x-ray homeopathic medicine uses in hindi or side effect

x-ray homeopathic medicine uses in hindi x-ray x-ray 30 homeopathic medicine uses in hindi homeopathic medicine का उपयोग आमतौर पर सिरदर्द और गले मे दर्द व पुरूषों के अंदर कामेच्छा की कमी दशा मे उपयोग की जाती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । इस दवा की खुराक लिंग और आयु पर निर्भर करती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । इसके अलावा इस दवा को आपको सही मात्रा मे लेना चाहिए ‌‌‌ यदि आप इस दवा को अधिक मात्रा मे लेते हैं तो इससे किसी तरह का नुकसान तो नहीं होता लेकिन फिर भी आपको इसको सीमित मात्रा मे ही सेवन करना चाहिए । आप इस बात को समझ सकते हैं।

‌‌‌इसके अलावा वैसे तो इस दवा का कोई दुष्प्रभाव नहीं होता है। लेकिन यदि दवा लेने के बाद भी आपको किसी तरह की समस्या होती है तो उसके बाद आपको एक बार अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए । और आपका डॉक्टर आपको जो निर्देश देता है उसका पालन करना चाहिए ।

x-ray homeopathic medicine uses in hindi

  • पुरुषों में कामेच्छा की कमी
  • गला सूखना
  • सिरदर्द
  • जोड़ों में दर्द

x-ray homeopathic medicine uses in hindi पुरुषों में कामेच्छा की कमी

x-ray homeopathic medicine uses in hindi

x-ray homeopathic medicine का उपयोग पुरूषों के अंदर कामेच्छा की कमी को सुधारने के लिए किया जाता है। आमतौर पर शादी के बाद लव लाइफ काफी अधिक डिस्टर्ब हो जाती है। जिसकी वजह से यह समस्याएं आती है। हालांकि इस दवा का सेवन बिना डॉक्टर की अनुमति के नहीं किया जाना चाहिए । वसाद, तनाव, शराब, अवैध दवाओं का सेवन और थकान  आदि इसके प्रमुख कारण होते हैं जिसकी वजह से काम को बढ़ाने वाला हार्मोन काफी कमी हो जाता है। जिसकी वजह से काम की इच्छा काफी कम हो जाती है। जिसकी वजह से वैवाहिक रिस्ते के अंदर काफी अधिक परेशानी आ जाती है।

‌‌‌यदि आप भी एक पुरूष हैं और काम के अंदर कमी आ गई है तो आप डॉक्टर के पास जा सकते हैं। इसके अलावा मार्केट के अंदर कई तरह की दवाएं आ चुकी हैं जोकि काम को बढ़ाने का काम करती हैं इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं। यही आपके लिए सही होगा ।

x-ray homeopathic medicine का उपयोग सिर्फ काम के अंदर ही नहीं किया जाता है। इसके अलावा अन्य भी चीजों के अंदर किया जाता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं। यही आपके लिए सही होगा ।

x-ray homeopathic medicine uses in hindi ‌‌‌का उपयोग गला सूखना

‌‌‌वैसे आपको बतादें कि गला सूखना एक आम समस्या होती है। और यदि आपका गला सूख रहा है तो यह किसी सर्दी जुकाम की वजह से हो सकता है। आमतौर पर गले सूखने की समस्या सर्दियों के अंदर काफी अधिक देखने को मिलती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । ‌‌‌वैसे तो गला सूखने के मामले काफी हल्के होते हैं अपने आप ही ठीक हो जाते हैं लेकिन कई बार यह किसी गम्भीर समस्या के संकेत हो सकता है। तो इसे नजर अंदाज नहीं करना चाहिए । गले में जलन व खुजली होना जिस कारण से गले में दर्द, निगलने में कठिनाई, मुंह का स्वाद बिगड़ना  आदि इसके लक्षण हो सकते हैं।

‌‌‌यदि आपका गला काफी अधिक समय तक सूख रहा है तो फिर आपको एक बार अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए । और  शराब, चाय, कॉफी तथा धूम्रपान  आदि की वजह से गला सूख रहा है तो आपको इनको छोड़ना होगा । इसके अलावा आपको गले के अंदर संक्रमण है तो एंटिबायोटिक दवाओं का इस्तेमाल किया जा सकता है। और गले की ‌‌‌समस्याओं को ठीक किया जा सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । आप इस बात को समझ सकते हैं।

‌‌‌वैसे आपको बतादें कि गला सूखने की वजह से काफी परेशानी हो सकती है और गले के अंदर दर्द हो सकता है। और यह समस्या अक्सर सर्दी के मौसम मे काफी अधिक होती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप समझ सकते हैं।

‌‌‌यदि आपका गला सूख रहा है तो आपको घरेलू उपचार करना चाहिए । अधिकतर केस के अंदर गला का सूखना अपने आप ही ठीक हो जाता है। हां आप छोटे मोटे घरेलू उपचार कर सकते हैं। आपकी समस्या हल हो जाती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप समझ सकते हैं।

‌‌‌गला सूखने के लक्षण की यदि हम बात करें तो इसके कई सारे लक्षण होते हैं जिसकी मदद से आप पहचान सकते हैं कि आपका गला सूख गया है तो आइए जानते हैं इन लक्षणों के बारे मे विस्तार से । उम्मीद करते हैं कि आपको यह पसंद आएगा ।अधिकतर केस के अंदर ‌‌‌गला सूखने की समस्याएं अकेले नहीं होती है। इसके  साथ अन्य समस्याएं भी होती हैं तो आइए जानते हैं गला सूखने की अन्य समस्याओं के बारे मे विस्तार से जिसकी मदद से आप इसको पहचान सकते हैं।

  • सांस लेने में दिक्कत
  • सुस्ती महसूस होना
  • बुखार होना
  • ठंड लगना
  • मांसपेशियों में कमजोरी
  • बार-बार खांसी होना
  • गले में दर्द
  • निगलने में कठिनाई

गले में सूखापन के साथ-साथ मुंह या जीभ पर सफेद दाग बन गए  तो उनको जल्दी से जल्दी अपने डॉक्टर को दिखाना चाहिए और आपका डॉक्टर आपको जो निर्देश देता है आपको उसका पालन करना चाहिए । यही आपके लिए सही होगा और आप इस बात को समझ सकते हैं।

गले में किसी प्रकार की गांठ महसूस होना और बलगम बुखार आदि समस्याएं हो रही हैं तो उसके बाद आपको एक बार अपने डॉक्टर को दिखाने की जरूरत होती है। आप इस बात को समझ सकते हैं। तो डॉक्टर को दिखाएं और डॉक्टर जो निर्देश देता है आपको उसका पालन करना चाहिए ।

‌‌‌इसके अलावा यदि आपको निगलने मे काफी कठिनाई हो रही है। गले मे दर्द है तो उसके बाद आपको जल्दी से जल्दी अपने डॉक्टर को दिखाना चाहिए । यह सबसे अधिक जरूरी होता है। आप इस बात को समझ सकते हैं।

‌‌‌गला सूखने के कारण की यदि हम बात करें तो इसके कई सारे कारण होते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

  • सबसे पहला कारण तो यही होता है कि यदि आप रात को खुले मुंह सोते हैं तो इसकी वजह से गला सूख जाता है। जब आप खुले मुंह सोते हैं तो हवा मुंह से होती हुई अंदर जाती है जिसकी वजह से यह लार को सूखा ‌‌‌ देती है। और आपको कई बार तो आधी रात को गला सूखने की वजह से उठना पड़ता है। इसके अलावा कई बार उठने के बाद गला सूख हुआ महसूस होता है तो पानी पीना पड़ता है।
  • मोनोन्यूक्लिओसिस एक प्रकार का रोग होता है जिसकी वजह से गला बार बार सुख जाता है।और यह जो रोग होता है वह लार की वजह से फैलता है। इसके बारे मे पता होना चाहिए । यदि आप किसी के साथ खाना खाते हैं तो उसकी वजह से यह रोग फैल सकता है।
  • ‌‌‌यदि आपको किसी तरह की मौसम की एलर्जी है तो उसकी वजह से गला बार बार सुख सकता है। यदि एलर्जी की समस्या है तो उसके बाद आपको एक बार अपने डॉक्टर से इलाज करवाना चाहिए । वैसे आपको बतादें कि एलर्जी का कोई इलाज नहीं है। आपको उस चीज से बचना होगा जिससे कि एलर्जी है।
  • ‌‌‌इसके अलावा यदि हम गले के सूखने के अन्य कारणों की बात करें तो शरीर के अंदर पानी की कमी होना भी इसका एक कारण होता है। यदि आपके शरीर के अंदर पानी की कमी है तो उसकी वजह से भी आपका गला बार बार सूख सकता है। आपको अधिक से अधिक पानी का सेवन करना चाहिए । ‌‌‌खास कर यह जो समस्या होती है वह गर्मी के दिनों मे अधिक होती है। गर्मी के दिनों मे शरीर मे पानी की कमी हो जाती है जिसकी वजह से गला बार बार सूखने लग जाता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और इस चीज को आपने कई बार अनुभव भी किया होगा ।
  • ‌‌‌जुकाम एक प्रकार का वायरल इन्फेक्सन होता है। यदि जुकाम होती है तो उसकी वजह से भी हमारा गला काफी अधिक प्रभावित हो जाता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए।  यदि जुकाम हो गया है तो उसकी वजह से गला बार बार सूखेगा । हालांकि जुकाम की कई तरह की दवाएं उपलब्ध हैं आप उनका प्रयोग कर सकते हैं।
  • गले के पिछले हिस्से में दोनों तरफ मांस के बने उभार को टॉन्सिल कहा जाता है । कई बार क्या होता है कि इनके अंदर ही संक्रमण हो जाता है जिसकी वजह से गला बार बार सूखने लग जाता है। यदि इनके अंदर संक्रमण हो चुका है तो उसके बाद आपको एक बार अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए ।
  • एसिड रिफ्लक्स एक प्रकार की समस्या होती है जिसके अंदर एसिड भोजन की नली मे आ जाता है। और इसकी वजह से गला सूख सकता है। और जलन की समस्या हो सकती है। इसलिए यदि किसी को एसिड रिफ्लक्स की समस्या है तो उसे अपने डॉक्टर से इलाज करवाने की जरूरत होती है। क्योंकि ‌‌‌यदि अधिक समय तक यह समस्या रहती है तो यह आपके शरीर मे घाव को जन्म दे सकती है।
  • ‌‌‌इसके अलावा गला सूखने के अन्य कारणों की बात करें तो यदि आप अधिक बोलते हैं या फिर चिल्लाते हैं तो इसकी वजह से भी काफी अधिक गला सूखने की समस्याएं हो सकती हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । आमतौर पर कुछ लोग पढ़ाते हैं तो उनको अधिक बोलना पड़ता है। इसकी वजह से गला सूखने की समस्या होती ‌‌‌ है।
  • ‌‌‌इसके अलावा कई बार सर्दी जुकाम हो जाती है और कफ की वजह से खांसी आने लग जाती है। जिसकी वजह से भी गला सूखने की समस्याएं होने लग जाती हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । यह अपने आप ही ठीक हो जाती है।
  • ‌‌‌इसके अलावा कई बार अपच या पेट के अंदर किसी तरह की गड़बड़ी होने पर उल्टी होती है। सफर के दौरान भी उल्टी हो सकती है। उल्टी होने की वजह से गला काफी अधिक सूख जाता है और तुंरत पानी पीने की जरूरत होती है। इसके बारे मे आपको पता ही होगा ।
  • गले का कैंसर या फिर भोजन नली के अंदर यदि कैंसर होता है तो उसकी वजह से भी गला सूख सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । यदि भोजन नली मे कैंसर हो गया है तो गला सूखेगा । इसके लिए आपको डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए।  हालांकि यह सब कम मामलों मे ही होता है।
  • ‌‌‌इसके अलावा कुछ दवाएं भी इस प्रकार की होती हैं जोकि गला सूखने का कारण बनती हैं। तो यदि आप किसी तरह की दवा का सेवन कर रहे हैं तो उसकी वजह से गला सूखने जैसी समस्या हो सकती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
  • ‌‌‌इसके अलावा यदि आप तंबाखू का सेवन करते हैं तो उसकी वजह से भी गला सूख सकता है। अधिक तंबाखू का सेवन करना गले सूखने का कारण बन सकता है। आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं।

‌‌‌अब बात आती है कि आप किस तरह से गला सूखने की समस्या से बच सकते हैं ? तो इसके लिए कुछ उपाय हैं जिसकी मदद से आप गला सूखने की समस्या से बच सकते हैं तो आइए जानते हैं उन उपायों के बारे मे विस्तार से ।

  • ‌‌‌यदि आपको किसी तरह के पदार्थ से एलर्जी होती है तो उस पदार्थ से आपको दूरी बनाकर रखनी होगी । जैसे कि आपको धुंए से एलर्जी होती है तो आपको धुएं से दूरी बनाकर रखनी होगी । और यदि आपको धुंए के अंदर जाना भी पड़ता है तो फिर आपको चाहिए कि आप मास्क पहन कर जाएं तभी आपके लिए फायदा होगा ।
  • ‌‌‌इसके अलावा आपको अपने वजन को नियंत्रित करना होगा । यदि आपके शरीर के अंदर वजन काफी अधिक होगा तो इसकी वजह से पेट पर काफी अधिक दबाव पड़ता है जिसकी वजह से ऐसिड़ भोजन नली के अंदर आने लग जाता है जिसकी वजह से नली मे जलन होती है। क्योंकि भोजन नली ऐसिड के लिए अनुकूलित नहीं होती है।
  • ‌‌‌इसके अलावा आपको भोजन को थोड़ी थोड़ी मात्रा मे खाना चाहिए । जिससे कि उसे पचाने मे काफी आसानी होगी । सारा भोजन एक साथ ही नहीं खाना चाहिए । नहीं तो काफी अधिक परेशानी होगी और भोजन एसिड  नली के अंदर आ जाएगा । आप इस बात को समझ सकते हैं।
  • ‌‌‌यदि आप तंबाखू और सिगरेट वैगरह का सेवन करते हैं तो आपको इनका सेवन करना बंद कर देना चाहिए।  यह आपके लिए काफी अधिक समस्याएं पैदा कर सकते हैं क्योंकि यह आपके गले मे कैंसर जैसी बीमारी को भी पैदा करते हैं।
  • ‌‌‌इसके अलावा यदि आप अधिक मसालेदार का भोजन करते हैं तो आपको अधिक मसालेदार का भोजन नहीं करना चाहिए आप इस बात को समझ सकते हैं। तो कैफिन युक्त पदार्थों का सेवन आपको कम करना चाहिए । यही आपके लिए सही होगा ।

‌‌‌अब हम आपको गले सूखने के इलाज के बारे मे बताने वाले हैं। दोस्तों  यदि आपका गला सूखता है तो सबसे पहले इसके कारणों के बारे मे पता करना जरूरी होता है। क्योंकि बिना कारण जाने कोई भी दवा काम नहीं करेगी । तो डॉक्टर गले सूखने के कई कारणों के उपर विचार कर सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

‌‌‌यदि दोस्तों आपका गला एलर्जी की वजह से सूखता है तो आपका डॉक्टर यह जानने की कोशिश करता है कि आपको किन पदार्थों से एलर्जी है। जिन भी पदार्थों से आपको एलर्जी है तो आपको उन पदार्थों से दूर रहने की सलाह दी जा सकती है। इसके अलावा नाक खोलने की दवाएं और दूसरी तरह की दवाएं दी जा सकती हैं।

‌‌‌आमतौर पर कई बार जब हम रात के अंदर सोते हैं तो हम नाक से सांस नहीं लेते हैं वरन मुंह से सांस लेने लग जाते हैं। ऐसी स्थिति के अंदर गला काफी जल्दी सूख जाता है। यदि आपको भी मुंह से सांस लेने की आदत है तो आपको इसको बंद करना होगा । आपके गले के सूखने की समस्या काफी कम हो जाएगी ।

‌‌‌दोस्तों गर्मी के अंदर शरीर के अंदर पानी काफी तेजी से बाहर निकलता है। जिसकी वजह से गला सूखने की समस्याएं होती है। इसलिए आपको चाहिए कि गर्मी के मौसम मे अधिक से अधिक पानी का सेवन करें । ताकि गला सूखने की समस्या नहीं हो । आपको इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं।

‌‌‌इसके अलावा यदि आप अधिक मेहनत करते हैं तो इसकी वजह से आपके शरीर के अंदर पसीना काफी अधिक निकल जाता है। तो आपको चाहिए काम करने के समय काम करें लेकिन अधिक काम करने से बचे जिससे कि गला नहीं सूखेगा । और बार बार आप पानी का सेवन कर सकते हैं। यह आपके लिए काफी फायदेमंद होगा ।

‌‌‌दोस्तों यदि आपको गले के अंदर दर्द है और सूखापन है तो आप नमक का गुनगुना पानी लें । और उसके बाद गले मे गरारे करें । ऐसा करने का फायदा यह होगा  कि आपके गले को काफी आराम मिलेगा । आपको इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं यही आपके लिए सही होगा ।

‌‌‌इसके अलावा नाक बंद होने पर मार्केट के अंदर कई तरह के स्प्रे मौजूद हैं आप उन स्प्रे का उपयेाग कर सकते हैं और बंद नाक को खोल सकते है। इसके अलावा आप डॉक्टर से भी मिल सकते हैं। और आपका डॉक्टर आपको जो निर्देश देता है। उसका आपको पालन करना चाहिए । और यही आपके लिए सही होगा ।

‌‌‌वैसे तो आपको बतादें कि गला सूखने की समस्या काफी गम्भीर नहीं होती है। लेकिन कई बार यह किसी गम्भीर समस्या के बारे मे संकेत देता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं। इसलिए यदि आपका गला सूख रहा है तो अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए । तभी आपके लिए सही होगा

x-ray homeopathic medicine uses in hindi ‌‌‌सिरदर्द मे उपयोग

‌‌‌दोस्तों यदि हम बात करें सिरदर्द की तो सिरदर्द एक प्रकार की आम समस्या होती है। सिरदर्द हल्का भी हो सकता है। और काफी तेज भी हो सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । यह निर्भर करता है कि आपको सिरदर्द क्यों हो रहा है ? आम सिरदर्द मामूली उपचार के बाद ठीक हो जाता है। लेकिन ‌‌‌यदि किसी चोट की वजह से या  फिर किसी अन्य समस्या की वजह से सिरदर्द हो रहा है तो आपको अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए । इसके अलावा आपको बतादें कि सिर दर्द एक सामान्य समस्या नहीं है तो यह काफी गम्भीर परेशानी पैदा कर सकता है। सिरदर्द वैसे काफी अधिक पीड़ादायक होता है आप इस बात को समझ ‌‌‌ सकते हैं इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

सिरदर्द अक्सर तनाव, अवसाद या चिंता से सम्बन्धित होते हैं। बहुत ज्यादा काम करने, पर्याप्त नींद न लेने, भोजन में अनियमितता बरतने या शराब का सेवन करने से सिरदर्द हो सकता है। आप अपनी जीवन शैली के अंदर बदलाव करके सिरदर्द को ठीक किया जा सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

सिरदर्द के साथ गर्दन में अकड़न, बुखार, भ्रम, बेहोशी या आँख अथवा कान में दर्द हो तो आपको तुरंत ही डॉक्टर के पास जाने की जरूरत होती है। लेकिन यदि सिरदर्द  की हर स्थिति के अंदर डॉक्टर के पास जाने की जरूरत नहीं होती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए।  और आप इस बात को समझ सकते हैं।

‌‌‌अब दोस्तों हम सिरदर्द के प्रकार की बात करें तो सिरदर्द के कई सारे प्रकार होते हैं तो आइए जानते हैं सिरदर्द के प्रकार के बारे । सिरदर्द के प्रकार के आधार पर ही इसका इलाज किया जाता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप इस बात को समझ सकते हैं।

  • माइग्रेन  एक प्रकार का सिरदर्द होता है। यह काफी भयंकर सिरदर्द की समस्या होती है। माइग्रेन का कोई खास इलाज नहीं है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । माइग्रेन के अंदर आप दूध और जलेबी का सेवन कर सकते हैं। यह आपके लिए काफी उपयोगी होता है। माइग्रेन एक तरह का भयंकर दर्द है। यह अधिकतर केस मे सिर की ‌‌‌एक तरफ ही होता है । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
  • क्लस्टर (cluster) सिरदर्द भी एक प्रकार का सिरदर्द होता है। जोकि कुछ समय के लिए रह सकता है। और कुछ दिन अपने आप ही आना बंद हो जाता है। वैसे आपको बतादें कि कलस्टर सिरदर्द अपने आप ही बंद हो जाता है। और यदि आप इस सिरदर्द के लिए डॉक्टर के पास जाना चाहते हैं तो जा सकते हैं।
  • रीबाउंड सिरदर्द (Rebound headaches) आमतौर पर तब होता है जब आप सिरदर्द की दवाओं को अधिक इस्तेमाल करते हैं। और इस सिरदर्द के अंदर जब आप सिरदर्द की दवा लेते हैं तो आराम मिल जाता है नहीं तो सिर फिर से दर्द करने लग जाता है। इसके लिए आपको अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए ।
  • थंडरक्लैप सिरदर्द (Thunderclap headaches) आमतौर पर काफी भयंकर सिरदर्द होता है। हालांकि यह जीवन को खतरा पैदा नहीं करता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । लेकिन यह कुछ समय के लिए ही होता है पर काफी भयंकर होता है। यह कुछ ही समय मे अपने चरम पर पहुंच जाता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । ‌‌‌आप इस बात को समझ सकते हैं।
  • साइनस सिरदर्द भी एक प्रकार का सिरदर्द होता है। जिसकी वजह से आमतौर पर सिर पर काफी दबाव पड़ता है। इसकी वजह से सिरदर्द हो सकता है। वैसे आपको बतादें कि यह सिरदर्द गम्भीर नहीं होता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । साइनस की दवाओं से इसको ठीक किया जा सकता है।
  • कैफीन सिरदर्द आमतौर कैफीन का अधिक सेवन करने से होता है। आप यदि चाय कॉफी का अधिक सेवन करते हैं तो इस तरह का सिरदर्द हो सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं।
  • स्ट्रेस आधारित सिरदर्द (Stress Headache) तब होता है जब आप तनाव के अंदर होते हैं। यदि आप तनाव के अंदर होते हैं। तो इसकी वजह से हो सकता है। इसके लिए तनाव को कम करना काफी अधिक जरूरी होता है। आपको इसके बारे मे पता होना चाहिए ।
  • इग्ज़र्शन सिरदर्द (Exertion Headache) आमतौर पर तब होता है जब आप अधिक शारीरिक मेहनत करते हैं। मतलब यदि आप खेत मे या फिर कहीं और पर अधिक मेहनत करते हैं तो शरीर गर्म हो सकता है। और सिरदर्द होने लग जाता है।
  • एलर्जी सिरदर्द के अंदर आमतौर पर किसी पदार्थ के संपर्क मे आप आते हैं तो इसकी वजह से एलर्जी सिरदर्द हो सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप समझ सकते हैं।

‌‌‌अब तक हमने दोस्तों सिरदर्द के प्रकार के बारे मे जाना है । अब हम आपको सिरदर्द के कारणों के बारे मे बताने वाले हैं। दोस्तों आपको बतादें कि सिरदर्द का कोई एक कारण नहीं होता है। वरन सिरदर्द के कई सारे कारण होते हैं। इसके बारे मे हम आपको एक लिस्टे दे रहे हैं।

  • शराब पीने से होने वाला हैंगओवर
  • ब्रेन ट्यूमर
  • खून के थक्के (ब्लड क्लॉट)
  • मस्तिष्क में या उसके चारों ओर रक्तस्राव
  • कार्बन मोनोऑक्साइड विषाक्तता
  • मस्तिष्काघात
  • निर्जलीकरण
  • काला मोतियाबिंद (ग्लूकोमा)
  • बुखार
  • रात में सोते हुए दाँत पीसना
  • इन्फ्लुएंजा
  • दर्द की दवा का अत्यधिक मात्रा में सेवन
  • घबराहट
  • दौरे आना
  • तनाव
  • ‌‌‌इसके अलावा यदि आप अधिक शराब का सेवन करते हैं तो उससे भी सिरदर्द हो सकता है।
  • थकावट
  • भूख लगना
  • इसके अलावा मासिक धर्म के दौरान सिरदर्द हो सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।

‌‌‌अब यदि हम सिरदर्द से बचाव के उपाय की बात करें हम आपको कुछ टिप्स बताने वाले हैं जिसकी मदद से आप सिरदर्द से बच सकते हैं तो आइए जानते हैं उन टिप्स के बारे मे यदि आप उनको फोलों करते हैं तो सिरदर्द से बच सकते हैं।

  • ‌‌‌यदि आप किसी तरह के दर्द की दवा काफी लंबे समय से ले रहे हैं और उसके बाद अचानक से उस दवा को बंद कर देते हैं तो उसकी वजह से भी सिरदर्द हो सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । इसलिए दवा के उपयोग को बंद करने से पहले एक बार अपने डॉक्टर से परामर्श करना जरूरी हो जाता है आप इस बात को समझ लें ।
  • ‌‌‌इसके अलावा यदि आप अधिक शराब का सेवन करते हैं तो इसकी वजह से शरीर मे पानी की कमी आती है। इसकी वजह से सिरदर्द हो सकता है। इसलिए आपको चाहिए कि आप शराब का सेवन काफी कम करदें । यही आपके लिए सही होगा । आप इस बात को समझ सकते  हैं।
  • तंबाकू उत्पादों को सिरदर्द का कारण बताया गया है । इसलिए यदि आप खैनी वैगरह का सेवन करते हैं तो आपको उनसे दूरी बनाकर रखनी चाहिए । नहीं तो यह सिरदर्द को पैदा कर सकती हैं। इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए । यदि आप छोड़ सकते हैं तो इनको छोड़दें ।
  • ‌‌‌इसके अलावा यदि आपको किसी एलर्जी की वजह से सिरदर्द हो रहा है तो अपने खाने पीने की चीजों पर अच्छी तरह से गौर करना होगा । और यदि आपको किसी चीज से एलर्जी होती है तो उस चीज का सेवन नहीं करना चाहिए । आप इस बात को समझ सकते हैं।
  • ‌‌‌इसके अलावा सिरदर्द से बचने के लिए नियमित रूप से सही समय पर भोजन करें । सही समय पर भोजन नहीं करने पर पेट मे गैस बनती है जिसकी वजह से काफी अधिक समस्या हो सकती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
  • कैफीन का  सेवन आपको कम करना चाहिए।  आमतौरपर यह देखा गया है कि काम के वक्त लोग काफी अधिक चाय और कॉफी का सेवन करते हैं जोकि काफी अधिक नुकसान पैदा करता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । हालांकि आपको कैफीन का सेवन एकदम से कम नहीं करना चाहिए वरन धीरे धीरे कम करना चाहिए तभी आपके लिए सही ‌‌‌ होगा वरना आपके लिए नुकसान दायी हो सकता है।
  • ‌‌‌इसके अलावा नींद भी सिरदर्द को पैदा कर सकती है। आमतौर पर आजकल लोग मोबाइल से देर रात तक चिपके रहते हैं इसका नुकसान भी होता है। इसलिए सही समय पर सोने की कोशिश करें । और सोने का समय है तो कोई दूसरा काम ना करें । यही आपके लिए सही होगा । ‌‌‌यदि आप पूरी नींद नहीं लेते हैं तो उसकी वजह से माइग्रेन होने की संभावना काफी अधिक हो जाती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं यही आपके लिए सही होगा ।
  • ‌‌‌इसके अलावा शरीर के अंदर उर्जा की कमी का होना भी सिरदर्द का कारण बन सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए।  और आप समझ सकते हैं। शरीर के अंदर उर्जा की कमी ना होने दें । और निरंतर पानी और जूस का सेवन करते रहें । खास कर यदि आप अधिक शारीरिक मेहनत करते हैं तो ।
  • ‌‌‌इसके अलावा सिरदर्द का सबसे बड़ा कारण तनाव भी होता है। तनाव की वजह से सिरदर्द होने लग जाता है। इसलिए अपने तनाव को कम करने की कोशिश करें ।इसके लिए आप ध्यान कर सकते हैं। और कुछ समय के लिए मनोरजंन कर सकते हैं जिससे कि तनाव काफी कम हो जाएगा । और उसके बाद भी यदि तनाव कम नहीं हो रहा है तो आपको ‌‌‌ एक बार अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए।  और डॉक्टर आपको जो निर्देश देता है आपको उसका पालन करना चाहिए । यही आपके लिए सही होगा और आप इसको समझ सकते हैं।

x-ray homeopathic medicine uses in hindi ‌‌‌जोड़ा मे दर्द

‌‌‌दोस्तों जोड़ों मे दर्द के अंदर भी इस दवा का उपयोग किया जाता है। यदि जोड़ों के अंदर दर्द है तो यह आमतौर पर संक्रमण या फिर चोट या गठिया हो सकता है। जोड़ों का दर्द अपने आप ही ठीक नहीं होता है। इसके लिए दवाओं को लेने की जरूरत पड़ती है। दवाओं से दर्द को कम किया जा सकता है। और समस्याओं को ठीक ‌‌‌ किया जा सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।वैसे आपको बतादें कि जोड़ों का दर्द और गठिया कुछ हद तक एक जैसे होते हैं। लेकिन आम जोड़ों के दर्द के अंदर सिर्फ दर्द ही होता है। लेकिन गठिया के अंदर सूजन होता है उसके साथ ही दर्द भी होता है।

जलन, खुजली, सुन्न होना, दर्द या कोमलता, लाली, गर्माहट या सूजन, गतिविधि में कमी, कठोरता, झुनझुनी आदि जोड़ों मे दर्द होने के संकेत होते हैं लेकिन गठिया मे दर्द और सूजन होती  है।

‌‌‌यदि हम जोड़ों के दर्द के लक्षणों की बात करें तो इसके कई सारे लक्षण हो सकते हैं जिसकी मदद से आप यह पहचान सकते हैं। तो आइए जानते हैं जोड़ों के दर्द के लक्षणों के बारे मे

अकड़न।

जोड़ों में दर्द।

लाली।

जोड़ों की गतिशीलता करने की क्षमता में कमी।

वैसे आपको हम पहले ही बता चुके हैं कि गठिया के अंदर ‌‌‌ जोड़ों मे सूजन होती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और आप इस बात को समझ सकते हैं।

‌‌‌दोस्तों अब यदि हम जोड़ों के दर्द के कारणों की बात करें तो इसके बारे मे हम आपको बता रहे हैं। जोड़ों के दर्द के कई सारे कारण होते हैं तो आइए जानते हैं।

  • गाउट (Gout)।
  • संक्रमण।
  • चोट, जैसे फ्रैक्चर।
  • ऑस्टियोआर्थराइटिस
  • ऑस्टियोमाइलाइटिस (Osteomyelitis: हड्डियों का संक्रमण)।
  • सेप्टिक गठिया
  • रूमेटीइड गठिया

‌‌‌कुछ इस प्रकार के उपाय है जिसकी मदद आप जोड़ों के दर्द को कम कर सकते हैं हालांकि यह पूरा उपाय नहीं है। यदि आपको जोड़ों के अंदर दर्द है तो आपको चाहिए कि आप अपने डॉक्टर से परामर्श करें और उसके बाद ही आगे का काम करें ।

  • ‌‌‌यदि जोड़ों में दर्द हो रहा है तो तो जोड़ों को लपेट लें और उसके बाद आपको कुछ हद तक जोड़ों मे दर्द से काफी आराम मिल सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
  • इसके अलावा यदि जोड़ों मे दर्द है तो जोड़ों को आराम देना चाहिए । इससे काफी फायदा होगा और आप समझ सकते हैं।
  • इसके अलावा जोड़ों को बर्फ से ‌‌‌आप सिकताव कर सकते हैं जिसकी मदद से आपको जोड़ों के दर्द से आपको काफी आराम मिलसकता है।
  • इसके अलावा जोड़ों को दिल से उपर उठाए रखने से भी आपको काफी आराम मिलता है। आपको इसके बारे मे पता होना चाहिए ।

‌‌‌दोस्तों यदि आपके जोड़ों के अंदर दर्द हो तो आपको डॉक्टर को दिखाना चाहिए । हल्के दर्द होने की स्थिति मे भी आपको डॉक्टर के पास जाना चाहिए ताकि इसको दवाओं से ठीक किया जाए । इसके अलावा यदि आपको जोड़ों मे काफी दर्द है तो इसकी जांच भी आप करवा सकते हैं ताकि पता चल सके कि जोड़ों मे दर्द किस ‌‌‌ वजह से हो रहा है। जोड़ों का दर्द आमतौर पर घरेलू उपचार की वजह से पूरी तरह से ठीक नहीं होता है। आपको इसको लेकर डॉक्टर के पास जाना ही होता है आप इस बात को समझ सकते हैं।

रक्त परीक्षण आपके डॉक्टर आपका कर सकते हैं जिससे कि समस्या के बारे मे आपको अच्छी तरह से पता चल सके ।

एंटी-साय्क्लिक सिट्रुलिनटेड पेप्टाइड टेस्ट कर सकते हैं।

इसके अलावा प्रभावित जोड़ों के ऊतक की बायोप्सी भी की जा सकती है।

‌‌‌अब यदि हम जोड़ों के दर्द के इलाज की बात करें तो डॉक्टर आपको दर्दनिवारक दवाएं दे सकते हैं जिससे कि आपको जोड़ों के दर्द से काफी अधिक आराम मिल सकता है। इसके अलावा और भी कई तरह के उपचार होते हैं जिसकी मदद से जोड़ों के दर्द से राहत दी जाती है।

‌‌‌वैसे आपको बतादें कि दर्द निवारक दवाओं का कम समय ही उपयोग करना चाहिए । यदि आप अधिक समय तक इन दवाओं का उपयोग करते हैं तो इनसे गैस्ट्रिक अल्सर, गुर्दे की क्षति और हृदय रोग आदि हो सकते हैं। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । इसलिए कम समय तक ही आप इनका उपयोग कर सकते हैं।

  • ‌‌‌इसके अलावा डॉक्टर आपको दर्द को कम करने की क्रीम दे सकते हैं जिसको आप अपने प्रभावित जोड़ों पर लगा सकते हैं जिससे कि दर्द से काफी अधिक राहत मिलती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए ।
  • ‌‌‌इसके अलावा यदि आपको जोड़ों का दर्द है तो आपको व्यायाम तो कम से कम करना चाहिए । यह जोड़ों के दर्द को कम करने मे आपकी मदद करता है। जोड़ों के दर्द के लिए कौनसा व्यायाम करना है  ? इसके बारे मे आप इंटरनेट पर पढ़ सकते हैं और सर्च कर सकते हैं।
  • एंटीबायोटिक्स (Antibiotics) भी जोड़ों के दर्द के अंदर काफी उपयोगी होती है। यदि किसी तरह से संक्रमण की वजह से जोड़ों के अंदर दर्द हो रहा है तो आप एंटीबायोटिक्स (Antibiotics) का सेवन कर सकते हैं और यह आपके संक्रमण को दूर करने मे काफी हद तक मदद करती है। लेकिन इनका सेवन डॉक्टर की अनुमति के बाद ही करें।
  • कॉर्टिकोस्टेरॉइड (Corticosteroids) का उपयोग भी जोडों के दर्द को ठीक करने के लिए किया जाता है। यह जोड़ों के दर्द मे जो सूजन है उसको कम करने का काम करता है। हालांकि इसका सेवन भी डॉक्टर की बिना अनुमति के नहीं किया जाना चाहिए नहीं तो नुकसान हो सकता है।
  • ‌‌‌इसके अलावा जोड़ों के दर्द से राहत प्राप्त करने के लिए आपको अपनी जीवन शैली के अंदर बदलाव करना होगा । इसका मतलब यह है कि आपको अच्छा आहार का सेवन करना होगा और खान पान पर पूरा ध्यान देना होगा जिससे कि जोड़ों के दर्द से आराम मिल सकता है।
  • कैल्शियम और विटामिन डी की खुराक का उपयोग हड्डियों के नुकसान को रोकने के लिए किया जाता है इसलिए यदि जोड़ों का दर्द हो तो डॉक्टर इनकी खुराक आपको दे सकता है जिससे कि जोड़ों के दर्द से राहत मिल सकती है।

x-ray homeopathic medicine क्या गर्भवति महिलाओं के लिए ठीक है ?

x-ray homeopathic medicine गर्भवति महिलाओ के लिए ठीक है या फिर नहीं है इसके बारे मे कोई जानकारी नहीं है। यदि आप एक गर्भवति महिला हैं तो इस दवा को लेने से पहले एक बार अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए । यदि आप कोई और दवा ‌‌‌ले रही हैं तो उन दवाओं के बारे मे भी आपको एक बार अपने डॉक्टर को बताना होगा ।

x-ray homeopathic medicine क्या स्तनपान करने वाली महिलाओं के लिए ठीक है ?

दोस्तों x-ray homeopathic medicine  का उपयोग स्तनपान करने वाली महिलाएं कर सकती हैं या फिर नहीं ? इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । यदि आप पहले से कोई दवा ले रहे हैं तो सबसे पहले अपने डॉक्टर को इसके बारे मे बताएं ‌‌‌ बिना डॉक्टर की अनुमति के आपको यह दवा का सेवन नहीं करना चाहिए । नहीं तो आपको नुकसान हो सकता है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं।

x-ray homeopathic medicine का गुर्दे पर क्या प्रभाव पड़ सकता है ?

दोस्तों यदि आप x-ray homeopathic medicine  को लेते हैं तो यह आपके गुर्दे पर किसी भी तरह का बुरा प्रभाव पैदा नहीं करती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । लेकिन यदि आपको गुर्दे की समस्या पहले से ही है तो दवा लेने से पहले एक ‌‌‌ बार आपको अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए और आपका डॉक्टर आपको जो निर्देश देता है आपको उसका पालन करना चाहिए यही आपके लिए सही होगा ।

x-ray homeopathic medicine लिवर पर क्या असर डालती है ?

दोस्तों x-ray homeopathic medicine  लिवर पर कोई भी बुरा असर नहीं डालती है। यह आपके लिवर के लिए पूरी तरह से सुरक्षित है। यदि आप इसका उपयोग करना चाहते हैं तो अपने डॉक्टर से बात करें । इसके अलावा यदि आप लिवर से जुड़ी और कोई दवा ले रहे हैं। ‌‌‌तो भी आपको एक बार अपने डॉक्टर से बात करनी चाहिए । आप इस बात को समझ सकते हैं।

x-ray homeopathic medicine  का सेवन करने से हर्ट पर क्या प्रभाव पड़ता है

दोस्तों यदि आप x-ray homeopathic medicine   का सेवन कर रहे हैं तो इसका आपके हर्ट पर किसी भी तरह का बुरा असर नहीं पड़ेगा । इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए और आप समझ सकते हैं। लेकिन यदि आप हर्ट से जुड़ी दवाएं ले रहे हैं ‌‌‌तो आपको एक बार अपने डॉक्टर से परामर्श करना होगा और आपका डॉक्टर आपको जो निर्देश देता है आपको उसका पालन करना चाहिए । यही आपके लिए सबसे अधिक सही होगा ।

x-ray homeopathic medicine  की क्या आदत लग सकती है ?

x-ray homeopathic medicine   की आदत नहीं लगती है। यह एक तरह से नशे की जैसी नहीं है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । और जब आप का डॉक्टर इसको छोड़ने को कहे तब आप इसको बहुत ही आसानी से छोड़ सकते हैं।

x-ray homeopathic medicine लेना कितना सुरक्षित है ?

यदि आप x-ray homeopathic medicine  को अपने डॉक्टर के परामर्श पर लेते हैं तो यह पूरी तरह से सुरक्षित होती है। इसके बारे मे आपको पता होना चाहिए । आपको चाहिए कि आप इस दवा का सेवन मनमर्जी से ना करें ।नहीं तो नुकसान हो सकता है।

x-ray homeopathic medicine का उपयोग क्या दिमागी समस्याओं मे किया जा सकता है ?

x-ray homeopathic medicine का उपयोग दिमागी समस्याओं के अंदर नहीं किया जा सकता है। यदि आपको किसी तरह की दिमागी समस्या है तो आपको अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए और उस डॉक्टर से जो दिमाग का हो ।

x-ray homeopathic medicine लेने के बाद शराब का सेवन कर सकते हैं ?

x-ray homeopathic medicine के बाद आपको शराब का सेवन करना चाहिए या नहीं ? इसके बारे मे आपको अपने डॉक्टर से परामर्श करना होगा और आपका डॉक्टर आपको जो निर्देश देता है आपको उसका पालन करना चाहिए । ‌‌‌वैसे भी शराब काफी हानिकारक होती है।

x-ray homeopathic medicine को कहां पर स्टोर करें

दोस्तों x-ray homeopathic medicine  को सही तरह से स्टोर करना जरूरी होता है। सबसे पहली बात तो आपको इसको तेज धूप से बचाना होगा । यदि आप इसको धूप के अंदर रखदेंगे तो फिर यह खराब हो सकती है। इसके अलावा आपको इसको फ्रीज के अंदर भी नहीं रखना चाहिए । ‌‌‌यदि आप इसको फ्रीज मे रख देते हैं तो उसकी वजह से भी यह खराब हो सकती है। इसलिए इसको फ्रीज के अंदर रखने से बचना होगा ।

‌‌‌इसके अलावा दवा को बच्चों की पहुंच से दूर रखना चाहिए । क्योंकि बच्चे इस दवा को निगल सकते हैं जिसकी वजह से आपको काफी अधिक परेशानी हो सकती है।

x-ray homeopathic medicine एक्सपायरी होने के बाद क्या करें

x-ray homeopathic medicine  एक्सपायरी हो जाती है तो उसके बाद आपको इसका सेवन नहीं करना चाहिए । वरना यह नुकसान कर सकती है। इस दवा को आपको घर मे भी नहीं रखना चाहिए । क्योंकि हम गलती से इसको ले सकते हैं। आप इसको घर के बाहर फेंक दें ।

x-ray homeopathic medicine को हम कहां से खरीद सकते हैं ?

x-ray homeopathic medicine  आपको आसानी से किसी भी मेडिकल स्टोर पर मिल जाएगी तो आप वहां से इसको खरीद सकते हैं इसके बारे मे आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए।  और डॉक्टर से भी आप पूछ सकते हैं वे आपको बतादेंगे कि यह आपको कहां से खरीदनी है।

x-ray homeopathic medicine का ओवर डोज होने की दशा मे क्या करें ?

वैसे तो आपको चाहिए कि आप x-ray homeopathic medicine  को सही मात्रा के अंदर ही सेवन करें । लेकिन यदि आप गलती से इसकी अधिक मात्रा को लेलेत हैं तो इसकी वजह से आपको काफी अधिक नुकसान हो सकता है। इसके लिए आपको अपने डॉक्टर से बात करनी ‌‌‌ होगी और आपका डॉक्टर आपको जो निर्देश देता है आपको उन निर्देशों का पालन करना चाहिए आप इस बात को अच्छी तरह से समझ सकते हैं।

x-ray homeopathic medicine  की कोई खुराक छूट जाती है तो क्या करें ?

x-ray homeopathic medicine   की यदि कोई खुराक छूट जाती है तो आपको चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। आप उस खुराक को छोड़दें और उसके बाद अलगी खुराक आपको लेनी चाहिए दो खुराक एक साथ लेना सही नहीं होगा ।

x-ray homeopathic medicine  की जानकारी आपको अच्छी लगी हो तो अपने दोस्तों को भी इसके बारे मे बताएं उम्मीद करते हैं कि आपको यह पसंद आया होगा ।

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