पुजारी का पर्यायवाची शब्द या पुजारी का समानार्थी शब्द

पुजारी का पर्यायवाची शब्द या पुजारी का समानार्थी शब्द (pujari ka paryayvachi shabd ya pujari ka samanarthi shabd ) के बारे में आज हम इस लेख में जानने वाले है । तो दोस्तो आप भी यह जान ले की पुजारी के पर्यायवाची क्या होते है । आपको बता दे की हम पुजारी के बारे में आपको अच्छी तरह जानकारी देने वाले है ।

पुजारी का पर्यायवाची शब्द या पुजारी का समानार्थी शब्द (pujari ka paryayvachi shabd ya pujari ka samanarthi shabd )

शब्द (shabd)पर्यायवाची शब्द या समानार्थी शब्द (paryayvachi shabd ya priest synonyms in hindi)
पुजारीपूजकभक्तआराधक, आराध्यमान,  पुजेरी, उपासकअर्चकपुजैया, अराधी, अवराधक, आबिदहरिभक्त 
पुजारी in Hindipoojak, bhakt, aaraadhak, aaraadhyaamaan, pujeree, upaasak, archak, pujaiya, araadhee, avaraadhak, aabid, haribhakt .
पुजारी in Englishpriest, pujari, adorer, pontiff, worshipper.

‌‌‌पुजारी का अर्थ हिंदी मे

पुजारी का पर्यायवाची शब्द या पुजारी का समानार्थी शब्द

दोस्तो पुजारी का अर्थ होता है पूजा करने वाला । यानि वह व्यक्ति जो अपने आराध्य देव की पूजा करता है, आरती करता है वह एक पुजारी होता है । जैसे की हमारे आस पास के किसी मंदीर में भगवान की आरती करने का काम जो व्यक्ति करता है जिसे हम भक्त कहते है तो वह एक पुजारी होता ‌‌‌है । दोस्तो पुजारी के अर्थ को हम और भी बेहतर तरीके से समझाने का प्रयास कर सकते है जैसे –

  • वह व्यक्ति पुजारी होता है जो की पूजा करता है ।
  • पूजा करने वाला व्यक्ति ।
  • आराधना करने वाला व्यक्ति ।
  • वह जो देवी देवताओ की आरती करता है पुजारी होता है ।
  • वह जो मंदिर में रह कर देवी देवताओ की ‌‌‌आराधना करते है जिसे हम भक्त कहते है एक पुजारी होता है ।
  • वह जिसे आबिद कहा जाता है एक पुजारी होता है ।

इस तरह से दोस्तो पुजारी वह है जो की देवी देवताओ की पूजा करता है ।

पुजारी शब्द का वाक्य में प्रयोग

  • आज हमारे गाव में एक पुजारी आया और भगवान के गुणगान गाने लगा ।
  • हमारे गाव का पुजारी काफी ‌‌‌नेक आदमी है ।
  • अगर सच्चा पुजारी है तो वह कभी तुमसे धन नही मागेगा ।
  • हमारे पास के ही गाव में एक चमतकार करने वाला पुजारी रहता है ।

पुजारी शब्द के पर्यायवाची शब्दो का वाक्य में प्रयोग

  • दुनिया में कोई ऐसा भी अराधी हो सकता है क्या जो की धन लेकर पूजा करता हो ।
  • आपके जैसा आराधक मैंने पूरी ‌‌‌दुनिया में नही देखा ।
  • देखने से मालूम होता है की आप भले पूजक हो ।
  • ‌‌‌एक पुजेरी में गुण होता है की वह हर समय भगवान के ध्यान में मग्न रहे ।

‌‌‌पुजारी कौन होता है समझाए

दोस्तो पुजारी वह होता है जो की पूजा करता हो । यानि आपके आस पास के मंदिरो में जो व्यक्ति पुजा कर रहा है यानि देवी देवताओ की पूजा कर रहा है वह पुजारी है । इस तरह से दोस्तो आपको बता दे की पूजारी को हमेशा पूजा करने वाला माना जाता है । वैसे आप इस बात से समझ भी सकते है की जो पूजा कर रहा है या करता है वह पूजारी है ।

वैसे जब आप अपने घर के अंदर दिन रात पूजा करते है तो इसका मतलब यह होता है की आप भी एक पूजारी है । मगर आप अपनी नजर में एक पूजारी है क्योकी आपको घर से बहार कोई भी पूजारी नही कहेगा । हालाकी वही पर आप किसी मंदीर में पूजा करने का काम करते है तो आपको पूजारी कहा जा सकता है ।

क्योकी लोगो के द्वारा आज माना जाता है की जो पूजा कर रहा है और वह किसी मंदीर में ऐसा करता है तो वह पूजारी होता है । जैसे की आपके आस पास भगवान राम का या हनुमान का मंदिर होगा और वहां पर जो कोई पूजा करता है उसे पूजारी ही कहा जाता है । आप उसे पूजारी कह कर पुकारे उसे किसी तरह का अलग अनुभव नही होगा क्योकी असल में उसे दिन भर लोग इसी नाम से बुलाते है । और यह आपको पता होना चाहिए ।


दोस्ता आपको बता दे की जो पूजारी होते है वे प्राचीन वर्षों से ही हमारी इसी धरती पर और इसी समजा में अपनी एक अलग तरह की छवी बनाए हुए है आपको बता दे की पूजारी केवल देवी देवातओ की पूजा करते है । आज आप ब्रह्माण का नाम सुनते है आपको बता दे की ज्यादातर ब्रह्माण पूजारी होते है क्योकी वे किसी न किसी मंदीर में पूजा करते है ।

मगर जो पूजा नही करते है उन्हे हम पूजारी नही कह सकते है । आपको बता दे की पूजारी जो होते है वे मसाज में एक महत्वपूर्ण व्यकित माने जाते है और यह बात आपको पता होनी चाहिए । दोस्तो पुजारी को समाज में एक अलग ही रूप में देखा जाता है ओर यह भी आपको पता होगा ।

‌‌‌इस तरह से असल जीवन में अगर बात करे तो पुजारी का मतलब पूजा करने वाले से होता है । और यह बात आप समझ सकते हो ।

आपको इस तरह से भी बता सकते है की एक पूजारी वह होता है जो की नियमित पूजा करने के लिए मंदिर में जाता है और वहां पर धूंप और दिया जला कर भगवान के नाम को रटता और भगवान के नाम का जाप करता है वह एक तरह का पूजारी होता है और इस बारे में आपको पता होना चाहिए ।

पुजारी जो होते है वे अपना जीवन भगवान के लिए समर्पित कर देते है और अपने पूरे जीवन में भगवान को ही याद करते रहते है । सच कहे तो ऐस पूजारी बहुत ही अलग होते है । आपको बता दे की जो पुजारी होते है वे केवल नाम के पुजारी नही होते है बल्की उनके पास जो ज्ञान होता है व हमसे कई गुणा अलग होता है और भगवान की बात की जाए तो उनके भगवान हमेशा करीब रहे है ।

क्योकी वे दिन रात भगवान को याद करते है तो ऐसे में भगवान भी तो उनके करीब रहेगे ना । और यह बात आप समझ सकते है । दोस्तो आपकेा बता दे की पुजारी हमेशा लोगो के लिए प्रेरणादायक के रूप में जाने जाते है। क्योकी पुजारी जो होता है वह अपने जीवन में एक अलग तरह की सिख रखता है और इस सिख के बारे में किसी अन्य को पता नही होता है और इसी के कारण से पूजारी बहुत से लोगो को प्रेरणा देने वाले के रूप में जाने जाते है और यह बात आप समझ सकते है ।

भगवान या देवी की पूजा करना एक तरह से प्राथना होती है और आपको बता दे की यह केवल सही तरह से वही कर सकता है जो की असल में पुजारी बनने के काबिल होता है । वैसे तो हम सभी देवी देवताओ की पूजा करते है । और इसी तरह से पूजा करते हुए अपने जीवन को आगे बढाते रहते हे और यह बात आपको पता होना जरुरी होता है ।

‌‌‌इस तरह से पुजारी को पूजा करने के रूप में जाना जाता है ।

‌‌‌पुजारी ‌‌‌किसकी पूजा करता है

कहते है की पूजारी जो होता है जो पूजा करता है । मगर यह किसकी पूजा करता है यह एक बड़ा प्रशना बना रहता है । तो आपको बता दे की पुजारी जो होता है वह देवी देवता की मूर्ति की पूजा करता है और आपने यह देखा होगा । अगर आपके आस पास कोई पूजारी है तो आपको यह भी पता होगा की उसके पास किसी तरह का मंदिर भी है ।

तो आप उस मंदिर में एक बार जाकर जरूर देखे । आपको क्या देखने को मिलता है । आपको बता दे की वहां पर एक मुर्ति होती है और यह मूर्ति भगवान की होती है या कह सकते है की देवी देवातओ की होती है । और इसकी ही पुजारी पूजा करता है ।

जिसका मतलब होता है की पुजारी जो होता है वह देवी देवताओ की पुजा करता है और यह बात आपको पता होनी जरूरी होती है । कहते है की जैसे की पुजारी मंदिर के अंदर प्रवेश करता है तो वह चारो और देखता है उसे अपने देवता ही पहले नजर आते है और वह जैसे ही अपने देवताओ को देखता है उन्हे प्रणाम करता है और फिर बाकी का काम करता है जैसे साफ सफाई ।

और इस तरह का काम करने के बाद में पुजारी जो होते है वे भगवान की पूजा करते है और यह आपको पता है । क्योकी आपने ऐसा एक बार नही बल्की कई बार देखा होगा । आपको बता दे की पुजारी जो होता है वह पूजा कर कर ईश्वार के काफी करीब पहुंच जाता है और यही सच में खुशी की बात होती है ।

पुजारी मंदिरों में पूजा करते हैं और इसके दो कारण होते है पहला तो मंदिर को पूरी तरह से पवित्र माना जाता है और मंदिर जब पवित्र होता है तो उसकी पूजा की जा सकती है और यह बात आपको भी पता है । मगर यहां पर देवी देवताओ का वास कुछ ज्यादा ही रहता है । क्योकी यह जो स्थान होता है वह विशेषकर देवी देवातओ के लिए ही बना होता है और यही कारण है की जहां पर देवी देवता रहते है वहां पर पूजा करना तो बनता है।

अगर आप कभी देवी देवताओ को देखना चाहते है तो आपको सच्चे मन से उन्हे याद करन चाहिए वे आपके पास जरूर आते है । हालाकी आप उन्हे पहचान नही पाते है यह बात अलग है । यह मैं नही कह रहा हूं बल्की एक महान पुजारी ने ही कहा था । आपको बता दे की देवी देवताओ के दर्शन के लिए आप मंदिरो में भी जा सकते है क्योकी यही वह स्थान है जहां पर सच में देवी देवता रहते है जिनकी पुजारी पूजा करता है ।

‌‌‌पुजारी को आध्यात्मिक ज्ञान हासिल होता है

अध्यात्मिक ज्ञान वह ज्ञान होता है जो की आज के समय में लगभग सभी के पास होना जरूरी होता है । आपको बता दे की इस दुनिया में बहुत कुछ ऐसा है जिसे हम देख तक नही सकते है और इसे देखने के लिए अध्यात्मिक ज्ञान की जरूरत होती है ।

मगर आपको बता दे की पुजारियों के पास आध्यात्मिक ज्ञान का एक बड़ा हिस्सा है और इस ज्ञान का उपयोग कर कर पंडित या कह सकते है की जो पुजारी होते है वे दूसरो लोगो की मदद करते है । उनको नैतिक जीवन जीने के तरीके के बारे में बता सकते है ।

अपने धर्म के बारे में काफी सरल तरीके से बता सकते है । और यह भी बता सकते है की एक व्यक्ति के लिए यह जीवन क्यो अनमोल हे ओर इस जीवन में हम क्या करने के लिए जन्म ले चुके है । आदी सभी के बारे में जब ही पता चलता है जब पास में अध्यात्मिक ज्ञान होता है ।

मोक्ष प्राप्त के बारे में आज सभी को पता है मगर सभी यह नही जानते है की मोक्ष प्राप्त क्या है और इसे कैसे प्राप्त किया जाता है । आपको बता दे की एक पुजारी से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होने काफी सरल रूप में समझाया की मौक्ष वह होता है जीसे प्राप्त करने के बाद में आत्मा किसी भी योनी में जीवन नही लेती है । यानि किसी तरह का जन्म नही लेता है ।


अगर इसे हम अपनी भाषा में समझे तो हम कहते है की इस जीवन में हम कई तरह के जीवन जीते है । मगर यह भी कहा जाता हैकी जब व्यक्ति की मोत हो जाती है तो वह फिर से जन्म लेता है और वह अब जरूरी नही है की मानव ही बने बल्की जो हम तरह तरह के जीवन देखते है जैसे की पशु और किड़े आदी तरह के जीवन में से किसी भी तरह का जीवन इस मानव को मिल सकता है ।मतलब आत्मा का अगला जन्म हो सकता है ।

मगर आपको बता दे की यह जो मोक्ष होता है उसे प्राप्त करने के बाद में आत्मा को किसी तरह का जीवन लेने की जरूरत नही होती है । बल्की वह कभी भी किसी भी तरह का जीवन नही लेता है और इसे जीवन मरण से मुक्ति कहा जाता है ।

आपको बता दे की इस बारे में बहुत सारे पुजारी काफी अच्छी तरह से जानते है। मगर आपको वह यह बाते कभी बताएगे नही क्योकी जब आप उनसे इस बारे में पूछते नही हो तो वे बेवजह अपने ज्ञान को बाटते नही है । और यही असल में एक ज्ञानी होने का सकेंत होता है ।

इस तरह से हमने इस लेख में पुजारी का पर्यायवाची शब्द या पुजारी का समानर्थी शब्द के बारे में जान लिया है ।

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