pagal ladki par shayari दोस्तों आज हम बात करने वाले हैं । एक पागल लड़की पर शायरी के बारे मे । कई बार लड़कियां प्यार मे इतनी अधिक पागल हो जाती हैं , कि उनको आगे पीछे कुछ भी नहीं सुझता है। बस उनको प्यार ही प्यार नजर आता है। उसके बाद वे घर वालों को भी ठुकरा देती हैं। रोज होती अपने पति की हत्याएं । इन पागल लड़कियों की वजह से ही हो रही है। तो पेश है , पागल लड़की पर कुछ शायरी
तेरे प्यार मे पागल मैं थी ,
तुझे पाने के लिए पूरे
संसार मे पागल मैं थी ।
…….
कहना मत किसी से
दीवानी हूं तेरी ,
अपने दिल से लगाए रखना
एक सिक्रेट कहानी हूं तेरी ।

…….
वह सिक्रेट ही क्या
जो उजागर ना हो ,
वह आशिक की क्या ,
जो प्यार मे पागल ना हो ।
……
खूबसूरत सी लड़की थी वह ,
देखने मे पागल पूरी तरह ,
पूरा फायदा उठा गई ,
अपनी मजबूरी की तरह ।

….
उस पागल लड़की का
रिश्ता अपने से था ,
पतंग की डोर की तरह ,
पता नहीं कब आई
और चली गई चोर की तरह ।
……
उस पागल को बस मैं चाहिए होता हूं ,
जरा सी देर हो जाए ,
तो आसमान सर पर उठा लेती है।

…….
मैं कहदूं तो जान देने के लिए
तैयार हो जाती है ,
उसकी इसी अदा पर तो ,
मेरी जान निस्सार हो जाती है।
……..
खुदा की खुदाई अक्सर गरीबों से मिलती है।
बेवफा तो हर घर मे मिल जाती है ,
मगर जो पागलों की तरह प्यार करे ,
वो अक्सर नसीबों से मिलती है।

…….
पागल थी वो मेरे नसीब मे ,
मगर आज पता चला ,
उसने ही सब कुछ दिया था
मेरे हबीब मे ।
…….
मेरी हर उलझन एक पल मे सुलझा देती है ,
प्यार मे पागलपन की हदें
कभी कभी मुझे उलझा देती है।
……..
वह पागल अकेले मे अक्सर मेरा नाम
बड़बड़ाया करती है ,
मुहब्बत उसकी जिदंगी की
हकीकत बताया करती है।

……..
वह देखने मे पागल लगती है ,
मगर प्रेम उसका पवित्र है ,
करीब जाने पर यूं लगता है
जैसे वह असली इत्र है।
…….
हमें पागल लड़की चलेगी
मगर बेवफा नहीं ,
भले ही वह हमसे बात ना करे
फिर भी हम उससे खफा नहीं ।

……..
हर किसी के दिलों पर राज करने वाली ,
एक बेवफा हसीना है तू पागल आवारा ,
कइयों को बरबाद करने वाली ।
…….
नहीं चाहिए हमें दिलों का सौदा करने वाली ,
पागल चलेगी ,
मगर नहीं चलेगी फीके होंठो की लाली ।

……
कपड़ों की तरह मर्द बदलने वाली ,
आग मे लकड़ी की तरह जलने वाली ,
सबको बरबाद कर देती है ,
ऐसी घरवाली ।
………
चेहरे से भले ही वो काली हो ,
मगर दिल निराली हो ,
जिसको एक बार पागल ने चुन लिया ,
फिर दिल उसका न खाली हो ।

…..
धोखेबाज और दगाबाज तो बहुत देखी ,
मगर प्यार मे पागल ,
आवाज हमने आज पहली बार देखी ।
…….
ना सताएगी वो ,
हर दर्द को छुपाएगी वो ,
प्यार जो पागल तुमसे करेगी ,
ना किसी को बताएगी वो ।

…….
वो चाहिए जो आप से प्यार करे ,
वो चाहिए जो आपका इंतजार करे ,
काली और पागल भी हो तो कोई बात नहीं ,
बस दिल से इकरार करे ।
…….
मुझे देखने के लिए
छत पर अक्सर आ जाती है ,
मुस्कान उस पागल की हसीन ,
कसम से दिल को भा जाती है।

……
मेरे लिए सब कुछ करने को तैयार है ,
मगर अपने मां बाप को धोखा नहीं दे सकती ।
………
वह पागल कहती थी ,
तू कहे तो अपनी जान देदूंगी ,
मगर घर से भाग कर ,
अपने मां बाप का नाम ,
बदनाम नहीं कर सकती ।
जिससे मेरे मां बाप के दिल
को चोट पहुंचे वो काम नहीं
कर सकती ।
……
वह पागल मेरे दिल की रानी है ,
उसकी और मेरी अनोखी कहानी है।

……..
तू पागल सी घूम रही है ,
तस्वीरों को मेरी ,
पागलों की तरह चूम रही है।
……
हद होती है प्यार मे पागलपन की भी ,
तू तो सारी हदें पार कर बैठी ,
कैसे निभाएं साथ तेरा ,
जो तू हम से प्यार कर बैठी ।

……
कुछ बदलती नहीं हाथों की लकीरें ,
पागलपन कितना भी करले ,
मगर मिलेंगी तुझे सिर्फ खराब तकदीरें ।
……..
अच्छाई कभी रोड़ों पर मिलती नहीं ,
जिसे तुम पागलपन का प्यार करती हो ,
वो अक्सर छपरी होते हैं ,
और छपरियों के सहारे कभी जिदंगी चलती नहीं ।

………
पागल लड़की, तू है मेरी जिंदगी,
तेरे बिना अधूरी है मेरी हर दास्ताँ।
तुझे छोड़ कर कैसे हम बना लें
अपना रास्ता ।
…….
वो जो हवा से बातें करे, बादलों से खेले,
लोग उसे पागल कहते हैं ,
मगर ऐसी आसानी से ना मिले ।
…….
यूं तो हर लौहे मे रस्ट है ।
उसकी हर अदा में है एक अलग सी चंचलता,
वो पागल नहीं, बस थोड़ी सी है मस्त।
…….
दीवानी सी है वो, अपने सपनों की रानी सी है वो ,
पागल जरूर है ,
मगर अपनी जिदंगी की कहानी सी है वो ।
……
लोग समझ न पाएंगे उसके जज़्बातों की गहराई,
वो पागल नहीं, बस अपनी धुन की पक्की है।
दिल की बुरी नहीं है ,मगर थोड़ी शक्की है वो ।
……..
हँसती है जब आसमान की तरफ देख के,
रोती है बारिश की बूंदों से लिपट के।
लोग कहते हैं “ये पागल है”,
पर असल में वो ज़िंदगी को चाहती है खुल के।
…….
उसकी आँखों में है एक सनक सी,
दिल में जुनून, चाल में ठनक सी।
बैचेने हो उठा दिल , कि वह हमे चाहती है ,
लगी जब हमें इसकी भनक सी ।
……
पागलपन की हद तक
चाहने वाले कभी बेवफा नहीं होते ,
मीठे मीठे बोलने वाले वफादार
सौ दफा नहीं होते ।
……
कमर थोड़ी लचकदार है ,
दिल का चमत्कार है ,
पागल जरूर है मगर ,
काफी होशियार है।
…….
अगर मैं उसे मरने को
कहूं तो मरने को तैयार है ,
कहती है यही तो असली
प्यार है।
……..
नहीं जरूरत उस पागल को
चांद सितारों की ,
मेरे एक कहने पर छोड़
सकती है दोस्ती अपने यारो की ।
यही तो है पहचान असली
वफादारों की ।
……
वो पागल लड़की मेरी
जिदंगी का हसीन सपना है ,
दुनिया जानती है वो प्यार
किसी और का हो नहीं सकता
वो सिर्फ अपना है।
……..
चाहे दुनिया मुझे
पागल कहे ,
चाहे जिदंगी मे
कुछ रहे ना रहे ,
मगर मेरे लिए उसने
बहुत कुछ सहे ।
…….
तेरी पागलपन भरी मुस्कान,
मेरे दिल को दीवाना बना देती है।
गम मे जीने वालों को भी
एक बार हंसा देती है।
…….
वो पागल जरूर है ,
मगर अपनी बात पर पक्की है ,
बस दिमाग से थोड़ी शक्की है।
……
पागलों से प्यार करते करते
खुद ही पागल हो गए ,
अपनी वाली के चक्कर मे
पड़ोसन के घर दाखिल हो गए ।
……..
वह प्यार ही क्या ,
जिसमे पागल पन हो ही ना ,
वह महफिल ही क्या ,
जिसमे तू शामिल ना हो ।
…….
हमे शौक था शराब और शबाब का ,
सब कुछ छूट गया
देखकर पागलपन आपका ।
……
देखकर आपका हसीन चेहरा ,आप पागल हो
,कोई कह नहीं सकता ,
जिसे हो जाए एक बार आपसे प्यार ,
वो आपके बिना रह नहीं सकता ।
……..
उस पागल की अदाओ की
दुनिया दीवानी है ,
मगर हमें उसके संग
बहुत परेशानी है।
…….
मौत आए
तो मांग लेंगे ,
मगर तू आए ,
तो दिल से तुझे
बांध लेंगे ।
…….
कोई तुझे पागल कहे ,
कोई दिल का मरीज ,
मगर हमारे लिए है तू
सबसे लजीज ।
…….
फुर्सत से बनाया है
खुदा ने तुझे ,
बस यह पागल पन
सहन करना पड़ता है
तेरा यार मुझे ।
……
ना वो दर्द देते हैं ,
ना वो कुछ कहते हैं ,
बस अपने पागलपन
मे सदा मस्त रहते हैं ।
…….
वैसे तो तू है
ठंडी शराब जैसी ,
थोड़ी पागल भले ही है ,
मगर है ख्वाब जैसी ।
……
उसकी चाल में है एक अजब सी डोल,
उसकी बातों में है एक पागलपन का झोल ,
मगर क्या करें है वह मेरी ही सोल ।
……
दुनिया कहती है वो सनकी है,
पर जिसने जाना, वो तो रंगीन है।
थोड़ी अच्छी है ,और थोड़ी नमकीन है।
…….
कभी चुप, कभी शोर, कभी गुस्सा, कभी प्यार,
उसके मिज़ाज का नहीं कोई अंदाज़ा।
पागल है वो, मगर है खूबसूरत है ,
उसके यही अंदाज दिल को बना देते हैं राजा ।
……
हम तो मरने को तैयार हैं
तेरी अदाओं पे ,
पागलपन तेरा बिखरा दे
अपनी राहों पे ।
……
ना नल से पानी आएगा ,
ना यह फिर से जवानी आएगा ,
पागलों की तरह करले प्यार ,
ना वापस यह कहानी आएगा ।
…….
कभी बिखरे बाल, कभी गुनगुनाती,
कभी खुद से ही बातें करती।
दुनिया कहती है “पागल” उसे,
पर यही तो उसकी खूबी है।
………
तेरी खूबसूरती भी क्या खूब है ,
दुनिया कहती है तुझे पागल ,
मगर अपना सबसे प्यारा
तू महबूब है।
…….
ना रत्न चाहिए ,
ना हीरे चाहिए ,
बस हमें पागलों की तरह
कोई प्यार करे ,
ऐसी जंजीरे चाहिए ।
…….
ना कभी देखती है
अपना चेहरा आईने मे ,
बोलती है साली ,
तू ही मेरा आईना है ,
तू ही मेरी जिदंगी ।
……..
जंहा उस पगली का कोई नाम नहीं ,
वहां अपना भी कोई काम नहीं ।
……
वह कभी सजती संवरती नहीं ,
लहराती हुए कभी उतरती नहीं ,
ना हवाओं की तरह वह गुजरती नहीं ,
एक बार आंख उठाकर देखले जिसे
फिर प्यार की बुखार कभी उतरती नहीं ।
…….
कहती है आपके लिए जान
भी दे सकती हूं ,
और अगर आपके और हमारे बीच
कोई आया , तो जान भी
ले सकती हूं ।
……
जो मेरा नहीं हो सका ,
उसे किसी का होने नहीं दूंगी ,
जीते जी अपने प्यार को
खोने नहीं दूंगी ।
…….
तुझे खोने से डरता हूं ,
कहीं तू देख ना ले ,
सो रोने से डरता हूं ,
पागल है तू ,
फिर भी प्यार तुझे
हद से ज्यादा करता हूं।
……..
जिदंगी जीने के लिए
एक मुकाम चाहिए ,
उस पागल का होने के लिए ,
प्यार हर शाम चाहिए ।
……
पागल लड़की को
कभी समझाया नहीं जाता ,
प्यार का एहसास
उसकी तरह किसी से
कराया नहीं जाता ।
……
वो पागल लड़की, वो दीवानी सी,
हर लम्हा जिंदगी की कहानी सी।
ख़ामोशियों में भी गुनगुनाती है,
और रहती है एक रानी सी ।
…….
मेरी सांसों मे उसका नाम है ,
मगर पागलों की तरह
प्यार करना उसका काम है।
…….
कहती है तेरे प्यार मे पागल हूं मैं
ना तुम मिले तो मर जाउंगी ,
तू मुझे चाहे या ना चाहे ,
यह जिदंगी तेरे नाम कर जाउंगी ।
………
जमाने ने उसे सिर्फ दर्द दिया है ,
जब पागल थी किसी के प्यार मे ,
आज उसे कोई सच्चा हमदर्द दिया है।
…….
कहती है वह पागल ,
मरूंगी तो तुझे बरबाद करके ,
मेरे बिना तू रह नहीं पाएगा ,
अपनी दुनिया आबाद करके ।
…….
जब से वह पागल मेरी
जिदंगी मे आई है ,
कसम से मेरे पीछे
पीछे रहती उसकी परछाई है।
……..
सीने मे दर्द छुपा लगेगी ,
करूंगा गुस्सा ,
तो आंसू बहा लेगी ,
वह प्यार मे इतनी पागल है ,
कि छोड़ने के नाम से ही
खुद मुर्दा बना लेगी ।
…….
कहती है तुम आज
मेरी अहमियत नहीं समझते ,
एक दिन मेरे लिए रोओगे ,
एहसास होगा मेरी कमी का ,
जब तुम मुझे खोओगे ।
…….
बिन पानी फसल सूख जाए ,
ऐसा नहीं हो सकता ,
कि हम उसकी नजरों से चूक जाएं ।
……..
मेरे लिए हर दर्द
सहन करने को तैयार है ,
पागल जरूर है ,
मगर वफादार है।
…….
सौ बेवफा मरती हैं ,
तब एक वफादार पैदा होती है ,
बेवफाओं के रिश्तों मे
अक्सर दरार पैदा होती है।
……
वह सितम भी तुम्हारे
सह लेगी ,
पैसे के बिना भी रह लेगी ,
मगर जिस दिन किया
उस पागल से धोखा ,
फिर बदला जरूर लेलेगी ।
……..
जमाने से लड़ने को तैयार है ,
मौत से उसे प्यार है ,
पागल जरूर है ,
मगर अपना संसार है।
……
किताबों से दोस्ती है उसकी ,
जमाना पागल कहे सारा ,
मगर बहुत गहराई से
नजर सोचती है उसकी ।
…….
रिश्तों को समझने की
परख है उसमे ,
पानी और आग जैसा
फर्क है उसमे ।
…….
मौत से कभी नहीं डरती ,
बेवफाओं से दोस्ती
कभी नहीं करती ,
पागल है मगर
बकवास लोगों की
राहों से कभी नहीं गुजरती ।
…….
एक बेवफा कभी नहीं सुधरती ,
फूलों मे रहने वाली तितली
गंदगी से कभी गुजरती ।
……..
जिसे आदत है हर जगह
मुंह मारने की ,
कोशिश ना करो उस पागल
को यारो तुम सुधारने की ।
…….
दोस्तों जोरू के गुलाम पर 130 मस्त और सुंदर शायरी आपके लिए ।
चांदनी रात पर 177 बेस्ट शायरी जो आपके दिल को मस्त बना देगी ।
