
वह चल भी सही तरह से नही सकता है । साथ ही शरीर में कभी कभार दर्द भी होता है । तो यह सभी एक तरह के कष्ट होते है । ओर इन कष्टो के होने के कारण से मानव दूखी होता है । क्योकी वह कष्टो के कारण से अपने जीवन में दूख को देखता है ।
आपने सुना भी होगा की जब व्यक्ति बीमार होता है तो कहा जाता है की यह तुम्हारे जीवन के दुख के क्षण है जो की बहुत ही जल्द दूर हो जाएगे । तो कष्टो को दुख का समय बताया गया है । यानि जो यह समय चल रहा है वह दूखो का समय है ।
2. मातम के कारण से दूख होना
दोस्तो दूख का एक मतलब मातम भी होता है । और मातम का मतलब होता है मृत्यु का शोक होना । यानि जब हमारे किसी करीबी व्यक्ति की मोत हो जाती है तो हम उसकी मोत का शोक मनाते है । यानि उसकी मोत के कारण से विलाप भी कर सकते है । यानि रोने लग जाते है । तो इस तरह से विलाप करने को शोक करना कहा जाता है । और यह मृत्यु का शोक होता है तो इसे मातम कहा जाता है ।
और जब कोई व्यक्ति इस तरह के मातम में होता है तो उसके लिए कहा जाता है की वह अभी दुख में होता है । क्योकी मातम तभी होता है जब किसी व्यक्ति की मोत हो जाती है । और जब किसी व्यक्ति की मोत होती है तो दुख तो होता ही है ।
3. पीड़ा के कारण से दूख होना
दोस्तो जब आप किसी रास्ते से जाते हो और अचानक आपके पैर पर किसी कारण से लग जाती है । तो आपको पीड़ा सहनी पड़ती है । और इस तरह से पीड़ा जब जब होती है तब तब दुख होता है ।
और इसी तरह से जब किसी व्यक्ति के साथ कोई दूर्घटना हो जाती है जिसमें उसके चोट लग जाती है तो चोट लग जाने के कारण से उसके शरीर से रक्त निकलने लग जाता है साथ ही उसे काफी दर्द भी होता है । और इस तरह से होने वाले दर्द को पीड़ा कहा जाता है ।
इस तरह से बहुत से ऐसे कारण है जब मानव पीड़ा में हो सकते है जैसे बाईक से गिरना, छत से गिरना, आग के चपेट में आना आदी । तो इन सभी कारणो से होने वाली पीड़ा के चलते हुए मानव दूखी होता है और इस दूखी होने को ही दूख कहा जाता है । क्योकी यह दूखी पीड़ा के कारण से आता है तो पीड़ा के कारण से आने वाला दूख कहा जाता है ।
4. गम के कारण से दूख होना
दोस्तो गम को हम ऐसी अवस्था कह सकते है जब मानव दूखी होता है और दूखी होकर वह चुपचाप बैठ जाता है । यानि वह कुछ बोलता नही है बल्की जो हो चुका है उसके बारे में बार बार सोच कर और अधिक दूखी होता रहता है । और इसका एक अच्छा सा उदहारण देगे ।
जैसा की आपको मालूम है की आज के युवा लोगो के लिए गम का मतलब केवल प्रेम में Breakup होना ही होता है । क्योकी युवा लोग महिला या पूरूष से प्रेम करते है । मगर जब रिश्ते सही नही रहते है तो रिश्तो को तोड़ दिया जाता है और इस तरह से रिश्तो के टूटने को Breakup कहा जाता है ।
कुछ लोग अपने साथी से इतना अधिक प्रेम करते है की उनके द्वारा Breakup करने के कारण से वे गम में चले जाते है । यानि Breakup होने के कारण से उन्हे गम होता है । और इसी गम के चलते हुए वे नसा करने लग जाते है । इस बारे में आपको बताने की जरूरत नही है ।
क्योकी आप इसी युवा पीढी से हो । तो इस तरह से होने वाले गम के चलते उस व्यक्ति को दुख होता है और इस तरह से होने वाले दुख को गम के कारण से दुख होना कहा जाता है ।
हालाकी यह जरूरी नही की इस तरह का गम केवल Breakup के कारण से ही होगा बल्की इस तरह का गम किसी भी कारण से हो सकता है ।
अत: हमने अब तक यह जान लिया है की दुख के पर्यायवाची शब्द या दुख के सामानार्थी शब्द क्या होते है । साथ ही यह भी जाना है की दुख का मतलब क्या होता है ।
मैं आसा करती हूं की आपको लेख पसंद आया होगा ।