बेलपत्र के चमत्कारी उपाय ‌‌‌और टोटके के बारे मे जानकारी

बेलपत्र के उपाय , bel patra ke upay बेलपत्र को बिल्व के नाम से जाना जाता है। इसके बारे मे आपको पता ही होगा ।इसके अंदर कई तरह के रोगों को नष्ट करने की क्षमता होती है और यह हिमालय के तराई के क्षेत्रों के अंदर अक्सर देखने को मिल जाता है।भारत के अलावा दक्षिणी नेपाल, श्रीलंका, म्यांमार, पाकिस्तान, बांग्लादेश, वियतनाम, लाओस, कंबोडिया एवं थाईलैंड में उगते हैं। ‌‌‌और आपको बतादें कि बेलपत्र काफी पवित्र पौधा होने की वजह से इसको अक्सर मंदिरों के पास लगाया जाता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और जो बेलपत्र होता है उसके अंदर भगवान शिव का वास माना जाता है। और इसके जो तीन पत्ते होते हैं उनको त्रिदेव के नाम से जाना जाता है।

‌‌‌इसके पत्ते जो होते हैं वे गंध युक्त होते हैं और गर्मियों के अंदर गिर जाते हैं। और इसके जो फूल होते हैं वे सफेद रंग के होते हैं। और काफी अधिक उपयोगी भी होते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

बेल का फल एक प्रकार का छोटा, कठोर और चिकनी चमड़ी वाला फल होता है जिसका व्यास 5 से 17 सेंटीमीटर होता है। पके होने पर खोल का रंग हल्के हरे से सुनहरे पीले रंग में भिन्न हो सकता है। थोड़ा खट्टा स्वाद के साथ मांस मीठा और रसदार होता है। बेल फल एक मौसमी फल है जो आमतौर पर समशीतोष्ण जलवायु में देर से सर्दियों या शुरुआती वसंत में पकता है।

‌‌‌इस लेख के अंदर हम आपको बेलपत्र के उपाय के बारे मे बताने वाले हैं। जिसकी मदद से आप कुछ फायदा उठा सकते हैं तो आइए जानते हैं बेलपत्र के आकार के बारे मे विस्तार से और आप इस बात को समझ सकते हैं और यही आपके लिए सही होगा ।

‌‌‌बेलपत्र के उपाय मनोकामना को पूर्ण करने के लिए

दोस्तों यदि आपकी कोई मनोकामना है और वह पूर्ण नहीं हो रही है तो फिर आप एक तरह से बेलपत्र के उपाय को कर सकते हैं। यह आपके लिए काफी अधिक फायदेमंद होगा । और यह एक छोटा सा टोटका है जिसकी मदद से आप अपनी मनोकामना को पूर्ण कर सकते हैं।

‌‌‌इसके लिए सोमवार को स्नान करने के बाद शिवलिंग को स्नान करवाएं और पांच बेलपत्र को आपको इसको चढ़ाने होंगे । उसके बाद शिवलिंग का दूध और शहद अभिषेक करें । आपको कम से कम यह प्रयोग 11 सोमवार को करना होगा । और ऐसा करने से आपको काफी अधिक फायदा होगा । और आपकी मनोकामना पूर्ण हो जाएगी । यह एक अच्छा ‌‌‌ तरीका है जिसका आप उपयोग कर सकते हैं और यह आपके लिए काफी अधिक फायदेमंद होगा । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं।

‌‌‌विवाह की समस्या को दूर करने के लिए बेलपत्र के उपाय

दोस्तों अक्सर यह देखा जाता है कि विवाह के अंदर देरी होती रहती है। या फिर विवाह ही नहीं हो रहा है तो बेलपत्र के यह उपाय आप कर सकते हैं। जिससे कि आपका विवाह काफी जल्दी ही हो जाएगा । और आप यह छोटा सा उपाय आसानी से कर सकते हैं।

‌‌‌इसके लिए आपको करना यह है कि पांच सोमवार शिवलिंग का मंदिर में जल से अभिषेक करें और उसके बाद 108 बार ओम नम शिवाय मंत्र का जाप करें । और उसके बाद आपको माता पार्वती और शिव का पूजना करना चाहिए । यह आपको लगातार 21 सोमवार करना होगा । यदि आप यह करते हैं तो आपकी समस्याएं दूर हो जाएंगी । इसके बारे मे ‌‌‌ आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं।

‌‌‌रोग मुक्त करने के लिए बेलपत्र का उपाय

बेलपत्र के उपाय
By Vijayanrajapuram – Own work, CC BY-SA 4.0

दोस्तों यदि आप किसी तरह के रोग से काफी अधिक परेशान हैं और उसका इलाज आपको नहीं मिल रहा है। आप जल्दी से जल्दी ठीक होना चाहते हैं तो आप यह उपाय कर सकते हैं। यह आपके लिए काफी अधिक फायदेमंद होगा । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

108 बेलपत्र चंदन में डुबोएं और ॐ नमः शिवाय मंत्र का उच्चारण करते हुए शिवलिंग पर अर्पित करदें । और इसके अलावा भगवान शिव से आपको अपने अच्छे हेल्थ की प्रार्थना करनी होगी । और इससे आपको काफी अधिक फायदा होगा । और आपकी समस्याएं दूर हो जाएंगी । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

‌‌‌बुरी शक्तियां घर मे प्रवेश नहीं करती हैं

दोस्तों आपको बतादें कि घर के अंदर बेलपत्र का पौधा लगाने से भी काफी अधिक फायदा होता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । यदि आप ऐसा करते हैं तो आपके घर के अंदर बुरी शक्तियां प्रवेश नहीं करती हैं। और इसके स्थान पर आपके घर के अंदर ‌‌‌अच्छी शक्तियों का संचार होता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । तो आप अपने घर के अंदर बेलपत्र का पौधा लगाएं । यह आपके लिए काफी अधिक फायदेमंद होगा । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । तो आप इस उपाय को कर सकते है।। जिससे कि आपको प्रभावित करने वाली नगेटिव उर्जा दूर हो जाएगी ।

‌‌‌चंद्र दोष को दूर करने मे उपयोगी bel patra ke upay

‌‌‌दोस्तों आपको बतादें कि बेलपत्र चंद्रदोष को दूर करने मे भी काफी उपयोगी होता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । यदि आपको चंद्र दोष की समस्या है तो आप बेलपत्र का उपाय कर सकते हैं। यह आपकी चंद्रदोष की समस्या को दूर करेगा । घर मे बेलपत्र का पौधा आपको लगाना चाहिए ।

‌‌‌गरीबी को दूर करने मे बेलपत्र का उपाय

दोस्तों जैसा कि आपको पता ही है कि हर इंसान को आजकल धन चाहिए । बिना धन के कुछ नहीं हो सकता है। यदि धन नहीं है तो इसका मतलब यह है कि समाज के अंदर आपकी कोई वैल्यू नहीं रह जाएगी । तो अधिक समय हम अपना धन को कमाने मे खर्च करते हैं।

‌‌‌यदि आपको भी गरीबी काफी अधिक परेशान करती हैं तो आपको चाहिए कि आप बेलपत्र का छोटा सा उपाय करें । यह आपके लिए काफी अधिक फायदेमंद होगा । और आपके घर के अंदर जो धन की समस्या है वह दूर हो जाएगी । इसके लिए सही समय पर आपको अपने घर के अंदर बेलपत्र का पौधा लगाना चाहिए ।

‌‌‌माना जाता है कि यदि आप अपने घर के अंदर बेलपत्र का पौधा लगाते हैं तो ऐसा करने से माता लक्ष्मी प्रसन्न होती है और आपके घर के अंदर किसी तरह की कोई कमी नहीं होगी ।‌‌‌इस तरह से आप बेलपत्र का उपाय कर सकते हैं आपको काफी अधिक फायदा होगा ।

‌‌‌सिर दर्द मे मे बेलपत्र के उपाय bel patra ke upay

दोस्तों आपको पता ही है कि सिरदर्द के अंदर बेलपत्र काफी अधिक उपयोगी होता है। और वैसे भी सिरदर्द एक आम प्रकार की समस्या होती है जोकि किसी को भी हो सकती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए।  यदि सिरदर्द हो रहा है तो यह छोटा सा उपाय कर सकते हैं।

‌‌‌इसके लिए सबसे पहले बेलपत्र की जड़ को सुखाएं और उसके बाद आपको उसको गाढ़ा पीस लेना है और फिर इसके अंदर बेलपत्र को पीस लेना है उसके बाद आपको इनका पेस्ट बना लेना है और सिर पर लगा देना है। बस यही आपको करना यह है  ऐसा करने से आपके सिरदर्द की समस्या दूर हो जाएगी । ‌‌‌यह एक छोटा सा उपाय है जोकि आपके लिए काफी अधिक फायदेमंद हो सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । वैसे यदि आपको सिरदर्द काफी चोट लगने की वजह से हो रहा है तो फिर आपको एक बार अपने डॉक्टर के पास जाने की जरूरत है।

‌‌‌जूं के अंदर बेलपत्र के उपाय

bel patra ke upay
By Salil Kumar Mukherjee – Own work, CC BY-SA 4.0,

दोस्तों जूं एक प्रकार का परजीवी होता है जोकि सिर के अंदर पनपता है यदि आपको जूं ने काफी अधिक परेशान कर रखा है तो बेलपत्र का आप यह उपाय कर सकते हैं। इसके अंदर आपको करना यह है कि बेल के पके फल को दो भागों में तोड़ लें। इसके अन्दर का मज्जा निकाल लें। एक भाग में तिल का तेल, तथा कपूर ‌‌‌आपको डाल देना है और उसके बाद आपको अपने सिर पर लगा देना होगा । बस यदि आप ऐसा करते हैं तो आपके सिर के अंदर जो जूं की समस्या है वह दूर हो जाएगी । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

जूँ एक छोटा, परेशान करने वाला प्राणी है जो बड़ी परेशानी पैदा कर सकता है। हालाँकि, जूं सदियों से मौजूद हैं और उन्होंने जीवित रहने के लिए कई तरह के तरीके विकसित किए हैं।

अगर आपको कभी जूं ने काट लिया है, तो जल्द से जल्द इलाज करवाना जरूरी है। जूँ शरीर में तेजी से फैल सकते हैं और तीव्र खुजली और कभी-कभी संक्रमण भी पैदा कर सकते हैं। यदि अनुपचारित छोड़ दिया जाए, तो जूँ से छुटकारा पाना बहुत मुश्किल हो सकता है और इससे आपकी खोपड़ी को स्थायी नुकसान हो सकता है।

‌‌‌आंखों के रोग मे बेलपत्र के उपाय

दोस्तों यदि आप आंखों के रोग की वजह से काफी अधिक परेशान है तो फिर आपको बेलपत्र का उपाय करना चाहिए । यह आपके लिए काफी अधिक फायदेमंद होता है इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

‌‌‌इसके लिए बेल के पत्तों को घी लगाकर यदि आप आंखों पर बांधते हैं तो उसके बाद आपकी आंखों की समस्याएं दूर होती हैं। इसके अलावा बेल के रस को यदि आप आंखों मे लगाते हैं तो ऐसा करने से भी आंखों की समस्याएं दूर हो जाती हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

रतौंधी के अंदर बेलपत्र के फायदे

दोस्तों यदि किसी को रतौंधी हो गया है तो उसके अंदर भी बेलपत्र काफी अधिक फायदेमंद होता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं।

दस ग्राम ताजे बेल के पत्तों को 7 नग काली मिर्च के साथ पीस लें। इसे 100 मिली जल में छान लें। इसमें 25 ग्राम मिश्री को मिलाकर यदि आप पीते हैं तो ऐसा करने से रतौंधी रोग के अंदर काफी अधिक लाभ होता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

‌‌‌इसके अलावा रात के अंदर बेलपत्र के पत्तों को भीगो देना चाहिए और सुबह इस पानी की मदद से अपनी आंखों को धोना चाहिए । ऐसा करने से भी काफी लाभ होता है।

‌‌‌रमेश इसके बारे मे बताते हैं कि जब मैं लगभग 10 साल का था तब मैंने पहली बार देखा कि मुझे नाइट विजन की समस्या थी। यह पहली बार में बहुत बड़ी बात नहीं थी; मैं अभी भी दिन के दौरान ठीक देख सकता था। लेकिन जैसे-जैसे मैं बूढ़ा होता गया, मेरी रात की दृष्टि खराब होने लगी। जब मैं 18 साल का हुआ, तब तक यह इतना खराब हो चुका था कि मुझे अँधेरे में कुछ भी दिखाई नहीं देता था।

बहुत बाद में मुझे रतौंधी के बारे में पता चला और यह कैसे काम करता है। मूल रूप से, जब आपको रतौंधी होती है, तो आपकी आँखें अंधेरे में स्पष्ट रूप से देखने के लिए पर्याप्त प्रकाश उत्पन्न नहीं करती हैं। यह कई कारणों से हो सकता है – जिसमें दिन के दौरान तेज रोशनी के संपर्क में आना, उम्र से संबंधित धब्बेदार अध: पतन (ऐसी स्थिति जो अंधेरे में देखने के लिए जिम्मेदार आपकी आंख के हिस्से को नुकसान पहुंचा सकती है), और यहां तक कि कुछ चिकित्सीय स्थितियां भी शामिल हैं। मधुमेह या ग्लूकोमा।

‌‌‌बहरापन को दूर करने मे बेलपत्र के उपाय bel patra ke upay

बेल के कोमल पत्तों को स्वस्थ गाय के मूत्र में पीस लें। इसमें चार गुना तिल का तेल, तथा 16 गुना बकरी का दूध को मिलाकर आंच के अंदर पकाएं । और उसके बाद यदि आप कुछ बूंद इसकी दिन मे दो बार प्रयोग करते हैं तो इससे काफी अधिक लाभ होगा । और आपकी समस्याएं दूर होगी ‌‌‌वैसे यह तो बहरापन को दूर करने का काफी अच्छा घरेलू उपाय है लेकिन यदि आपकी समस्या काफी बड़ी है तो फिर आपको एक बार अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए और आपका डॉक्टर आपको जो निर्देश देता है आपको उसका पालन करना चाहिए ।

‌‌‌और आपको यह भी बतादें कि बेलपत्र के इस टोटके की वजह से सिर्फ बहरापन ही दूर नहीं होता है इसके अलावा भी कानों की खुजली और दर्द भी दूर होता है।

‌‌‌वैसे यदि आपको किसी तरह की चोट लग गई है और उसकी वजह से बहरापन हो रहा है तो फिर आपको अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए । तभी समस्या हल हो सकती है नहीं तो फिर इस तरह के घरेलू उपाय की वजह से कोई भी फायदा नहीं होगा ।

‌‌‌टीबी का उपाय बेलपत्र से

दोस्तों यदि आपको टीबी हो गई है तो फिर इसके अंदर भी बेलपत्र काफी अधिक फायदेमंद होता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

‌‌‌हर्ट रोग के अंदर उपयोग

दोस्तों आपको बतादें कि 5-10 मिली के पत्ते के रस में गाय का घी 5 ग्राम मिलाकर चटायें। ऐसा करने से आपके हर्ट रोग की समस्या से आराम मिलता है। आजकल आप देख रहे हैं कि हर्ट रोग की समस्या काफी तेजी से बढ़ती ही जा रही है।

हृदय रोग संयुक्त राज्य अमेरिका में मौत का प्रमुख कारण है, हर साल 600,000 से अधिक मौतों का लेखा-जोखा। हृदय रोग एक व्यापक शब्द है जो हृदय की किसी भी बीमारी या विकार को संदर्भित करता है। हृदय रोग के सबसे आम प्रकार कोरोनरी धमनी रोग (सीएडी), स्ट्रोक और दिल की विफलता हैं। सीएडी महिलाओं में मृत्यु का प्रमुख कारण है और पुरुषों में मृत्यु का दूसरा प्रमुख कारण है।

‌‌‌बेलपत्र का उपाय पेट दर्द के अंदर

‌‌‌वैसे आपको बतादें कि पेट दर्द एक आम प्रकार की समस्या है और यह किसी को भी हो सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।10 ग्राम बेल के पत्ते, तथा 7 नग काली मिर्च पीसकर, उसमें 10 ग्राम मिश्री मिलाकर शर्बत बनाकर आपको पीना चाहिए । यदि आप इसको पीते हैं तो आपके पेट दर्द की समस्या दूर हो जाएगी ।

बेलपत्र के उपाय
By J.M.Garg – Own work, CC BY-SA 3.0,

‌‌‌वैसे आपको बतादें कि पेट दर्द का होना एक तरह से आम समस्या हो सकती है या फिर यह किसी तरह की बड़ी समस्या के होने का भी संकेत हो सकता है। आम समस्या के अंदर पेट के अंदर गैस का होना या फिर पेट मे सूजन का होना ।

‌‌‌बेलपत्र के उपाय शरीर मे जलन से राहत प्राप्त करने के लिए

दोस्तों यदि आपके पेट के अंदर जलन हो गया है तो फिर इसके लिए आप कुछ उपाय कर सकते हैं। इसके अंदर आप यह कर सकते हैं कि 20 ग्राम बेल के पत्ते को 500 मिली जल में 3 घंटे तक डुबोकर रखें।और उसके बाद इसका यदि आप सेवन करते हैं तो ऐसा करने से ‌‌‌पेट के अंदर जो जलन की समस्या होती है वह दूर हो जाती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इसको प्रयोग कर सकते हैं।

‌‌‌वैसे आपके पेट के अंदर यदि जलन हो रही है तो फिर आपको ठंडी चीजों का अधिक सेवन करना चाहिए । जैसे कि आप छाछ वैगरह खा सकते हैं यह आपके लिए काफी अधिक फायदेमंद होगा । 10 मिली बेल के पत्ते रस में काली मिर्च तथा सेंधा नमक 1-1 ग्राम मिलाकर यदि आप सेवन करते हैं तो इससे काफी अधिक फायदा होगा सकता है।

‌‌‌भूख ना लगने की समस्या के अंदर बेलपत्र का टोटका

दोस्तों यदि आपको भूख नहीं लगती है या फिर आपको पाचन की समस्या है तो फिर इसके अंदर बेलपत्र काफी अधिक उपयोगी हो सकता है। बेलगिरी चूर्ण, छोटी पिप्पली, वंशलोचन व मिश्री 2-2 ग्राम लें। इसमें 10 मिली तक अदरक का रस को पानी के साथ पकाएं । और उसके बाद ‌‌‌इसका सेवन आपको करना चाहिए । यदि आप इसका सेवन करते हैं तो इसका फायदा यह होगा कि आपके पाचन तंत्र की समस्याएं दूर हो जाएगी । आप इस बात को समझ सकते हैं। और यही आपके लिए सही होगा । ‌‌‌इसके अलावा बेलपत्र के पके हुए फल का भी यदि आप सेवन करते हैं तो इसका काफी अधिक फायदा होगा ।

पेचिश मे बेलपत्र के फायदे

दोस्तों आपको बतादें कि पेचिश के अंदर भी बेलपत्र काफी अधिक फायदेमंद होता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।10 ग्राम बेलगिरी चूर्ण, 6-6 ग्राम सोंठ चूर्ण, और पुराने गुड़ को खरल कर लें। और छाछ के साथ यदि आप सेवन करते हैं तो फिर आपको काफी अधिक फायदा होगा और आपके ‌‌‌पेचिश की समस्या दूर हो जाएगी । आप इस बात को समझ सकते हैं।

पेचिश मलाशय और गुदा का एक संक्रमण है जो जीवाणु एंटरोबैक्टीरियासी के कारण होता है। पेचिश के लक्षणों में दस्त, बुखार और ऐंठन शामिल हैं। पेचिश विकासशील देशों में एक गंभीर समस्या है, जहां यह मौत का कारण बन सकती है। पेनिसिलिन और प्रभावी स्वच्छता सहित पेचिश को रोकने या उसका इलाज करने के कई तरीके हैं।

‌‌‌दस्त को रोकने मे बेलपत्र का उपयोग

दोस्तों यदि आपको दस्त की समस्या है तो फिर इसके अंदर भी बेलपत्र काफी अधिक फायदेमंद होता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं।इसके लिए बेल के कच्चे फल को आग के अंदर सेक लेना चाहिए । और उसके बाद 10 से 20 ग्राम गूदे को मिश्री के साथ ‌‌‌यदि आप सेवन करते हैं तो इसका काफी अधिक फायदा होगा और आपकी दस्त की समस्याएं दूर हो जाएंगी । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं।

‌‌‌वैसे आपको बतादें कि दस्त के आम प्रकार की समस्या होती है जोकि कई लोगों के अंदर देखने को मिलती है। आप इस बात को समझ सकते हैं। और यही आपके लिए सही होगा ।

कच्चे बेल (bael tree) को कंडे की आग में भूनें और जब छिलका काला हो जाए तो भितरी गुदा को निकाल कर यदि आप मिश्री के साथ खाते हैं तो इससे भी काफी फायदा होता है।

‌‌‌उल्टी मे बेलपत्र के फायदे

दोस्तों उल्टी एक आम प्रकार की समस्या होती है। यदि आपको किसी तरह की कोई उल्टी की समस्या है तो इसके अंदर आपको बेलपत्र का  उपयोग करनी चाहिए ।

बेल के पके फल के गूदे को ठंडे जल में मसलकर, छान लें। इसमें मिश्री, इलायची, लौंग, काली मिर्च तथा थोड़ा कपूर  आदि को मिला लें और उसके बाद यदि आप इसका सेवन करते हैं तो ऐसा करने से उल्टी की जो समस्या है वह दूर हो जाएगी । ‌‌‌इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं। और यही आपके लिए सही होगा । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं।

उल्टी पेट से भोजन और तरल पदार्थ को वापस लाने की क्रिया है। उल्टी का उद्देश्य अवांछित सामग्री के शरीर से छुटकारा पाना है। उल्टी कई कारकों के कारण हो सकती है, जिसमें आपके स्वाद या पाचन के लिए अनुपयुक्त भोजन करना, बहुत अधिक शराब पीना और सामान्य सर्दी जैसे वायरल संक्रमण शामिल हैं।

‌‌‌यदि आपको उल्टी नहीं रूक रही है तो डॉक्टर से परामर्श करें ।

‌‌‌हैजा के अंदर बेलपत्र के फायदे bel patra ke upay

दोस्तों यदि किसी को हैजा हो गया है तो उसके अंदर भी बेलपत्र काफी फायदेमंद होती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं। और यही आपके लिए सही होगा ।आम की मींगी और बेलगिरी को 10-10 ग्राम लेकर कूट लें। इसे 500 मिली जल में पकाएं। 100 मिली शेष रहने पर शहद और मिश्री ‌‌‌को अच्छी तरह से मिला लेना चाहिए । और उसके बाद यदि आप इनका सेवन करते हैं तो हैजा के अंदर काफी अधिक लाभ मिलता है। लेकिन यदि आपको हैजा हो गया है तो अपने डॉक्टर से संपर्क करें । घरेलू उपचार के भरोसे ही सिर्फ आपको नहीं रहना चाहिए । आप इस बात को समझ सकते हैं। और यही आपके लिए सही होगा।

हैजा एक जीवाणु है जो गंभीर दस्त और निर्जलीकरण का कारण बन सकता है। बार-बार हाथ धोने और सुरक्षित पानी पीने सहित अच्छी स्वच्छता से इस बीमारी को रोका जा सकता है। उपचार में एंटीबायोटिक्स शामिल हैं यदि व्यक्ति बीमार हो जाता है, और जलयोजन और आराम। हैजा आमतौर पर दूषित पानी या भोजन के संपर्क में आने से फैलता है, लेकिन यह संक्रमित व्यक्ति के मल के संपर्क में आने से भी फैल सकता है।

‌‌‌जलोदर रोग के अंदर बेलपत्र के उपाय

दोस्तों यदि किसी को जलोदर रोग की समस्या है तो इसके अंदर भी बेल का उपाय किया जा सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं।20-25 मिली बेल के रस में छोटी पिप्पली चूर्ण को एक ग्राम करलें । और उसके बाद यदि आप रोगी केा पिलाते हैं

जलोदर रोग एक चिकित्सा स्थिति है जिसमें पेट में तरल पदार्थ का संचय पेट दर्द और सूजन का कारण बनता है। जलोदर का सबसे आम कारण लीवर सिरोसिस है, लेकिन यह अन्य बीमारियों के कारण भी हो सकता है, जैसे दिल की विफलता या अग्नाशयशोथ। यदि अनुपचारित छोड़ दिया जाए, तो जलोदर गुर्दे की विफलता और यहां तक कि मृत्यु का कारण बन सकता है। उपचार में आमतौर पर पेट से तरल पदार्थ निकालना शामिल होता है, अक्सर एक ट्यूब के माध्यम से जिसे अंतःशिरा कैथेटर कहा जाता है।

पीलिया के अंदर बेलपत्र का उपाय

दोस्तों पीलिया एक आम प्रकार की समस्या होती है। जोकि कई लोगों के अंदर देखने को मिलती है। यदि किसी को पीलिया हो चुका है तो इसके लिए आप घरेलू उपाय कर सकते हैं। इससे आपको फायदा होगा ।10-30 मिली बेल के पत्ते के रस  और आधा ग्राम काली मिर्च मिलाएं और उसके बाद सेवन करें । काफी अधिक फायदा देखने को मिलेगा ।

पीलिया एक ऐसी बीमारी है जिसमें त्वचा और आंखों में पीलापन आ जाता है। यह तब होता है जब यकृत लाल रक्त कोशिकाओं के टूटने के उप-उत्पाद बिलीरुबिन की एक बड़ी मात्रा के शरीर से छुटकारा नहीं पा सकता है। अस्थायी पीलिया आमतौर पर कुछ ही हफ्तों में अपने आप ठीक हो जाता है, लेकिन अगर यह बना रहता है या बिगड़ जाता है, तो इसके इलाज की आवश्यकता हो सकती है।

‌‌‌सूजन को कम करने मे

दोस्तों बेलपत्र का उपाय सूजन को कम करने मे भी किया जा सकता है। यदि आपको बाहरी कहीं पर सूजन है तो इसके लिए आप बेलपत्र का उपयोग करें । और बेलपत्र का लेप यदि आप करते हैं तो यह सूजन को कम करने मे काफी अधिक उपयोगी होता है। हालांकि सूजन यदि किसी गम्भीर समस्या की वजह से है ‌‌‌तो फिर आपको अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए ।

‌‌‌मधुमेह के लिए बेलपत्र के उपाय

दोस्तों कुछ लोगों को मधुमेह की समस्या होती है। ऐसी स्थिति के अंदर बेलपत्र का उपयोग काफी अधिक फायदेमंद होता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं। बेलपत्र के रस को निकाल कर यदि आप पीते हैं तो इससे काफी अधिक फायदा होगा ।‌‌‌और आपकी जो समस्या है वह दूर हो जाएगी । आप इस बात को समझ सकते हैं। इसके अलावा आप एक दूसरा उपाय भी कर सकते हैं इसके अंदर 10-20 ग्राम बेल के ताजे पत्तों के रस को और 5 से 7 काली मिर्च मिलाकर यदि आप सुबह शाम पीते हैं तो ऐसा करने से भी मधुमेह के अंदर लाभ होता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

मधुमेह एक ऐसी स्थिति है जिसके परिणामस्वरूप अग्न्याशय पर्याप्त इंसुलिन का उत्पादन नहीं कर सकता है। इससे रक्त शर्करा का स्तर बढ़ जाता है, जिससे अंधापन, गुर्दे की विफलता और दिल के दौरे जैसी स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। मधुमेह का कोई एक इलाज नहीं है, लेकिन उपचार में आहार और व्यायाम, दवा और कभी-कभी शल्य चिकित्सा शामिल है।

‌‌‌मूत्र रोग मे बेल का उपाय

दोस्तों यदि आपको किसी तरह का मूत्र रोग हैं तो उसके अंदर भी बेल काफी अधिक फायदेमंद होती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं। और यही आपके लिए सही होगा । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

10 ग्राम बेलगिरी, तथा 5 ग्राम सोंठ को, कूट कर 400 मिली जल मे आपको काढ़ा बना लेना चाहिए । और उसके बाद यदि आप इसका सेवन करते हैं तो इससे काफी अधिक लाभ होता है और मूत्र रोग के अंदर इससे काफी अधिक फायदा होता है आप इस बात को समझ सकते हैं।

‌‌‌बाकि आप अपने डॉक्टर को दिखा सकते हैं और आपका डॉक्टर आपको जो निर्देश देता है आप उसका पालन कर सकते हैं यह आपके लिए काफी अधिक फायदेमंद होगा । आप इस बात को समझ सकते हैं। और यही आपके लिए सही होगा ।

फोड़े-फुंसी के अंदर बेलपत्र के उपाय

दोस्तों फोड़े और फुंसी एक तरह से आम समस्याएं होती हैं। यदि आपको भी फोड़े और फुंसी की समस्या है तो बेल की लकड़ी को जल के अंदर पीसना चाहिए और उसके बाद यदि आप उसका लेप फोड़े और फुंसी के उपर लगाते हैं तो इसका काफी अधिक फायदा होगा । ‌‌‌और आपके जो फोड़े और फुंसी की समस्याएं हैं वे दूर हो जाएंगी । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं। यह एक अच्छा उपाय है जिसको आप कर सकते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *