nasheeli aankhon ki shayari नशीली आँखों पर ‌‌‌सबसे बेहतरीन शायरी

‌‌‌कभी हम तेरी नशीली आंखों पर फिदा हो गए थे ।
तू कहती है आज हम वापस तेरे पास आ जाएं
जबकि अब तो तेरे मेरे रस्ते ही जुदा हो गए ।


‌‌‌तेरी यह नशीली आंखें नजाने कितनों को उलझाएगी ।
हम यकीन के साथ कह सकते हैं तू आज इसके साथ है
कल इसको भी मेरी तरह भूल जाएगी ।
‌‌‌तेरी नशीली आंखों का नशा वो नशा है
जो उतारे नहीं उतरता है
लग रहा है जैसे भंवरा बंद कलियों के बीच फंसा है।
‌‌‌आंखों ही आंखों मे रोज तू बहुत कुछ कहती है
पर साला आज तक समझ नहीं आया
इतना सब कुछ कहने के बाद ‌‌‌भी
यह तन्हाई क्यों हमारे पास रहती है।।

‌‌‌तेरी नशीली आंखों मे नशा शराब से भी ज्यादा है।
एक बार हमे अपने दिल की बात बोलदो सनम
जिंदगी भर साथ निभाएंगे यह हमारा वादा है।
‌‌‌ऐसा कोई शराबी तूने आज तक नहीं देखा होगा
जो तेरी नशीली आंखों का नशा किया करें ।
दिन रात तेरे नाम का जप किया करे
और सुबह शाम तेरे चेहरे को देखकर जिया करे ।।
‌‌‌तेरी इन नशीली आंखों के नशे ने हमको
हर गलीचौराहे पर बदनाम कर दिया
परवाह नहीं है हमे इसकी पर आज
से ‌‌‌यह दिल ‌‌‌तेरे नाम कर दिया । 
 नशीली आँखों पर ‌‌‌सबसे बेहतरीन  शायरी

‌‌‌तुझ से नहीं कहा तो क्या हुआ
तेरी नशीली आंखों से तो दीदार किया है।
हम उस हसीन पल को कैसे भूल सकते हैं
जो हमे तेरी आंखों ने दिया है।।
‌‌‌कभी कभी सोचते हैं तेरी आंखों मे इतना नशा है
तो तुझ मे कितना नशा होगा।
वो इंसान बहुत खुशनसीब है
जो तेरे दिल मे बसा होगा ।
‌‌‌तेरी नशीली आंखों मे गोर से देखते हैं
तो पूरी दुनिया नजर आती है।
पता ही नहीं चलता एक घड़ी
कब और कैसे गुजर जाती है।।

‌‌‌आज तेरी आंखों का दीदार करने के लिए
बहुत तरस गए हैं हम
बादल बनकर पूरी दुनिया मे
बरस गए हैं हम।।

‌‌‌हम तो तेरी नशीली आंखों से दीदार करने लगें हैं।
कैसे बतादें दुनिया को
की हम तुझे अपनी जान से ज्यादा प्यार करने लगें हैं।

‌‌‌जब हमारे पास से गुजरते वक्त
तुम्हारी नजर झुक जाती है।
तुम्हारा एहसास करने के लिए
राम कसम हमारे दिल की घड़कन भी रूक जाती है।

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