Gahara ka vilom shabd गहरा का विलोम शब्द क्या है?

गहरा का विलोम शब्द, गहरा शब्द का विपरीतार्थक शब्द है, गहरा का उल्टा Gahara ka vilom shabd , Gahara ka opposite in hindi

शब्द (word) विलोम (vilom)
गहराछिछला  
Gaharachichla
            

‌‌‌गहरा का विलोम शब्द और अर्थ

‌‌‌गहरा का विलोम शब्द और अर्थ

दोस्तों गहरा का विलोम शब्द होता है छिछला । और यदि हम गहरे के मतलब की बात करें तो इसका मतलब होता गहराई से । जैसे कि आप एक गहरा कुआ खोद रहे हैं। यदि आपको जमीन से पानी को निकालना होता है तो इसके लिए एक गहरा कुंआ खोदना जरूरी होता है। क्योंकि यदि आप गहरा कुंआ ‌‌‌ नहीं खोदेंगे तो पानी किस तरह से निकालेंगे आप इस बात को समझ सकते हैं। खैर एक गहराई होती है रिश्तों की । भारत और रूस के रिश्तों के बारे मे आप जानते ही हैं भारत और रूस के रिश्ते काफी गहर हैं । अब जब युक्रेन का युद्ध चल रहा है तो इस समय अमेरिका भारत पर यह दबाव बनाने की कोशिश कर रहा है

‌‌‌कि भारत रूस से तेल ना खरीदे लेकिन जब भारत यह देख रहा है कि सब लोग अपने हितों की तरफ ही देख रहे हैं तो उसके बाद भारत भी अपने हितों की तरफ ही देखेगा आप इस बात को समझ सकते हैं तो भारत ने अमेरिका की धमकी का जवाब भी दिया है। इस तरह से आप समझ सकते हैं कि गहरे का मतलब क्या होता है।

‌‌‌जब किसी देश के साथ भारत का काफी मजबूत रिश्ता हो जाता है तो उसके बाद हम उसके लिए गहरा रिश्ता शब्द का प्रयोग करते हैं आप इसके बारे मे अच्छे से समझ ही गए होंगे ।

‌‌‌इसी प्रकार से दो इंसानों के बीच भी काफी गहरा रिश्ता होता है। जैसे पति और पत्नी जिनकी अभी शादी हुई है उनका आपस मे गहरा रिश्ता होता है। जहां पर गहराई की बात आता है वहां पर प्रेम होता है। यदि आपका किसी से गहरा रिश्ता है तो इसका मतलब यह है कि आपका इसके अंदर प्रेम मौजूद है।

‌‌‌इस तरह से गहरे का मतलब आप समझ ही सकते हैं। खैर गहराई को बनाने मे काफी समय लगता है यदि आप किसी से अच्छा रिश्ता स्थापित करना चाहते हैं तो इसके अंदर आपको समय लगेगा । एका एक ही आप किसी के साथ गहरा रिश्ता नहीं बना सकते हैं।

‌‌‌ऐसा नहीं है कि एक बार यदि गहरा रिश्ता हो गया तो उसके बाद वह जीवन भर गहरा रिश्ता ही रहेगा । कई बार जो रिश्ते पहले काफी गहरे दिखाई देते हैं बाद मे उनके अंदर काफी अधिक झगड़ा हो जाता है और वे गहरे रिश्ते बचते ही नहीं हैं।

‌‌‌कौन सा रिश्ता कितना गहरा है इसका पता तुरंत ही नहीं लगाया जा सकता है। समय के साथ इस बात का पता चलता है कि वह रिश्ता गहरा था या नहीं था। क्योंकि यदि  समय के साथ रिश्ता बना रहता है और उसके अंदर किसी भी तरह की दरार नहीं आती है तो उसके बाद हम कह सकते हैं कि

‌‌‌यह रिश्ता गहरा था। लेकिन बहुत सारे रिश्ते ऐसे होते हैं जिनके अंदर समय के साथ काफी अधिक दरार आ जाती है। जिसके बाद वह रिश्ते टूट जाते हैं तो उसके बाद हम यह नहीं कह सकते हैं कि रिश्ता गहरा है।

‌‌‌इस तरह से समय ही बताता है कि कौनसा रिश्ता गहरा है  ? और कौनसा रिश्ता ऐसा है जोकि गहरा नहीं है ? तो आप समझ सकते हैं कि रिश्तों के अंदर भी समानता नहीं होती है। कुछ गहरे होते हैं तो कुछ बस दिखावे के लिए ही होते हैं।

‌‌‌छिछला का अर्थ और मतलब

छिछला का मतलब होता है सतही । या जो उपरी होता है उसके लिए छिछला शब्द का प्रयोग किया जाता है। दोस्तों सतही वह होता है जो उपर होता है। जैसे कि आप जमीन के अंदर किसी तरह का पाइप गैर रहे हैं और वह जमीन के अंदर काफी गहराई के उपर नहीं गैर हैं तो फिर हम उसके लिए सतही शब्द ‌‌‌का प्रयोग करेंगें । तो आप समझ सकते हैं कि सतह का मतलब होता है उपरी। दोस्तों इस जीवन के अंदर रिश्ते दो तरह के होते हैं एक होता है गहरा रिश्ता । जिसके अंदर स्थाईपन होने का चांस काफी अधिक होता है। लेकिन दूसरा रिश्ता होता है सतही होता है जिसके अंदर स्थाइपन होने के चांस काफी कम होते हैं।

‌‌‌जैसे कि आप क्लाश के अंदर पढ़ते थे । और जब कॉलेज बंद हो गया तो आपके सभी क्लाशमेंट अलग अलग जगहों पर जॉब करने लगें। और उसके बाद आपका उनसे कम ही मिलना होता था। इसी प्रकार से जब वे कभी आपसे मिलते हैं तो फिर बस हाय हैलो तक ही होता है। यह भी एक तरह का रिश्ता होता है लेकिन यह बस सतही रिश्ता ‌‌‌सतही होता है। और यह लंबे समय  तक चल सकता है। लेकिन इस तरह के लोगों के टच मे हम लंबे समय तक नहीं रह पाते हैं 

‌‌‌आज की भागदौड़ भरी जिदंगी बन चुकी हैं। ऐसी स्थिति के अंदर हमे समय ही नहीं मिल पाता है कि हम किसी से मिलें तो । हम अधिकतर केस के अंदर ऐसे ही रिश्ते बनाते हैं जोकि सतही होते हैं और आजकल तो इस तरह के रिश्ते काफी अधिक बनते जा रहे हैं जोकि सतही होते हैं।

‌‌‌पति पत्नी के रिश्ते को ही आप देख सकते हैं। आज पति और पत्नी के रिश्ते के अंदर उतना अधिक प्रेम नहीं रहा जितना कभी हुआ करता था। इसका कारण यही है। कि आजकल लोग काफी दिमाग दार हो चुके हैं। पहले की तरह सब कुछ नहीं रहा है । भारत के अंदर भी विदेशों की तरह ‌‌‌ तलाक के मामले काफी अधिक बढ़ चुके हैं ऐसी स्थिति आने का कारण यही है कि हर इंसान किसी को लेकर समझौता नहीं करना चाहता है। और पुरूष तो वैसे भी समझौता करने वाले कम ही होते हैं ऐसी स्थिति के अंदर टकराव होना तय ही होता है।

‌‌‌पहले महिलओं का जीवन पुरूष के उपर काफी अधिक निर्भर करता था लेकिन अब ऐसा नहीं है। समय के साथ अब महिलाएं भी पैसा कमाने लगी हैं तो अब वे भी खुद को सक्षम बना रही हैं ऐसी स्थिति के अंदर वे पुरूष के नीचे दबकर क्यों रहना पसंद करेंगी ।

‌‌‌इन सारी स्थितियों की वजह से ही तो भारत के अंदर तलाक के मामलों मे काफी अधिक बढ़ोतरी देखने को मिली है। और आने वाले दिनों के अंदर यह मामले और अधिक बढ़ सकते हैं ऐसा मानना है। ‌‌‌विदेशों को देखते हुए भारत के अंदर अभी भी तलाक के मामले काफी कम ही आ रहे हैं।

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