सत्य का विलोम शब्द क्या है Satya ka vilom shabd kya hai ?

सत्य का विलोम शब्द या सत्य का विलोम , सत्य का उल्टा क्या होता है ? Satya ka vilom shabd

शब्दविलोम शब्द
सत्यअसत्य
SatyaAsatya

‌‌‌सत्य का विलोम शब्द और अर्थ

सत्य का मतलब होता है जो घटित हुआ है वह सत्य है।सत्य किसी घटना का वैसा का वैसा वर्णन होता है। सत्य का विलोम शब्द होता है असत्य । दोस्तों आप सत्य के बारे मे अच्छी तरह से जानते ही हैं। वैसे आजकल सत्य को बोलने वाले कम ही लोग ही बचें हैं। यदि आप सच का साथ ‌‌‌देते हैं तो फिर आप काफी परेशानी के अंदर पड़ सकते हैं। क्योंकि इस दुनिया के अंदर सत्य को बोलने वाले बहुत ही गिने चुने लोग ही बचे हैं इस बात को आप अच्छी तरह से समझते हैं। अधिकतर लोग अपने फायदे के लिए झूठ बोलते हैं। एक जमाना ऐसा था कि उन्होंने जो भी वचन बोल दिया वह हमेशा ही वे सच साबित ‌‌‌ करके दिखाते थे । और इसके लिए भले ही उनको अपनी जान क्यों ना गवानी पड़े । आपने राजा बलि का नाम तो सुना ही होगा । राजा बलि की एक कथा आती है जिसके अंदर भगवान एक बालक का वेश बनकर राज बलि से तीन पग भूमी को मांगने के लिए जाते हैं और राजा बलि उनको तीन पग भूमी दान देदेता है। और उसके बाद भगवान ‌‌‌एक पैर के अंदर धरती को माप लेते हैं और दूसरे पैर के अंदर पाताल को भी नाप लेते हैं। और उसके बाद तीसरा पैर रखने के लिए उनके पास जगह नहीं होती है तो राजा बलि अपने सिर पर उनका तीसरा पैर रखने को कहते हैं। और उसके बाद भगवान उनके सिर पर तीसरा पैर रखते हैं।

‌‌‌इसी प्रकार से आपने पशुराम का नाम तो सुना ही होगा उन्होंने अपने पिता को वचन दिया था कि वह उनकी माता का वध करेंगे और उसके बाद उन्होंने ऐसा किया भी । वास्तव मे इस तरह के लोग महान होते हैं। इसके बारे मे आपको पता ही है। भले ही सत्य परेशान हो सकता है लेकिन उसको पराजित नहीं किया जा सकता है।

सत्य का विलोम शब्द

‌‌‌सत्य बोलने वाले इंसानों की आज कद्र नहीं होती है। लेकिन परलोक के अंदर इसी तरह के इंसानों की कद्र होती है। आपको इसके बारे मे पता ही है। दोस्तों सत्य आजकल कोई क्यों नहीं बोलना चाहता है ? इसका कारण यही है कि सत्य हर किसी को परेशान कर सकता है। यदि एक पत्नी अपने पति के अलावा किसी और के साथ ‌‌‌रोमांच करती है और यदि इस बात के बारे मे वह अपने पति को बता देती है तो आप समझ सकते हैं कि बात तलाक तक पहुंच सकती है। हम सत्य इसलिए नहीं बोल पाते हैं कि सत्य का सामना करने की हिम्मत हमारे पास नहीं होती है। क्योंकि हम खुद गलत होते हैं। और आपको पता ही है कि सत्य के सामने गलत कितनी देर तक ‌‌‌ टिक सकता है। दोस्तों सत्य तो सत्य ही रहता है। उसे कोई भी नहीं बदल सकता है। आप भले ही इस बात को भूल जाएं कि हम सभी लोग एक ना एक दिन मरने वाले हैं । लेकिन यह सत्य है और आपको इसका सामना करना ही पड़ेगा ।

 यह बात अलग है कि कुछ लोग सत्य का सामना हंस कर करते हैं क्योंकि वे खुद को इस सत्य के  ‌‌‌ लिए पहले से तैयार कर लेते हैं। लेकिन कुछ लोग ऐसे होते हैं जोकि मौत को धोखा देने की कोशिश करते हैं। और उनको बस यही लगता है कि यह जीवन ही सब कुछ है लेकिन मौत तो उनका पीछा कर रही होती है।और एक ना एक दिन आती है। लेकिन उसके बाद बहुत अधिक देर हो चुकी होती है।

‌‌‌असत्य का अर्थ और मतलब

दोस्तों असत्य का मतलब होता है जोकि आपकी कल्पना हो या जो घटित नहीं हुआ हो वह असत्य होता है। दोस्तों यह एक अलग बात है कि लोग सत्य को भी असत्य की तरह पेश कर देते हैं। लेकिन सत्य तो सत्य ही रहता है। इसके अंदर कोई भी शक नहीं है। ‌‌‌वैसे आपको बतादें कि इस दुनिया के अंदर असत्य ही अधिकतर केस के अंदर चलता है। और यदि आप सत्य बोलते हैं तो फिर आपकी वैल्यू रतिभर भी नहीं होती है। इसलिए हमेशा ही असत्य बोलना चाहिए  यदि आप अपनी वैल्यू को बढ़ाना चाहते हैं। लेकिन यदि आप लोक से कुछ हटकर कर रहे हैं तो आपको सदैव ही सत्य ‌‌‌ ही बोलना चाहिए यही आपके हित मे होता है।

‌‌‌लेकिन रियल लाइफ के अंदर अधिकतर जो चीजे हो रही हैं वह बस असत्य के बेस पर ही होती है। और यही वजह है कि इस दुनिया के अंदर इनती अधिक मारकाट मची हुई है। सोचो यदि सारे लोग सत्य बोलना शूरू कर दें तो हम उस सत्य को हज्म ही नहीं कर पायेंगे ।

दोस्तों इस तरह की दिलचस्प घटना फिल्मों के अंदर ‌‌‌ देखने को मिलती है जिसके अंदर होता यह है कि एक पत्नी अपने पति के लिए सत्य बोलने की मशीन को लेकर आती है। अब बेचारा पति रहा ठरकी वह तो रोजाना काले काम ही करता है । तो वह सबसे पहले पति को यह कहती है कि आप इस मशीन पर खड़े होकर बताओं जो मैं पूछंगी और पत्नी को तो अपने पति पर पूरा भरोशा होता ‌‌‌ है। जिस तरीके से भारतीय पत्नी को अपने पति पर होता है। अब बेचारा पति बहुत अधिक डर जाता है क्योंकि यदि वह इस मशीन पर खड़ा हो गया तो उसकी सारी सच्चाई समाने आ जाएगी । लेकिन पत्नी उस पति को उस मशीन पर खड़े करने को आतुर होती है। अब बेचारा पति खड़ा तो हो जाता है लेकिन ‌‌‌जब वह सच बोलने लग जाता है तो उसके बाद पत्नी के भी होश उड़ जाते हैं। और बेचारी का रो रोकर बुरा हाल हो जाता है। दोस्तों भले ही हम लोग सच सच बोलो इस बात का ढीढोरा पीटते हैं लेकिन उसी सच को सुनने की हिम्मत हमारे अंदर नहीं होती है।

‌‌‌मान लें कि किसी की पत्नी किसी दूसरे व्यक्ति के साथ रिलेशन मे है और उस बेचारे को इस बात का पता ही नहीं है। और यदि पता चल भी जाता है तो उसके बाद क्या होता है आप जानते हैं। अधिकतर केस के अंदर तलाक हो जाता है। क्योंकि सच कोई भी सुनना पसंद नहीं करता है।

‌‌‌इसलिए तो दुनिया असत्य पर चलती है। असत्य की डोर से ही तो अधिकतर रिश्ते बंधे होते हैं। दोस्तों असत्य के दम पर ही नकली लोग कोर्ट के अंदर केस जीत जाते हैं। इसके बारे मे कोई खामी नहीं है।  सत्य पर चलना आजकल किसी कड़ी परीक्षा से कम नहीं होता है। और सत्य पर हर कोई चल भी नहीं सकता है।‌‌‌बस कुछ ही लोग होते हैं जोकि सत्य पर चलने की हिम्मत रखते हैं। लेकिन आपको तो पता ही है कि सत्य पर बस वही लोग चलते हैं तो कि खुद सही होते हैं। एक गलत आदमी कभी भी सत्य पर चल ही नहीं सकता है। आप इसके बारे मे अच्छी तरह से जानते ही हैं।

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