चौराहे की मिट्टी से वशीकरण करने का अदभुत तरीके

चौराहे की मिट्टी के वशीकरण टोटके और चौराहे की मिट्टी से वशीकरण मंत्र प्रसिद्ध हैं।अनेक प्रकार की तंत्र क्रियाओं के अंदर चौराहे की रेत का प्रयोग किया जाता है। इसके पीछे के कारण के बारे मे पता नहीं है लेकिन इस रेत को चमत्कारी माना जाता है। वशीकरण की अनेक विधियां ऐसी हैं जिसके अंदर चौराहे की रेत का ‌‌‌प्रयोग करके इंसान को वश मे करने का प्रयास किया जाता है। इस लेख के अंदर हम ऐसी ही कई विधियों का संग्लन कर रहे हैं जिनके अंदर वशीकरण के लिए चौराहे की मिट्टी का प्रयोग किया जाता है।

‌‌‌चौराहे के बारे मे तो आप जानते ही हैं चौराहा वह रस्ता होता है जहां पर चार रस्ते आकर आपस मे मिलते हों ।इन प्रयोगों के अंदर आपको केवल चौराहे की रेत का ही प्रयोग करना होगा तभी ही आपको वशीकरण सफल हो पाएगा । 

चौराहे की मिट्टी से वशीकरण chorhi ki mitti se vashikaran

चौराहे की मिट्टी से वशीकरण

‌‌‌सबसे पहले आपको जिस किसी को वश मे करना हो उसके बाएं पैर की मिट्टी लेकर आएं ।यह मिट्टी उस इंसान के पैरों की होनी चाहिए और किसी भी चौराहे से ही उठानी होगा । जहां पर उसके पद चिन्ह बने हैं। ‌‌‌अब रेत को दाएं हाथ के अंदर लें और पूर्व दिशा की ओर मुख करके बैठ जाएं 21 बार मंत्र का जाप करें । हर बार रेत के अंदर फूंक मारें । इस प्रकार से 21 बार ही फूंक मारनी होगी । ‌‌‌उसके बाद इस रेत को उस व्यक्ति के सर पर डाल देना है जिसको आप अपने वश मे करना चाहते हो ।

काला कलुआ चौंसठ वीर |

ताल भागी तोर |

जहाँ को भेजूं वहीं को जाये

माँस – मज्जा को शब्द बन जाये |

अपना मारा , आप दिखावे |

चलत बाण मारूं |

उलट मूठ मारूं |

मार मार कलुवा |

तेरी आस चार |

चौमुखा दीया |

मार बादी की छाती |

इतना काम मेरा न करे तो तुझे

माता का दूध पिया हराम |

‌‌‌चौराहे की मिटटी से वशीकरण तिलक

गाय के पैरों की मिट्टी से वशीकरण cow vashikaran mantra

काले धागे से वशीकरण करने का उपाय

सूर्य ग्रहण में वशीकरण मंत्र surya grahan vashikaran mantra

सबसे पहले शनिवार को हनुमानजी के मंदिर मे जाएं और उसके बाद हनुमानजी की विधि पूर्वक पूजा करें ।फिर नीचे दिये गए मंत्र का 108 बार जाप करके हनुमानजी को सिंदूरी रंग का चोला चढ़ाएं । ‌‌‌फिर हनुमान मंदिर से सिंदूर का तिलक करें और किसी चौराहे की रेत उठाते हुए मंत्र पढ़ें । उसके बाद तिलक करें ।और अब जिस किसी के सामने जाएंगे वह आपके वश मे हो जाएगा ।

‌‌‌ओम नम: आदेश गुरू का

राजा मोहुं प्रजा मोहुं ।।

हनुमंत रूप मे जगत मोहुं ।।

तो रामचंद्र परमणियां

गुरू की शक्ति मेरी भक्ति

फुरो मंत्र ईश्वरो वाचा।।

‌‌‌सरल वशीकरण टोटका

कौए के पंख ,मोर के पंख और हुदहुद के सिर की कलंगी आपको लेकर आनी है।उसके बाद इन तीनों को जलाकर भस्म बना लेनी है। अब रविवार के दिन सूर्यादय से पूर्व किसी चौराहे की रेत को लेकर आना है और उस भस्म को किसी भी शीशी के अंदर भर देना है। ‌‌‌उसके बाद जब भी प्रयोग करना हो इस रेत को अपने थूक से तर कर देना है और जिस स्त्री पुरूष को लगा दिया जाएगा । वह आपके वश मे हो जाएगा ।

‌‌‌पति पत्नी वशीकरण

यदि पति और पत्नी के अंदर बन नहीं रही है तो यह सरल वशीकरण आप प्रयोग मे ले सकते हैं।पति के दाएं पैर और पत्नी के बाएं पैर की रेत लें और किसी ऐसे कुए के अंदर डालदें जहां कोई पानी नहीं भरता हो । ध्यान दें इस रेत के उपर से चौराहे की रेत अपने साथी का नाम लेकर डालदें ।

‌‌‌उल्लू की बीट और कौवे की बीट से वशीकरण

किसी भी शनिवार के दिन उल्लू की बीट और कौवे की बीट समान मात्रा मे लें उसके बाद इनको गुलाब जल मिलाकर पीस लें । किसी भी चौराहे पर जाकर रेत उठाएं और इसको अपने साथ रखलें । जिसको वशीकरण करना हो बीट से तिलक करें और उसका नाम लेकर चौराहे की रेत को उसके कपड़ों ‌‌‌ पर डालदें । ऐसा करने से प्रचंड वशीकरण हो जाता है।

‌‌‌चौराहे की धूल से वशीकरण

‌‌‌चौराहे की धूल से वशीकरण

इस मंत्र को आपको एक बार सिद्ध करना है। बस बाद मे आप इसको कहीं पर भी यूज कर सकते हैं।इस मंत्र को कभी भी आप सिद्ध कर सकते हैं। मंत्र सिद्ध करने से पहले राम मंत्र का 108 बार जाप करना होगा ।‌‌‌उसके बाद नीचे दिये गए मंत्र को 37 दिन तक रोजाना मंत्र का 141 बार जाप करना होगा ।इस मंत्र को आप पूजा स्थान पर बैठकर सिद्ध कर सकते हैं।

‌‌‌उसके बाद चौराहे की रेत उठाएं और 121 बार मंत्र पढ़ें और जिस किसी पर डालदेंगे वह आपके वश मे हो जाएगा ।

ओम नम: आदेश गुरू का

राजा मोहुं प्रजा मोहुं ।।

हनुमंत रूप मे जगत मोहुं ।।

तो रामचंद्र परमणियां

गुरू की शक्ति मेरी भक्ति

फुरो मंत्र ईश्वरो वाचा।

‌‌‌मुर्गे के सिर की कलंगी से वशीकरण

आपको सबसे पहले किसी भी मुर्गे की कलंगी व बगुला कौआ और मोर के दाएं बाएं डैने के पंख लेकर आने है।इसके बाद इनको जलाकर भस्म बना लेनी है। फिर रविवार के दिन सूर्योदय से पहले चौराहे की रेत लाकर भस्म मे मिलाएं और उसके बाद इस भस्म को अपने थूक से गिला करके जिस ‌‌‌किसी स्त्री पुरूष को लगाएंगे वह आपके वश में हो जाएगा ।

‌‌‌अप्सरा वशीकरण मंत्र

‌‌‌सूर्यग्रहण के दिन किसी चौराहे पर से रेत लेकर जिसको वश मे करना हो उसके नाम 7 बार बोलकर उसके घर की तरफ फेंक दें ।फिर नीचे दिये गए मंत्र को सूर्यग्रहण के दिन या चंद्रग्रहण के दिन 2016 बार जाप करके सिद्ध कर लेना है।उसके बाद एक छोटी सी सुपारी को गंगाजल के अंदर धोकर मंत्र का 31 बार जाप करके जिस स्त्री को खिलादेंगे वह आपके वश मे हो जाएगी ।

‌‌‌ओम नमो अप्सरा अर्वशी सुपारी काम निगरी राजा परजा खरी

पियारी मंत्र पढ़ि लगाउं तोहि तोयिा कलेजा लावै तोहि जीवता चाटे

पगतली मूवा संग मसान जो अमुक वश्य न होय तो जती हनुमंत की आन ।शब्द सांचा पिंड काचा फरो मंत्र ईश्वर वाचा।।

‌‌‌मोहन मंत्र

‌‌‌मोहन मंत्र

दीपावली की रात को दीप ,फल और मिठाई से पूजा करें । और 144 बार मंत्र का जाप करें । या आप इसको किसी भी शुभ रविवार को पुष्य योग के अंदर प्रयोग मे ले सकते हैं। और 21 दिनों तक यह प्रयोग करना है। मंत्र जाप होने पर गूगल की धूनी देनी है। जब मंत्र सिद्ध हो जाए तो रविवार के दिन ‌‌‌चौराहे की रेत उठाएं और 7 बार मंत्र पढ़ें उसके बाद उस रेत से अपने माथे पर तिलक करें । फिर एक गुड़ की ढली लेकर उसके उपर भी 7 बार मंत्र पढ़ें और उसको उस पानी के अंदर डालदें जिसको वह पीता है। कुए के अंदर डालें तो अधिक अच्छा रहेगा । उस कुए का पानी पीते ही वश मे हो जाएगा ।

‌‌‌ओम नमो आदेश गुरू का

मोहिनी ,जग मोहिनी मोहिनी मेरो नाम

उंचे टीले हूं बसुं ,मोहूं सगरो गाम ।।

ठग मोहुं ठाकुर मोहूं बाट का बटोही मोहूं

कुआं की पनिहारी मोहूं ।

महलो बैठी रानी मोहूं ।।

जोहि जोहि ,वां वा पग तरे देह ।।

गुरू की शक्ति मेरी भक्ति

फरो मंत्र ईश्वरो वाचा ।।

‌‌‌चौराहे के कंकड़ से वशीकरण

किसी भी शनिवार को यह प्रयोग करना है।और अगले शनिवार तक हनुमानजी की पूजा करें । फिर नीचे दिये गए मंत्र का 144 बार जाप रोजाना करें । आठवें दिन गूगल से 21 बार हवन करें । उसके बाद चौराहे से 7 कंकड़ लाएं और उनको धोकर एक कपड़े पर रखदें ।उसके बाद ‌‌‌उसके बाद हर कंकड़ पर 1 . 1 बार मंत्र पढ़ते हुए फिर 144 बार मंत्र पढ़ें ।उसके बाद इनके उपर जल डालें और मंत्र पढ़ते हुए किसी कुए के अंदर डालदें और उस कुए का जो भी पानी पियेगा वह आपके वश मे हो जाएगा ।

‌‌‌जति हनुमंत कनेरी ,मेरी घट पिंड का कौन है बैरी

छतीस पवन मोहि मोह जोहि जोहि ।।

दह दह मेरी भक्ति ,गुरू की शक्ति ।।

फरो नाम ईश्वरो वाचा । सत नाम आदेश गुरू का ।।

चौराहे की मिट्टी से वशीकरण लेख के अंदर हमने चौराहे की रेत से वशीकरण करने के अनेक तरीकों के बारे मे जाना यदि आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो कमेंट करके हमे बताएं ।

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