माँ का पर्यायवाची शब्द

माँ का पर्यायवाची शब्द या मां का समानार्थी शब्द (maa ka paryayvachi shabd / maa ka samanarthi shabd)  के बारे में इस लेख में हम विस्तार से जानेगे । यह भी जानेगे की मां के पर्यायवाची शब्दो का सरल तरीका क्या होता है । तो लेख देखे ।

माँ का पर्यायवाची शब्द या मां का समानार्थी शब्द (maa ka paryayvachi shabd / maa ka samanarthi shabd)

शब्द (shabd)  पर्यायवाची शब्द या समानार्थी शब्द (paryayvachi shabd / samanarthi shabd)  
माँमाताअम्मा‌‌‌मोममम्मी, मातृजननी, माईअंबाप्रसूजनयित्रीअम्बिका, वालिदाधात्रीमहतारीमातुजन्मदात्रीमैया
माँ in Hindimaata, amma, ‌‌‌mom, mammee, maatr, jananee, maee, amba, prasoo, janayitree, ambika, vaalida, dhaatree, mahataaree, maatu, janmadaatree, maiya.
माँ in Englishmother, mum, mama, ma, momma, mummy
माँ का पर्यायवाची शब्द

‌‌‌मां शब्द का अर्थ हिंदी में || Meaning of the word mother in Hindi

दोस्तो मां का अर्थ होता है जन्मदात्री । यानि जन्म देने वाली स्त्री मां होती है । जैसे की आपका जन्म जिस स्त्री से होता है यानि आपके पिता की पत्नी से आपका जन्म हुआ है तो आपके पिता की पत्नी आपकी मां है ।

हालाकी जो पालन करती है उसे भी मां कहा जाता है। जैसे ‌‌‌की श्री कृष्ण का पालन यशोदा माता ने किया था तो श्री कृष्ण यशोदा माता को भी मैया कहते थे । तो उसी तरह से जन्म देने वाली के अलावा जो पालन करती है उसे भी मां कहा जाता है ।

  • अगर मां के अर्थ की बात करे तो निम्न तरह से हो सकता है ।
  • वह जिसने आपको जन्म दिया है यानि मां ।
  • जन्म देने वाल स्त्री यानि ‌‌‌जननी ।
  • वह स्त्री जिसने आपको जन्म दिया है या आदरणीय बड़ी स्त्री यानि माता ।
  • आजकल अंग्रेजी भाषा मे जीसे मोम कहा जाता है ।
  • वह जो पालन करती है यानि मैया ।
  • वह जो आपके पिता की पत्नी है यानि आपकी माई ।
  • वह जिसे अम्बिका कहा जाता है ।
  • इस तरह से दोस्तो मां का अर्थ होता है जन्म देने वाली है ।

‌‌‌मा शब्द का वाक्य में प्रयोग || ‌‌‌ma shabd ka vakay mein prayog

  • दुनिया में कही पर भी चले जाओ मगर मां के जैसा खाना कोई नही बनाता ।
  • सुरेश की मां ‌‌‌गाय के  दुध की खीर इतनी ‌‌‌अच्िछ बनाती है की जब भी हम खाते है उंगली चाटते रह गए ।
  • भाई राहुल आपकी मां ने तो आज अच्छा खाना बनाया है पेट भर चुका है मगर मन नही भर रहा है ।
  • आज भी जब मुझे चोट लगती ‌‌‌है तो सबसे पहले मेरी मां ही मेरे पास दोड़ कर आती है ।
  • मेरी मां के पास धन दोलत नही था मगर उसने मुझे किसी चीज की आज तक कमी महसुस नही होने दी ।

मां के पर्यायवाची शब्दो का वाक्य में प्रयोग

  • आज मेरी मम्मी ने मेरे लिए नए नए कपड़े खरीदे है ।
  • दिपावली ‌‌‌पर मेरी अम्मा मुझे साईकिल लाकर देगी ।
  • दिपावली आने वाली है और मेरी माता ने अभी तक घर को साफ नही किया है ।
  • दिपावली आने वाली है इस कारण से मैं और मेरी जननी घरो की सफाई में लगे हुए है ।
  • चाहे बेटा कितना भी बड़ा क्यो न हो जाए एक मैया के लिए तो वह हमेशा छोटा रहता है ।

‌‌‌मां कितने प्रकार की होती है

यह प्रशन देख कर आप कहोगे की आखिर मां के भी प्रकार होते है क्या । मगर मेरे प्यारो दोस्तो यह सत्य है मां के भी प्रकार हो सकते है ।

पहले तो आपको यह पता है की मां कोन होती है । क्योकी जो आपको जन्म देती है या जो संतान को जन्म देती है वह उस संतान की मां होती है । ‌‌‌मगर जो जन्म नही देती है उसे भी तो मां कहा जाता है । जैसे एक तो कहते है की इसने तुम्हे पाला है तो यह तुम्हारी मां है ।

अगर आप इसे ऐसे नही समझ सकते है तो भगवान कृष्ण जी का उदहारण ले लो । आपको पता होगा की उनको जनम देवकी माता ने दिया था । तो कृष्ण जी की मां कोन हुई देवकी । मगर कृष्ण जी माता ‌‌‌यशोदा को भी तो मां कहते थे ।

क्योकी माता यशोदा ने कृष्ण जी का पालन हार किया था तो वह उन्हे भी मां कहते थे । इस तरह से जो पालनहार करती है वह भी मां होती है । और यही कारण है की हम मां को भी प्रकारो में विभाजित कर सकते है जो है –

1. सगी मां

दोस्तो जब किसी संतान का जन्म होता है और जिस ‌‌‌स्त्री ने उसे जन्म दिया है वह स्त्री उस संतान की सगी मां होती है । जैसे की भगवान कृष्ण जी का जन्म कंस की बहन देवकी के गर्भ से हुआ था तो कृष्ण जी की सगी मां देवकी होती है ।

वैसे ही आपका जन्म जीस स्त्री के गर्भ से हुआ है वह आपकी सगी मां होती है । और उसी मां के गर्भ से जीस संतान का जन्म ‌‌‌होता है वह संतान भी आपकी संगी होती है ।

2. सौतेली मां

उस मां को संसार में सौतेली मां का दर्जा दिया जाता है जिसके साथ पिता ने दूसरी शादी की है । जैसे की कोई व्यक्ति है जिसका विवाह पहले किसी अन्य महिला के साथ होता है और फिर किसी कारण से दूसरी महिला से विवाह हो जाता है तो वह दूसरी महिला ‌‌‌सौतेली मां होती है ।

मगर यहां पर यह ध्यान रखना होगा की अगर संतान पहली पत्नी की होती है तो ही पिता की दूसरी पत्नी सौतेली मां हो सकती है । अगर संतान ने दूसरी पत्नी के गर्भ से जन्म लिया है तो उस संतान की वह सौतेली मां नही होती है ।

‌‌‌अगर सौतेली मां बारे में बात करे तो इस संसार में यह बहुत ही अधिक चल रहा है । गर किसी पुरूष का एक महिला के साथ विवाह होता है और उस महिला का किसी वजह से देहांत हो जाता है तो उसका दूसरा विवाह किया जाता है और इस तरह से दूसरा विवाह करने के कारण से ही सौतेली मां बनती है ।

आपके आस पास भी ऐसे ‌‌‌बहुत लोग मिल जाएगे जिन्होने दूसरा विवाह किया है । तो वे सौतेली मां हो सकती है अगर पहली पत्नी की कोई संतान होती है ।

अगर पहली पत्नी की कोई भी संतान नही होती है तो वह स्त्री किसी की भी सौतेली मां नही कही जाएगी ।

‌‌‌3. पालनहार करने वाली भी मां होती है

अगर किसी संतान का कोई दूसरी महिला पालनहार करती है तो वह उसकी मां के समान होती है और संतान उसे मां ही कहती है । जैसे की भगवान कृष्ण जी का पालनहार माता यशोदा ने किया था जिसके बारे मे आपको पता है । तो यह जो माता यशोदा होती है ना उसे कृष्ण जी मां कहते थे ।

और ‌‌‌इसी तरह से आज समाज में जो पालन हार करती है उसे मां कहा जाता है । अगर आपका कोई दूसरी महिला पालन हार कर रही है जैसे की आपकी मोसी, आपकी मामी, आपी चाची तो वे सभी आपकी मां होगी ।

हालाकी ऐसा बहुत ही कम होता है की दूसरी महिला को पालन करना पड़ता है । अगर ऐसा होता है तो इसके पिछे कोई दूखद बात जरूर ‌‌‌होती है ।

इस तरह से जो भी किसी बालक का पालन हार करती है वह मां कही जाती है । चाहे वह कोई भी स्त्री क्यो न हो ।

4. धर्म देवी भी मां होती है

दोस्तो अगर आप हिंदू धर्म से हो तो आपको यह बताने की जरूरत नही है की हिंदू धर्म में अनेक देवी होती है । और उन सभी को मां का दर्जा दिया जाता है ।

‌‌‌अभी कुछ ही दिनो पहले नवरात्रो का समय चल रहा था तो यहां पर कुल 9 देवी की पूजा होती थी । तो इन सभी को मां का दर्जा दिया जाता है । हालाकी यह तो नही कह सकते की हमे इन्होने जन्म दिया है । मगर यह हमारे धर्मों के अनुसर मां होती है ।

इसी तरह से अनेक ऐसी ही देवी है जिसे हिंदू धर्म मां कहते है । ‌‌‌जैसे की धरती मां, दुर्गा मां, पार्वती मां, लक्ष्मी मां आदी ।

इस तरह से दोस्ता मां को भी प्रकारो में विभाजित किया जा सकता है । और जब आपने इन सभी प्रकारो के बारे में पढ लिया है तो आपको यह पता चल गया होगा की असल में मां को प्रकारो में विभाजित किस तरह से करते है ।

दोस्तो मां चाहे इस संसार‌‌‌में किसी को भी कहा जाए मगर असल मां इस संसार में केवल एक ही होती है जिसके गर्भ से हमने जन्म लिया है । उसके अलावा कोई ओर मां नही हो सकती है । हालाकी कहने की बात अलग है । कहने को तो हम अपने आस पास की औरतो को मां के समान कहते है । मगर इसका मतलब यह नही की वे हमारी मां है । बल्की का के जैसा दर्जा ‌‌‌वे हमारे मन में रखती है ।

एक मां को किसी संतान के जन्म के समय क्या क्या करना होता है वह केवल स्त्री ही जानती है । अगर कोई स्त्री इस लेख को पढ रही है तो उसे पता है की मां आखिर कोन होती है । और क्यो दूसरी औरत को मां नही कहा जा सकता है ।

क्योकी किसी भी संतान को 9 महिनो तक अपने पेट में ‌‌‌रखना कोई आम बात नही है । इससे अनेक तरह की पीढ़ा का भी सामना करना पड़ता है  जिसे एक पुरुष कभी नही समझ पाएगा ।

इस कारण से हम केवल जन्म देने वाली मां को ही काफी महत्व दे सकते है । इसके अलावा जो भी मां होती है वह केवल कहने के काबिल होती है । हमारी असली मां यानि जसने जन्म दिया है उसके समान ‌‌‌अन्य मां नही हो सकती है । कहते है ना की यह औरत मेरे मां के समान है । मगर असल में वह मां के सामन नही होती है । एक बेटे की फिकर उसकी उसली मां से ज्यदा  कोई नही कर सकती है । एक मां जो अपनी संतान के लिए करती है वह कोई स्त्री नही कर सकती है ।

इस तरह से दोस्तो हमने इस लेख में मां के ‌‌‌पर्यायवाची शब्द या मां के सामनार्थी शब्दो के बारे में जान लिया है । अगर लेख पसंद आया तो कमेंट में बताना ।

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