राशि के सभी पर्यायवाची शब्द, rashi ka paryayvachi shabd

इस लेख में हम राशि का पर्यायवाची शब्द या राशि का समानार्थी शब्द [rashi ka paryayvachi shabd ya rashi ka samanarthi shabd] के बारे मे जानेगे । इसके अलावा राशि से जुडे महत्वपूर्ण रोचक तथ्य भी यहां पर दिए गए है तो लेख को आराम से देखे ।

राशि का पर्यायवाची शब्द या राशि का समानार्थी शब्द { rashi ka paryayvachi shabd ya rashi ka samanarthi shabd}

‌‌‌राशि को दो नामो से जाना जाता है एक राशि जो मनुष्य के जीवन के साथ जुडी होती है तो दूसरा धन को राशि कहा जाता है । इस कारण से राशि के पर्यायवाची शब्द भी दो रूपो मे होगे ।

1.राशि राशिफल का पर्यायवाची शब्द या समानार्थी शब्द [rashi ka paryayvachi shabd ya rashi ka samanarthi shabd]

शब्द [shabd]पर्यायवाची शब्द / समानार्थी शब्द [paryayvachi shabd / samanarthi shabd]
राशिलग्न, मुहूर्त
‌‌‌कुल राशि ‌‌‌के नाममेष राशि, वृष राशि, मिथुन राशि, कर्क राशि, सिंह राशि, कन्या राशि, तुला राशि, वॄश्चिक राशि, धनु राशि, मकर राशि, कुम्भ राशि, मीन राशि
राशि hindi lagn, muhoort .
राशि hindi mesh raashi, vrsh raashi, mithun raashi, kark raashi, sinh raashi, kanya raashi, tula raashi, vrshchik raashi, dhanu raashi, makar raashi, kumbh raashi, meen raashi
राशि EnglishMarriage, Muhurta.
राशि English [zodiac]Aries, Taurus, Gemini, Cancer, Leo, Virgo, Libra, Scorpio, Sagittarius, Capricorn, Aquarius, Pisces

2. ‌‌‌राशि (Amount) का पर्यायवाची शब्द या राशी का समानार्थी शब्द [rashi ka paryayvachi shabd ya rashi ka samanarthi shabd]

शब्द {shabd}{paryayvachi shabd / samanarthi shabd}
‌‌‌राशि(Amount)रकम, धनराशि, परिमाण, पुंजी, मात्रा, ढेर, संचय, समुदाय ढेर, तादाद,
‌‌‌राशि(Amount) in hindirakam, dhanaraashi, parimaan, punjee, maatra, dher, sanchay, samudaay dher, stoop, raas, taadaad,
Amount {‌‌‌राशि} in Englishamount, quantity, capital, heap, accumulation, community heap, number,

‌‌‌राशि शब्द का अर्थ हिंदी में // Meaning of the word zodiac in Hindi

दोस्तो आपको बता दूं की राशि शब्द के अनेक प्रकार के अर्थ होते है जिस तरह से राशि को राशिचक्र के रूप में जाना जाता है उसी तरह से राशि को धन के रूप में भी जाना जाता है । इसके अलावा राशि को मात्रा के रूप में भी बताया जाता है । इस तरह से राशि शब्द के जो अर्थ बनते ‌‌‌वह तीन रूप में होते है ।

1. राशि [राशिचक्र] के रूप का अर्थ –

‌‌‌मनुष्य के जीवन में राशिचक्र के कुल 12 बराबर भाग होते है जिन्हे ज्योतिषी रूप में सबसे अधिक महत्व दिया जाता है । इन राशिचक्र के कुल 12 बराबर भाग को राशि कहा गया है जो की मनुष्य के नाम के अनुसार ही ‌‌‌आधारित की जाती है । इन राशि के आधार पर ही ज्योतिषी मनुष्य के जीवन मे कष्टो को दूर करने ‌‌‌का उपाय बता पाता है ।

बताया जाता है की ऐसी कोई भी राशि नही है जो की सूरज के क्रांतिवृत्त पर आने वाले विभिन्न प्रकार के तारो से जुडी न हो यानि सभी राशि मुख्य रूप से सूर्य के क्रांतिवृत्त के तारामंडल से जुडी रहती है । जिन्हे राशि तारामंडल भी कहा गया है ।

‌‌‌ये कुल बारह राशियां है – मेष राशि, वृष राशि, मिथुन राशि, कर्क राशि, सिंह राशि, कन्या राशि, तुला राशि, वॄश्चिक राशि, धनु राशि, मकर राशि, कुम्भ राशि ‌‌‌और मीन राशि।

2 राशि [धन] के रूप का अर्थ –

 ‌‌‌राशि शब्द का प्रयोग धन के लिए भी किया जाता है । जिस तरह से अगर किसी को धन की आवश्यक्ता होती है तो वह धन न बोल कर राशि शब्द का प्रयोग करता है जैसे मुझे आज राशि की बहुत अधिक जरूरत आ पडी है । इस तरह से राशि को धन के रूप में प्रयोग करते है और खासकर ऐसे धन के लिए अधिक किया जाता है जो ‌‌‌अधिक हो यानि जिसकी मात्रा अधिक हो जिसे ढेर कहा जाता है ।

3. ‌‌‌मात्रा या संख्या के रूप में राशि शब्द का प्रयोग

दोस्तो इन सबके अलावा राशि शब्द का प्रयोग संख्या के रूप मे भी किया जाता है जो की मुख्य रूप से गणित में गुणा, भाग आदि से संबंधित संख्या होती है । इसके अलावा दुनाकदार किसी वस्तु की मात्रा के आधार पर भी राशि शब्द का प्रयोग करते हुए देखे ‌‌‌जाते है ।

‌‌‌अत: अन्त में कह सकते है की राशि शब्द का अर्थ राशिचक्र, धन, और संख्या का रूप होता है ।

‌‌‌राशि शब्द का वाक्य में प्रयोग // use of the word rashi in a sentence

  • ‌‌‌कल रमेश भाई मिल गया तो उसने बताया की भाई आज कल तो दुखो का साया चल रहा है मेरी तो राशि ही खराब है तो मैंने कहा की नही भाई ऐसा नही है तुम्हारी राशि ‌‌‌तुला है और इस राशि मे कभी सुख दूख आते ही रहते है ।
  • ‌‌‌कल कंचन के पिता ने उसे बताया की बेटा कंचन शब्द की राशि मिथुन होती है ।
  • ‌‌‌रामलाल के घर मे आग लग जाने के कारण से उसका सब कुछ नष्ट हो गया यह देख कर लोगो ने उसे कुछ राशि देकर मदद की ।
  • ‌‌‌महेश दिन भर काम कर कर जब घर आया तो जो भी राशि कमाई थी वह सिधे ही अपनी मां को दे दी ।
  • ‌‌‌दिवाली पर कुमारी सुरेखा ने बहुत अधिक राशि खर्च कर दी और अब खाने तक के लाले पड गए है ।

‌‌‌ ‌‌‌राशि शब्द के बारे मे रोचक तथ्य // Interesting facts about the word zodiac in hindi

  • हिंदू धर्म के अनुसार राशि को राशिचक्र के 12 भागो को कहा गया है ।
  • बताया जाता है की जो राशि है वह उसी प्रकार के तारामंडल से संबंधित होती है जिस तरह से ‌‌‌तुला राशि का तारामंडल भी ‌‌‌तुला तारामंडल होता है और उसी तरह से कन्या राशि का तरामंडल कन्या तारमंडल ही होता है ।
  • ‌‌‌आपने जन्मपत्री के बारे मे ‌‌‌सुना होगा मगर असल मे यह जन्मपत्री राशि पर आधारीत होती है जिसके बाद ही किसी मनुष्य के सुख और दूखो के बारे मे बताया जा कसता है ।
  • ‌‌‌कुल 12 राशिया है उनके नाम निम्न है – मेष राशि, वृष राशि, मिथुन राशि, कर्क राशि, सिंह राशि, कन्या राशि, तुला राशि, वॄश्चिक राशि, धनु राशि, मकर राशि, कुम्भ राशि ‌‌‌और मीन राशि    ।
  1. मेष राशि – ‌‌‌इस राशि का जो चिन्ह होता है उसका आकार एक भेड के समान है जिसके कारण से इस राशि का चिन्ह ”मेढा या भेडा को कहा गया है । मेष राशि का जो तारामंडल होता है उसका नाम मेष तारामंडल है । ज्योतिषि के अनुसार मेष राशि के स्वामी का नाम मंगल है ।
  • वृष राशि – ‌‌‌इस राशि का चिन्ह एक सांड या बैल के समान होने के कारण से राशि के लोगो को इसी प्रकार के स्वभाव के बताया जाता है । क्योकी बैल इतना अधिक बलवान होता है की बहुत ही अधिक परिश्रम करने के बाद भी नही थकता है और इसी तरह के परिश्रमी लोग इस राशि वाले होते है । ‌‌‌इस राशि के स्वामी को शक्र कहा गया है ।
  • मिथुन राशि- ज्यौतिषी के अनुसार इस राशि तारमंडल मिथुन तारमंडल बताया गया है और इस राशि का चिन्ह युवा दंपति या जुडवा है । ‌‌‌राशि के स्वामी को बुध कहा गया है ।
  • कर्क राशि – कर्क राशि का चिन्ह एक केकडे के रूप में होता है । जिसके स्वामी को चंद्रमा को बताया गया है । इसके तारामंडल को कर्क तारामंडल कहा जाता है ।
  • सिंह राशि – इस राशि का चिन्ह एक शेर के रूप में होता है जो की सूर्य देव को स्वामी के रूप में देखा जाता है । राशि का एक तत्व भी होता है जिसे अग्नि कहा गया है ।
  • कन्या राशि – इस राशि का चिन्ह एक कन्या का होता है जिसने अपने हाथो में फुल डाली ले रखे है । राशि तत्व को पृथ्वी बताया गया है अगर स्वामी की बात करे तो कन्या राशि का स्वामी बुध होता है ।
  • तुला राशि – इस राशि का चिन्ह एक तुला होता है जो की भारत मे सबसे अधिक देखने को मिलता है । अगर न्ययालय की बात करे तो वही भी तुला दिखाई दे जाता है और इसके अलावा भारत मे सबसे अधिक आकृति मे तुला ही दिखाई देता है । इस राशि के देवता या स्वामी को शुक्र कहा गया है ।
  • वॄश्चिक राशि – इस राशि का चिन्ह बिच्छू, चील या फ़ीनिक्स होता है । और स्वामी को प्लूटो, मंगल बताया गया है । बिंछू की पकड मजबूत होने के कारण से इस राशि वाले लोगो को अधिक मजबुती पकड के रूप मे देखा जा सकता है ।
  • धनु राशि – इस राशि में स्वामी विवेकान्द को जातक के रूप में बताया गया है । इस राशि के स्वामी को बृहस्पति कहा गया है । इसके अलावा बताया जाता है की इस राशि के लोग सोचने समझने मे बडे शक्तिशाली होते है ।
  • मकर राशि – इस राशि का राशिचिन्ह मगरमच्छ होता है । जिसका नक्षत्र मकर तारामंडल होता है और इस राशि के स्वामी को शनि बताया गया है ।
  1. कुंभ राशि – इस राशि का राशि चिह्न कुम्भ होता है और स्वामी अरूण होता है । राशि का नक्षत्र   कुम्भ तारामंडल होता हैं । शर्मीले और शांत होने का गुण इस राशि वाले लोगो मे देखने को मिलता ही है ।
  2. ‌‌‌मीन राशि – इस राशि का राशि चिह्न मछली होता है और स्वामी वरुण होता है । इस राशि का नक्षत्र मीन तारामंडल होता है । इस राशि के लोगो की एकाग्रता कम होती है जिसके कारण से ही समय समय पर नए कार्यो की तरफ बढते जाते है ।

‌‌‌ ‌‌‌राशि [धन] के बारे मे रोचक तथ्य // Interesting facts about Amount in Hindi

  • अगर बहुत अधिक धन का ढेर लगा है तो उसे अधिक राशि के नाम से बुलाया जा कसता है ।
  • ‌‌‌आपको शायद पता होगा की धन दौलत नाम की एक फिल्म भी निकली हुई है जो की 1980 मे रिलिज हुई थी और इसमे मुख्य रूप से ऋषि कपुर ने अपना अहम रोल अदा किया था ।
  • ‌‌‌हिंदू धर्म के लोगो का मानना है की धन के देवता कुबेर और माता लक्ष्मी ही है । ‌‌‌इस कारण से वे उनकी अच्छी पूजा करते है ।
  • ‌‌‌वर्तमान मे धन का इतना अधिक महत्व हो गया है की अन्य वस्तुओ की कोई भी किमत नही रही है यानि सभी धन से खरीदा जाने लगा है । अगर किसी के पास धन यानि राशि नही है तो वह अपना पेट तक आराम से नही भर सकता है ।

‌‌‌मनुष्य के जन्म के बाद दो प्रकार की राशि

दोस्तो ‌‌‌मनुष्य का जन्म होने के बाद से ही उसे एक नाम प्रदान कर दिया जाता है और इसी नाम के आधार पर उसकी राशि बनती है । मगर हर बच्चे की दो राशि ही होती है जो की उसके जन्म और नाम राशि कहलाती है ।

मनुष्य का जब जन्म होता है तो उसे एक नाम दिया जाता है ताकी संसार में उसे इसी नाम से जाना जा सके । यह नाम उसकी राशि को दर्शाता है । किसी व्यक्ति के पहले अक्षर को देख कर उसकी राशि का पता लगाया जा सकता है । 

1.जन्म राशि क्या होती है

जब किसी बच्चे का जन्म होता है तो ‌‌‌ज्योतिषि अपने ज्ञान के आधार पर यह पता लगाते है की इस बच्चे का किस नक्षत्र में जन्म हुआ है । इसके लिए ज्योतिषि सही समय के बारे मे जानना चाहते है जो की माता पिता उन्हे बता देते है । इस आधार पर ज्योतिषि यह पता लगा लेते है की बच्चे का जन्म किस नक्षत्र में हुआ है ।

उसी के आधार पर बच्चे ‌‌‌को नाम प्रदान किया जाता है और इसी नक्षत्र में जन्म के कारण से उस बच्चे के नाम के अनुसार उसकी राशि चुन ली जाती है । जिस तरह से अगर किसी बच्चे का जन्म रोहिणी नक्षत्र में हुआ है तो उस बच्चे को ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो से शुरू होने वाले नाम प्रदान किए जाते है ।

इसी नाम के आधार पर उस ‌‌‌की राशि वृष हो जाती है । इसी तरह से अन्य राशियो के लिए भी अलग अलग प्रकार के नक्षत्र होते है और इसके नाम के आधार पर ही राशि को चुना जाता है ।‌‌‌इस प्रकार की राशि को जन्म राशि कहा जाता है ।

2.नाम राशि क्या होती है

दोस्तो अगर किसी बच्चे का नाम रोहित है और उसका जन्म चित्रा नक्षत्र में हुआ है तो उसकी राशि तुला होगी यह जन्म राशि है । मगर जब रोहित को किसी अन्य नाम से बुलाया जाने लगे जैसे पकज तो रोहित का नाम पूरा ही बदल जाता है ‌‌‌इस तरह से जिस बच्चे को जिस नाम से बुलाया जाता है उसी के आधार पर उसकी एक राशि और होती है ‌‌‌जैसे रोहित को पंकज कहने पर पकंज की राशि कन्या होगी । इस राशि को नाम राशि कहा जाता है यानि नाम के अनुसार राशि का होना ।

‌‌‌राशि का महत्व // importance of zodiac in Hindi

दोस्तो संसार के अलग अलग देशो मे राशि के बारे मे अलग अलग धारणा हो सकती है मगर भारत के हिंदुओ की बात करे तो उनके लिए राशि का बडा महत्व रखा जाता है । क्योकी राशि का उपयोग जन्म से लेकर नामकरण और विवाह के अलावा अन्य शुभ कार्यो तक रहता है । यहां तक की दुखो को दूर करने के ‌‌‌लिए भी राशि का उपयोग किया जाता है । इस तरह की राशियां मुख्य रूप से ज्योतिषि विद्या के रूप मे देखी जाती है। जिसकी गणना ज्योतिषि ही करता है ।

क्या राशि मानव के लिए उपयोगी है, what amount is useful to humans

जी हां, क्योकी आपने अभी लेख में पढा है की राशि को धन के रूप में जाना जाता है और धन जो होता है वह आज के समय मे कितना किमती है शायद ही आपको पता नही होगा । क्योकी आप इस बारे में जानते है की धन से ही सब कुछ हासिल होता है । तो इसका मतलब हुआ धन जरूरी है और धन को ही राशि कहते है तो इसका मतलब हुआ की राशि मानव के लिए उपयोगी है ।

वही पर राशि जो होती है वह ज्योतिषी विज्ञान के अनुसार मानव से जुड़ी होती है । और आपको बात दे की ज्योतिषी विज्ञान में राशि को काफी महत्वपूर्ण माना जाता है और इस बात से भी कहा जा सकता है की राशि मानव के लिए उपयोगी है ।

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