किनारा का विलोम शब्द क्या है kinaaraa ka vilom shabd kya hai ?

किनारा का विलोम शब्द या किनारा का विलोम , किनारा का उल्टा क्या होता है ? kinaaraa ka vilom shabd

शब्दविलोम शब्द
किनारा          मँझधार
kinaaraamnajhdhaar

‌‌‌किनारे का विलोम शब्द और अर्थ

किनारा का विलोम शब्द

दोस्तों यदि हम किनारे का विलोम शब्द की बात करें तो इसका विलोम शब्द होता है मझधार । असल मे किनारे का मतलब होता है एक तरफ । जैसे कि नदी का किनारा होता है जिसके अंदर जो नाविक नाव चलाते हैं । वे एक किनारे से दूसरे किनारे तक पहुंचने की कोशिश करते हैं। आप

‌‌एक किनारे से नदी के उपर बैठते हैं और उसके बाद दूसरे किनारे उतर जाते हैं इसी को नदी पार करने के नाम से जाना जाता है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए । दोस्तों किनारे का मतलब आप समझ गए ही होंगे । आपको बतादें कि जिस तरह से रियल मे नदी होती है। उसी प्रकार से जीवन के अंदर भी एक ‌‌‌एक नदी है और हम उस नदी के अंदर बह रहे हैं। कुछ तो महा मूर्ख इसके बारे मे जानते ही नहीं है। वे बस लहर के साथ बहते रहते हैं। इस तरह के लोग बस या तो उस नदी के अंदर डूब जाते हैं या फिर उस नदी की लहरों के साथ बहते ही रहते हैं। तो आप समझ गए होंगे कि यह कौन लोग हैं ?

‌‌‌असल मे अधिकतर लोगों को यह पता ही नहीं होता है कि जीवन के अंदर नदी कौनसी है ? और उनको किनारे के बारे मे भी कोई मतलब नहीं होता है। वे बस बहाव के साथ बहने मे ही खुद के लिए अच्छा मानते हैं । इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं।

‌‌‌दोस्तों नदी का जो बहाव होता है। वह आमतौर पर काफी तेज होता है। इसी प्रकार से जीवन रूपी जो नदी होती है। उसका बहाव भी काफी तेज होता है। नदी के अंदर जिस तरह से कई सारी लहरें उठती हैं। उसकी प्रकार से जीवन के अंदर भी लहरे उठती रहती हैं। और शांत होती रहती हैं। यह क्रम तब तक चलता ‌‌‌रहता है। जब तक कि नदी मौजूद होती है तो दोस्तों आप समझ सकते हैं। कि यह सब कुछ चलता ही रहता है। लेकिन असल मे जो ज्ञानी होते हैं वे यह जान लेते हैं कि इस नदी का कभी भी अंत नहीं आने वाला है। और उनको बहाव के विपरित बहना ही होगा । और यह सब करना इतना आसान भी नहीं होता है। लेकिन असंभव भी नहीं ‌‌‌होता है।

 यदि आप प्रयास करते हैं तो उसके बाद कुछ भी असंभव नहीं है। लेकिन इसके लिए जी तोड़ मेहनत करनी होती है। तभी कुछ संभव हो सकता है। यदि आप जीतोड़ मेहनत नहीं करते हैं कुछ सीखते नहीं हैं तो उसके बाद नदी का बहाव के विपरित आप नहीं बह सकते हैं। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए ।

‌‌‌यह यही बात सच है कि जीवन के अंदर कुछ भी असंभव नहीं है। यदि आप प्रयास करते हैं तो आप आसानी से चीजों को सही कर सकते हैं और यदि आप जरा भी एक जागरूक इंसान हैं तो उसके बाद आपकी समस्या आसानी से हल हो जाएगी । बस आप प्रयास करतें जाएं ।

‌‌‌प्रयास करने वालों की कभी भी हार नहीं होती है। यदि आप प्रयास ही नहीं करते हैं तो उसके बाद आपका कुछ हो भी नहीं सकता है। बस आपको प्रयास करते रहना है किनारे पर आने के लिए और धीरे धीरे आपकी असफलताएं कम होती  चली जाएंगी और एक दिन ऐसा आएगा कि आप सफल हो जाएंगे।

‌‌‌मझधार का अर्थ और मतलब

दोस्तो मझधार का मतलब होता है लहरों के बीच । अक्सर जब कोई इंसान लहरों के बीच मे फंस जाता है तो उसके लिए मझधार शब्द का प्रयोग किया जाता है। असल मे इसका मतलब यह होता है कि जीवन के अंदर कई तरह की परेशानी आती रहती हैं। और इंसान को उन परेशानियों से लड़ना होता है। जिस तरह ‌‌‌ से एक नाविक के साथ होता है। एक नाविक जब मझधार के अंदर होता है तो उसको उस मझधार से निकलने के लिए काफी अधिक मेहनत करनी होती है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए । तभी तो वह उस मझधार से निकल सकता है। उसी प्रकार से जीवन भी एक प्रकार का मझधार होता है। और इससे नकलने के लिए भी आपको ‌‌‌ काफी अधिक मेहनत करनी पड़ती है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं। दोस्तों जीवन के अंदर भी कई तरह की समस्याएं आती रहती हैं। लेकिन जीवन की इन समस्याओं से कुछ लोग तो लड़ना सीख जाते हैं लेकिन इसके अलावा कुछ लोग इस तरह के होते हैं कि वे लड़ना नहीं जानते हैं और

‌‌‌इन समस्याओं के आगे हथियार डाल देते हैं। इसका परिणाम क्या होता है। इसके बारे मे आप अच्छी तरह से जानते ही हैं। कि इंसान काफी परेशान हो जाता है। कई लोग तो खुद की हार को बर्दाश्त नहीं कर पाते हैं और उसके बाद सुसाइड तक कर लेते हैं आपकेा पता होना चाहिए कि सुसाइड करने वाले लोग होते कौन हैं ?

‌‌‌वे असल मे वेही लोग होते हैं जोकि अपने जीवन की समस्याओं से हार मान लेते हैं। और उनके आगे नतमस्तक हो जाते हैं। लेकिन जो लोग इन समस्यों से लड़ना सीख जाते हैं वे इनकी जड़ों को बहुत ही आसानी से काट देते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप अच्छी तरह से समझ सकते हैं।

‌‌‌यदि आप इस जीवन क अंदर जीतना चाहते हैं तो आपको जीवन की समस्याओं से जीतना होगा तभी कुछ संभव हो सकता है। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं। खैर लड़ना आजकल के इंसान को पड़ता है। हर चीज के अंदर लड़ना पड़ता है। कोई भी चीज हो लड़ना तो पड़ता ही है।

‌‌‌इसलिए यदि आपको लड़ने की आदत नहीं है। तो फिर आपको लड़ने की आदत डाल लेनी चाहिए । यह सबसे अधिक जरूरी चीज है। क्योंकि आपके जीवन के अंदर  अधिकतर चीजें ऐसी होती हैं जिनके साथ आपको टकराना पड़ता है। यह अलग बात है कि आप उनसे जीतते हैं या फिर हार जाते हैं।

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