nicip plus tablet uses in hindi निसिप प्लस टेबलेट किस काम आती है

nicip plus tablet uses in hindi , nicip plus tablet uses in hindi language , निसिप टैबलेट के फायदे  nicip plus tablet  कई समस्याओं के अंदर यूज की जाती है। जैसे कि कमर दर्द और जोड़ों के दर्द के अंदर इस दवा का उपयोग किया जाता है। बाकिnicip plus tablet  के यूज के बारे मे एक नीचे टेबल दी गई है। उसके अंदर आप इसके यूज को देख सकते हैं।

nicip plus tablet की खुराक जो होती है यह रोगी की उम्र और लिंग के आधार पर अलग अलग होती है। और इस दवा की खुराक को आपका डॉक्टर ही सही तरीके से निर्धारित करता है। और जब आपका डॉक्टर इस दवा को पर्ची पर लिखकर देता है तो ही आपको इस दवा का सेवन करना चाहिए ।

‌‌‌इस दवा के कुछ साइड इफेक्ट देखे जा सकते हैं। जैसे कि उल्टी आना सिर दर्द होना । लेकिन यह साइड इफेक्ट आमतौर पर अपने आप ही ठीक हो जाते हैं। लेकिन यदि समस्या अधिक बढ़ जाती है तो आपको अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए । और उनकी सलाह के आधार पर कार्य करना चाहिए ।

‌‌‌आइए जानते हैं कि इस दवा का उपयोग किन किन समस्याओं के अंदर किया जाता है। ताकि आपको सही तरीके से पता चल सके । और अपनी समस्या का भी अंदाजा हो सकें ।

nicip plus tablet uses in hindi निसिप प्लस टेबलेट किस काम आती है

गाउट
कमर दर्द
ऑस्टियोआर्थराइटिस
दांत में दर्द
बुखार
दर्द
जोड़ों में दर्द
सिरदर्द
बदन दर्द

nicip plus tablet uses in hindi गाउट के अंदर

‌‌‌गाउट एक प्रकार की समस्या होती है जोकि शरीर के अंदर यूरिक एसिड के बढ़ने से होती है। यह एक प्रकार की आम समस्या होती है।इसके अंदर आपके जोड़ों के अंदर दर्द हो सकता है और जोड़ों मे सूजन की समस्या भी हो सकती है। यह समस्या आमतौर पर पैरों के अंगूठे के अंदर विशेष तौर पर होने की संभावना अधिक होती ‌‌‌ है।

‌‌‌यदि किसी को गाउट की समस्या होती है तो अचानक से उसके पैरों के  जोइंट के अंदर बहुत ही तेज दर्द हो होने लग जाता है और लालिमा भी हो सकती है। यह गाउट की पहचान होती है।यह गठिया का एक प्रकार का जटिल रूप होता है। और यह महिला और पुरूषों दोनों मे किसी को भी हो सकता है। हालांकि महिलाओं को रजोनिवृत्ति ‌‌‌के बाद इसके होने की संभावना काफी अधिक हो जाती है।आपको बतादें कि गाउट अटैक अचानक से आ सकता है ।और इसकी वजह से आपकी रात मे अचानक से नींद खुल सकती है और आपको ऐसा महसूस हो सकता है कि आपके पैर मे आग लगी है और जोड़ों के अंदर सूजन हो सकता है और इस दौरान छोटा से छोटा भार भी असहनीय हो सकता है। ‌‌‌लेकिन यदि आप गाउट का समय पर उपचार करवाते हैं तो उसके बाद यह ठीक हो जाता है। लेकिन यदि आप इसका समय पर उपचार नहीं करवाते हैं तो यह काफी समस्या पैदा कर सकता है।

‌‌‌गाउट के लक्षणों की यदि हम बात करें तो कुछ इस प्रकार के लक्षण इसके अंदर नजर आ सकते हैं। जिसकी मदद से आप इसको बहुत ही आसानी से पहचान सकते हैं और उसके बाद अपने डॉक्टर के पास पहुंच सकते हैं।

  • ‌‌‌किसी भी समय जोड़ों के अंदर दर्द होना
  • जोड़ों के अंदर सूजन होना
  • जोड़ों के अंदर जलन होना भी गाउट का लक्षण है।
  • प्रभावित जोड़ की त्वचा का लाल होना और चमड़ी का उतरना ।
  • गाउट से पिड़ित लोगों को इसके एक साल के अंदर और अधिक अटैक आते हैं।
  • ‌‌‌इसके लक्षण कुछ घंटों के अंदर काफी तेजी से विकसित होते हैं और उसके बाद यह 3 से 10 दिनों तक रह सकते हैं।यह आमतौर पर पैर की बड़ी उंगली को प्रभावित कर सकते हैं। और यह काफी समय तक रह सकता है।
  • पैरों के जोड़
  • टखने
  • घुटने
  • कोहनियां
  • कलाई
  • अंगुलियां
  • आदि अंगों को गाउट प्रभावित कर सकता है।

रीढ़ की हड्डी, कंधों या कूल्हों आदि को गाउट बहुत ही कम प्रभावित करता है। यदि आपको लक्षणों को देखकर यह लगता है कि आपको गाउट की समस्या है तो आपको एक बार अपने डॉक्टर के पास जाना चाहिए । और आपका डॉक्टर जो निर्देश देता है आपको उसको पालन करना चाहिए ।

‌‌‌उसके बाद डॉक्टर आपको दवा दे सकता है और आपको उन दवाओं को समय समय पर लेना होगा ताकि आपकी समस्या ठीक हो जाए । यदि दवा काम कर रही है तो ठीक है नहीं तो आपको एक बार फिर से अपने डॉक्टर को अपने बारे मे बताना होगा ।

‌‌‌यदि हम गाउट के कारणों की बात करें तो हमने पहले ही आपको बता दिया था  कि शरीर के अंदर यूरिक एसिड के स्तर के अधिक बढ़ने की वजह से यह समस्या होती है। अब शरीर के अंदर यूरिक एसिड किस वजह से बढ़ता है ? तो इसके कई सारे कारण हो सकते हैं ?

  • ‌‌‌यदि कोई इंसान मोटापे का शिकार है तो यूरिक एसिड का स्तर बढ़ सकता है
  • इसके अलावा मूत्रवर्धक दवाओं की वजह से ।
  • इसके अलावा यदि माता पिता को गाउट की समस्या है तो बच्चों के भी इसे होने की संभावना बढ़ जाती है।
  • सर्जरी
  • कोई गंभीर चोट
  • निर्जलीकरण
  • भूखे रहना
  • ‌‌‌आपको बतादें कि पुरूषों के अंदर गाउट के मामले अधिक आते हैं क्योंकि उनके अंदर यूरिक एसिड का स्तर अधिक होता है। लेकिन महिलाओं मे यह समस्या नहीं होती है।
  • इसके अलावा जो लोग बीयर आदि का सेवन करते हैं उनके अंदर यूरिक एसिड का स्तर अधिक हो सकता है।
  • ‌‌‌इसके अलावा जिन लोगों को हाई बीपी की समस्या होती है। वे जो दवाएं लेते हैं उनकी वजह से शरीर मे यूरिक ऐसिड का स्तर बढ़ सकता है।
  • कैंसर को खत्म करने के लिए की गई कीमोथेरेपी भी गाउट होने का कारण बन सकती है, क्योंकि इसके द्वारा नष्ट हुई कैंसर कोशिकाएं काफी मात्रा में यूरिक एसिड बनाती है
  • और अधिक मीठा खाने की वजह से भी शरीर के अंदर यूरिक एसिड का स्तर बढ़ सकता है।

‌‌‌फिर भी दोस्तों आपको डॉक्टर यह दवा देता है तो इसके और भी कारण हो सकते हैं । यदि आपको गाउट की समस्या नहीं है तो उपर लिस्ट के अंदर देखें । हो सकता है दूसरी किसी तरह की समस्या आपको हो जिसकी वजह से आपको यह दवा दी गई हो ।

कमर दर्द nicip plus tablet uses in hindi

‌‌‌कमर दर्द एक बहुत ही आम समस्या होती है। दोस्तों कमर दर्द किसी को भी अनुभव हो सकता है। वैसे आपको बतादें कि कमर दर्द किसी भी तरह से गम्भीर नहीं होता है। और अधिकतर केसों के अंदर यह बहुत ही आसानी से ठीक हो जाता है। आमतौर पर कमरदर्द पेट गैस की समस्या की वजह से भी हो सकता है। यदि कमर दर्द पेट ‌‌‌गैस की समस्या से हो रहा है तो आप अपने डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं और डॉक्टर आपको जो गैस की दवा देगा उससे आपके कमर दर्द की समस्या अपने आप ही ठीक हो जाएगी ।

हड्डियों, डिस्क, नसों, मांसपेशियों आदि मे समस्या होने की वजह से कमर दर्द हो सकता है।और कमर दर्द की वजह से पीठ के अंदर खींचाव और एकड़न महसूस होती है।हालांकि बच्चों को कमर दर्द की समस्या नहीं होती है। लेकिन यह आमतौर पर 35 से उपर के लोगों मे यह समस्या सबसे अधिक देखने को मिलती है।

‌‌‌यदि किसी भी वजह से कमर दर्द हो रहा है तो अपनी गतिविधियों को सीमित ना करें। क्योंकि यदि आप अपनी गतिविधियों को सीमित करते हैं तो उसके बाद समस्याएं काफी बड़ी हो सकती हैं तो आपको चाहिए कि आप काम करते रहें। ऐसा करने से कमर काफी लचीली हो जाएगी । और दर्द से भी राहत मिलेगी । आप व्यायाम भी ‌‌‌ कर सकते हैं।

‌‌‌और दोस्तों यदि हम कमर दर्द के लक्षणों की बात करें तो कमर दर्द के कई सारे लक्षण प्रकट हो सकते हैं। जिसके अंदर की कमर के आस पास दर्द हो सकता है। और आप इसको बहुत ही असानी से पहचान सकते हैं।लेकिन यदि कमर दर्द के साथ ही आपको अन्य कई तरह के लक्षण दिखाई देते हैं तो अपने डॉक्टर से संपर्क करना ‌‌‌ चाहिए यही आपके लिए सही होगा । यह लक्षण कुछ इस प्रकार से हैं ।

  • वजन घटना
  • शरीर का तापमान बढ़ना
  • कमर पर सूजन
  • कमर में लगातार दर्द होना
  • दर्द का कमर से पैरों तक जाना
  • दर्द का घुटनों के नीचे तक पहुंचना
  • हाल ही में कमर पर लगी चोट, झटका या आघात
  • ‌‌‌अनजाने मे मल त्याग होना
  • गुदा के आस पास सुन्नता होना ।
  • पेशाब करने मे काफी कठिनाई होना ।

‌‌‌दोस्तों यदि हम कमर दर्द के कारणों की बात करें तो इसके कई सारे कारण हो सकते हैं।

  • मांसपेशियों में खिंचाव
  • लिगामेंट में खिंचाव
  • मांसपेशी में ऐंठन
  • किसी वस्तु को अचानक से उठाना ।
  • अचानक से कोई गतिविधि करना भी इसका कारण हो सकता है।
  • हमारी रीढ़ की हड्डी में मौजूद प्रत्येक कशेरुका डिस्क से जुड़ी होती है और यदि डिस्क टूट  जाती है तो इसकी वजह से भी कमर दर्द की समस्या हो सकती है।
  • गठिया से ग्रसित रोगियों को सामान्यतः कूल्हों, पीठ के निचले हिस्सों, घुटनों और हाथों में जोड़ों की समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
  • रीढ़ की हड्डी का कैंसर यदि है तो इसकी वजह से भी कमर के अंदर दर्द हो सकता है। और जल्दी से जल्दी इसके बारे मे डॉक्टर से उपचार करवाने की जरूरत है।
  • ‌‌‌इसके अलावा मुत्र संक्रमण और गुर्दे के अंदर संक्रमण की वजह से भी कमर दर्द हो सकता है।

‌‌‌यदि आप कमर दर्द से बचे रहना चाहते हैं तो आपको नियमित रूप से व्यायाम करना चाहिए । ऐसा करने से कमर दर्द से राहत मिलेगी । और यदि किसी ऐसी समस्या की वजह से कमर दर्द हो रहा है तो उस समस्या का उपचार करना जरूरी होता है।

‌‌‌वैसे आपको बतादें कि सामान्य कमर दर्द को बहुत ही आसानी से सही किया जा सकता है। आप अपने डॉक्टर से संपर्क करें और बताएं कि उनको कमर दर्द की समस्या है तो वह आपको कुछ दवाएं लिखकर देंगे जिससे कि वह सही हो जाएगा ।

‌‌‌इसके अलावा यदि आपका वजन काफी तेजी से बढ़ रहा है तो वह भी आपको सही करने की जरूरत है। अधिक वजन के बढ़ने की वजह से भी कमर दर्द की समस्या हो सकती है। आमतौर पर आपको वजन को कंट्रोल करना होगा तभी आपके लिए सही होगा ।

ऑस्टियोआर्थराइटिस nicip plus tablet uses in hindi

nicip plus tablet uses in hindi

ऑस्टियोआर्थराइटिस के अंदर भी इस दवा का यूज किया जाता है।इस समस्या के अंदर जोड़ों के अंदर सूजन आ जाता है। और इसकी वजह से हिलने डूलने मे काफी समस्याएं होने लग जाती हैं।घुटनों, कूल्हों और रीढ़ की हड्डी के जोड़ों को प्रभावित करता है।

एक स्वस्थ कार्टिलेज हड्डियों की गति के झटकों को अवशोषित कर लेता है। जोड़ों में हड्डी या कार्टिलेज जब टूटना शुरू हो जाते हैं,तो उसके बाद यह दर्द करने लग जाता है और फिर जोड़ों के अंदर सूजन जैसी समस्याएं होने लग जाती हैं।और इसका यदि समय पर ईलाज नहीं करवाया जाता है तो इसकी वजह से विकलांगता भी आ सकती ‌‌‌ है।कार्टिलेज जब खराब हो जाता है तो उसके बाद जोड़ एक दूसरे से घिंसने लग जाते हैं जिसकी वजह से जोड़ों को स्थाई रूप से नुकसान हो सकता है। इसके अलावा 60 साल से अधिक उम्र के लोगों को यह समस्या काफी आम होती है।

  • प्रभावित जोड़ों में अकड़न, सूजन और दर्द ऑस्टियोआर्थराइटिस के मुख्य लक्षण होते हैं। और इस दर्द की वजह से सोने मे काफी परेशानी हो सकती है।
  • और यदि आप कुछ देर आराम करते हैं तो इसकी वजह से जोड़ों के अंदर अकड़न बढ़ जाती है। जैसे ही आप हिलना डूलना शूरू करते हैं यह अकड़न ठीक हो जाती है।
  • ऑस्टियोआर्थराइटिस आमतौर पर कुल्हों और पैरों के जोड़ों को अधिक प्रभावित करता है इसकी वजह से आमतौर पर काम करने मे काफी समस्या होती है। खास तौर पर सीढ़ियों के चढ़ने और उतरने मे भी काफी कठिनाई का सामना करना पड़ता है।
  • ‌‌‌और जब दर्द काफी गम्भीर हो जाता है तो फिर रात के अंदर सोने मे काफी परेशानी पैदा करता है और रोज की गतिविधियों के अंदर बाधा डालना शूरू कर देता है।
  • ‌‌‌यदि जोड़ों  के अंदर दर्द और अकड़न अचानक से महसूस होने लग जाए चाहे वह चोट की वजह से हो या फिर किसी और कारण की वजह से आपको डॉक्टर को एक बार दिखाना चाहिए । यह जरूरी होता है।

nicip plus tablet uses in hindi दांत मे दर्द के लिए

दोस्तों वैसे तो दांत मे दर्द एक बहुत ही आम समस्या होती है।और दांत के अंदर दर्द तब शूरू होता है जब दांत की नशों के अंदर किसी ना किसी प्रकार की समस्या होने लग जाती है।और जब दांत के अंदर दर्द होता है तो इसके साथ कई और चीजें भी काफी प्रभावित होती ‌‌‌ हैं।

‌‌‌जैसे कि दांत का दर्द कान तक आता हुआ महसूस हो सकता है। जोकि आपके लिए काफी बेकार अनुभव हो सकता है। दांत मे दर्द के साथ ही कुछ लोगों को सिरदर्द की समस्या भी हो सकती है।

‌‌‌वैसे यदि हम आपको बताएं तो दांतों के अंदर जो दर्द होता है वह दांत के अंदर पहले गंदगी एकत्रित होने की वजह से होता है जोकि बाद मे अमल बन जाता है और दांतों की उपर परत पर हमला कर देता है। जिसके बाद दांतों के अंदर ठंडा और गर्म लग सकता है। ‌‌‌और यदि संक्रमण अंदर तक पहुंच जाता है तो उसके बाद दांतों के अंदर दर्द काफी तेज होने लग जाता है और हर समय दर्द होता रहता है। ‌‌‌और दांतों के अंदर ठंडा और गर्म लगने लग जाता है तो फिर कोई भी ठंडी चीज को नहीं चबाया जा सकता है और गर्म चीज से भी काफी परेशानी होती है।

‌‌‌और यदि इस तरह से दर्द करने वाले दांत का सही समय पर ईलाज नहीं करवाया जाता है तो इसकी वजह से दांतों के अंदर सूजन होने लग जाती है और आस पास के उतकों के अंदर संक्रमण हो सकता है। इस वजह से सही समय पर ईलाज करवाना जरूरी होता है।

‌‌‌यदि आप दांत को सड़न और दर्द से बचाना चाहते हैं तो दांतों की नियमित सफाई करना जरूरी होता है। इसके अलावा आमतौर पर यदि लार के अंदर कमी हो जाती है तो उसकी वजह से भी बैक्टिरिया दांतों पर हमला कर सकते हैं । और लार दांतों की रक्षा करने का काम करती है।

‌‌‌दोस्तों दांत दर्द की जो समस्या होती वह कई तरह की हो सकती है। और दांत दर्द कई प्रकार का हो सकता है। इसके बारे हम यहां  पर बात करने वाले हैं। जिनके आधार पर आप दांत दर्द के जोखिम के बारे जान सकते हैं।

  • ‌‌‌यदि दांत की संवेदनशीलता की वजह से दांत मे दर्द हो सकता है। जब हम अधिक ठंडी और गर्म चीजें खाते हैं तो इसकी वजह से दांत मे दर्द हो सकता है जोकि रूक रूक कर हो सकता है। बाद मे अपने आप ही ठीक हो जाता है।
  • इसके अलावा दांत दर्द काफी पुराना भी हो सकता है। जिसकी वजह नश खराब होना हो सकता है। या फिर ‌‌‌दांत के अंदर संक्रमण की समस्या होने की वजह से यह सब हो सकता है।
  • ‌‌‌यदि दांत के अंदर दर्द तब हो रहा है जब आप भोजन को चबा रहे हैं तो इसका कारण दांत के अंदर सड़न का होना और दांत मे फैक्चर होने की वजह से भी हो सकता है।

‌‌‌यदि किसी के दांत मे दर्द हो रहा है तो उसको इसका ईलाज करवाना जरूरी होता है ताकि दांत के अंदर दर्द की समस्या से छूटकारा मिल सके । और उसके बाद यह समस्या धीरे धीरे ठीक हो जाती है। हालांकि दांत के नशों मे इन्फेक्सन है तो फिर ईलाज आसानी से नहीं हो पाता है।

‌‌‌अब आइए जानते हैं दांत के अंदर किसी तरह की समस्या है तो उसका क्या क्या लक्षण हो सकता है ? इसके उपर हम बात करने वाले हैं। जिसकी मदद से आप दांतों की समस्या को बहुत ही आसानी से पहचान सकते हैं।

‌‌‌दांत और जबड़े के अंदर दर्द होना आम समस्याएं होती हैं। जब दांत की उपर परत नष्ट हो जाती है तो उसके बाद ठंडी और अधिक गर्म चीजों के खाने की वजह से दांत के अंदर दर्द होने लग जाता है और इसकी वजह से दांत के अंदर धीरे धीरे संक्रमण फैल जाता है और नसों के अंदर तक इन्फेक्सन चला जाता है फिर डॉक्टर के ‌‌‌ पास बस एक ही इलाज बचता है रूटकैनाल यदि वह सक्सेस होता है तो उसके बाद दांत के संक्रमण से बचा जा सकता है।

  • कुछ चबाने के दौरान दर्द
    • ठंडी और गर्म चीजों से ज्यादा संवेदनशीलता
    • दांतों और मसूड़ों के बीच की पकड़ कमजोर
    • दांतों के चारों तरफ या जबड़े में सूजन आना
    • दांत की जगह पर चोट या आघात

‌‌‌वैसे आपको बतादें कि दांत के अंदर जो सड़न होती है वह दांत मे दर्द पैदा करने का कारण बनती है। यदि आप किसी संक्रमित दांत को हिलाते हैं तो वह दर्द करता है तो यह सब सड़न की वजह से संभव होता है।

‌‌‌वैसे दांतों के दर्द की जो समस्या होती है वह आमतौर पर सही हो सकती है। यदि इसका सही तरीके से उपचार किया जाता है तो उसके बाद यह समस्या अपने आप ही सही हो जाती है। हालांकि समय पर उपचार करना जरूरी होता है। यदि आप समय पर उपचार नहीं करवाते हैं तो उसके बाद समस्या और अधिक गम्भीर रूप धारण कर लेती है।

बुखार nicip plus tablet uses in hindi

हमारे शरीर का सामान्य तापमान 98.6 डिग्री F (37 डिग्री C) होता है। और जब शरीर का तापमान इससे अधिक हो जाता है तो हम कहते हैं कि बुखार हो गया है। आपको बतादें कि बुखार अपने आप मे कोई रोग नहीं है। लेकिन यह तब प्रकट होती है जब शरीर के अंदर किसी तरह का संक्रमण हो जाता है । जब ‌‌‌ हमारा शरीर किसी तरह के संक्रमण से लड़ता है तो उसके परिणाम स्वरूप बुखार पैदा होता है।मेनिनजाइटिस, मलेरिया, एपेन्डिसाइटिस  और कैंसर इसी तरह के रोगों की वजह से बुखार हो सकता है। बुखार होने का सही कारण पता करने के लिए आपकेा डॉक्टर के पास संपर्क करना चाहिए । वही आपको इसके बारे मे बताएगा ।

  • निम्न स्तर के बुखार की सीमा लगभग 100 डिग्री F – 101 डिग्री F तक होती है।
  • 102 डिग्री F वयस्कों के लिए मध्यवर्ती स्तर का बुखार होता है जोकि शिशु के लिए होता है।
  • उच्च स्तर के बुखार की सीमा 103 डिग्री F-104 डिग्री F  तक हो सकती है।
  • 104 डिग्री  F -107 डिग्री F या उससे अधिक हो सकता है। बहुत तेज बुखार ‌‌‌ होती है यह ।

‌‌‌वैसे एक सामान्य बुखार जोकि सर्दी जुकाम की वजह से होता है आसानी से ठीक भी हो जाता है। लेकिन यदि बुखार का तापमान काफी अधिक हो चुका है तो यह काफी समस्याएं पैदा कर सकता है। और इसकी वजह से इसका सही समय पर उपचार करवाना जरूरी होता है। ‌‌‌यदि समय पर इसका उपचार नहीं किया जाता है तो उसके बाद यह काफी गम्भीर समस्याएं पैदा कर सकता है।

‌‌‌यदि हम बुखार के प्रकार की बात करें तो यह कई प्रकार की होती है। जैसे कि

  • एक बुखार तो ऐसी होती है जोकि 24 घंटे तक होती है। और इस तरह की बुखार का कारण  निमोनिया , टाइफाइड, मूत्र पथ में संक्रमण ,संक्रमित एंडोकार्डिटिस आदि हो सकते हैं।
  • ‌‌‌स्वल्पविराम बुखार (Remittent Fever) आमतौर पर पूरे दिन उतर चढ़ सकता है। या फिर पूरे दिन शरीर का तापमान सामान्य बना रह सकता है। बस मामूली बदलाव हो सकता है।इस प्रकार का जो बुखार होता है वह टाइफाइड के रोगियों के अंदर देखने को  मिलता है।
  • जाड़े का बुखार  (Intermittent Fever) के अंदर जिस भी इंसान को बुखार होता है वह कुछ समय के लिए बुखार होता है उसके बाद शरीर का तापमान सामान्य हो जाता है इस तरह का जो बुखार होता है वह मलेरिया की वजह से हो सकता है या फिर सेप्टीसीमिया,प्यूमिया की वजह से हो सकता है।
  • मियादी बुखार के अंदर आमतौर पर बुखार की पुनरावर्ती होती रहती है। बुखार के बीच कुछ अंतराल भी होते हैं। स्टिल्स रोग ,रुमेटाइड गठिया , क्रोहन रोग  और बीचेट्स सिंड्रोम । आदि की वजह से यह समस्या हो सकती है।
  • सेप्टिक बुखार भी एक प्रकार का बुखार होता है जिसके अंदर मरीज के शरीर के तापमान के अंदर किसी भी तरह की कमी नहीं होती है। यदि किसी को यह बुखार है तो उसकी देखभाल करना चाहिए और अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए ।

बुखार के लक्षण की यदि हम बात करें तो इसके लक्षणों से आप इसको आप बहुत ही आसानी से पहचान सकते हैं।

  • कंपकंपी, थरथराना, और ठंड लगना
  • शरीर का तापमान बढ़ जाना
  • मांसपेशियों के अंदर दर्द होना ।और जोड़ों के अंदर भी दर्द हो सकता है।
  • हर्ट की गति अधिक होना और घबराहट महसूस होना ।
  • बेहोशी चक्कर आना सिरदर्द होना
  • आंखों के अंदर दर्द होना ।
  • कमजोरी
  • भूख में कमी
  • सिर दर्द
  • उल्टी
  • दस्त
  • सुस्त होना
  • नाक का बहना
  • गले में खराश, खाँसी
  • नींद में कमी

जोड़ों में दर्द nicip plus tablet uses in hindi

nicip plus tablet का उपयोग जोड़ों के अंदर दर्द के लिए भी किया जाता है। जोड़ों का दर्द किसी एक जोड़ को या फिर दो जोड़ों को प्रभावित कर सकता है और यह कम अधिक हो सकता है।जोड़ों के अंदर जो दर्द होता है वह चोट संक्रमण और गठिया की वजह से भी हो सकता है। ‌‌‌यदि किसी को जोड़ों के अंदर दर्द की समस्या है तो उसे डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए डॉक्टर आमतौर पर दवाओं का उपयोग करके जोड़ों के दर्द को ठीक कर देते हैं। इसके अलावा सूजन को कम करते हैं जोड़ों का सिकताव करके इसके दर्द को दूर किया जा सकता है।

  • ‌‌‌दोस्तों जोड़ों के अंदर दर्द गठिया की वजह से हो सकता है। यदि आपके जोड़ों के अंदर सिर्फ दर्द हो रहा है तो यह गठिया नहीं है। लेकिन यदि सूजन के साथ दर्द हो रहा है तो यह गठिया हो सकता है।
  • खुजली, सुन्न होना, दर्द या कोमलता, लाली, गर्माहट या सूजन और जलन यह सब जोड़ों के दर्द के लक्षण हो सकते हैं आमतौर पर यह कम या अधिक हो सकते हैं। और इन लक्षणों की तीव्रता काफी अलग अलग हो सकती है। यदि आपको यह सभी लक्षण दिखाई दे रहे हैं तो डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए ।
  • जोडों में दर्द किसी चोट, संक्रमण, प्रतिरक्षा विकार, एलर्जी आदि की वजह से भी हो सकते हैं। यह तो डॉक्टर की ठीक तरह से पता लगाते हैं कि आपको किस वजह से जोडों के अंदर दर्द हो रहा है।

‌‌‌यदि हम जोड़ों के अंदर दर्द के लक्षणों की बात करें तो कई तरह के लक्षण इसके अंदर देखने को मिल सकते हैं।आप इन लक्षणों के आधार पर यह पहचान सकते हैं कि आपको किस किस्म के दर्द की समस्या है ?

  • अकड़न।
  • जोड़ों में दर्द।
  • लाली।
  • जोड़ों की गतिशीलता करने की क्षमता में कमी।

‌‌‌और जिन लोगों को गठिया की समस्या होती है उनके जोड़ों के अंदर सूजन आ जाती है और दर्द होने लगता है। यदि जोड़ों के दर्द की समस्या किसी को है तो उसे सही समय डॉक्टर को दिखाया जाना चाहिए ताकि सब कुछ सही हो जाए ।

‌‌‌यदि जोड़ों के दर्द की समस्या है तो आपको चाहिए कि आप अपने जोड़ों को आराम दें और उनको दिल से उपर लेकर जाएं । इसके अलावा आप बर्फ का शिकताव कर सकते हैं ताकि यदि सूजन की समस्या है तो वह बहुत ही आसानी से ठीक हो जाए । ‌‌‌इसके अलावा कई तरह के दर्द की दवाएं आती हैं जोकि दर्द के एहसास को कम कर देती हैं। और इन दवाओं का प्रयोग करने से भी जोड़ों के दर्द से आराम मिलता है।

‌‌‌वैसे जोड़ों का जो दर्द गठिया होता है वह काफी भयंकर होता है। इसके अंदर जोड़ मे काफी भयंकर तरीके से दर्द होने लग जाता है। और लंबे समय तक दवा का सेवन करना पड़ता है। मेरी घर के एक सदस्य को यह समस्या हुई थी तो काफी समय तक दवा का सेवन करना पड़ा था । तब जाकर यह समस्या ठीक हुई थी।

‌‌‌गठिया वैसे भी एक प्रकार का गम्भीर रोग हो जाता है जोकि एक बार हो जाने के बाद उससे छूटकारा पाने मे काफी अधिक समय लग जाता है। ‌‌‌यदि आपके जोड़ों के अंदर हल्का भी दर्द है तो आपको अपने डॉक्टर से जांच करवानी चाहिए और वो जो कहते हैं उनका  पालन करना चाहिए । यही आपके लिए सही होगा ।

nicip plus tablet uses in hindi ‌‌‌बदन दर्द मे

nicip plus tablet का उपयोग बदन दर्द मे भी किया जाता है।पर्यावरण, जैविक, भावनात्मक, संज्ञानात्मक समस्या हो सकती है बदन दर्द । बदन दर्द एक आम प्रकार की समस्या होती है जोकि हर इंसान को जीवन मे एक ना एक बार हुई ही होती है।यदि हम बदन दर्द के प्रकार की बात करें तो यह मुख्य रूप से दो प्रकार का हो सकता ‌‌‌ है। एक तो अचानक होने वाला बदन दर्द जिसके अंदर बदन मे अचानक से दर्द हो सकता है। यह किसी चोट की वजह से भी हो सकता है। यदि इसका सही तरीके से उपचार किया जाता है तो यह बहुत ही आसानी से ठीक हो जाता है।

निक बदन दर्द कई हफ्तों या सालों तक रह सकता है।और यह दर्द बिना किसी चोट के ही बदन के अंदर बना रह सकता है। यदि आप दवा का समय पर उपयोग करते हैं तो यह बदन दर्द आसानी से ठीक भी हो जाता है।

‌‌‌यदि हम बदन दर्द के कारणों की बात करें तो बदन दर्द कई कारणों की वजह से हो सकता है। और

  • फ्लू
  • थयरॉयड
  • खून का खराब संचारण
  • लुपस
  • आर्थराइटिस
  • चकत्ते
  • मांसपेशियों में कमज़ोरी
  • थकान
  • तनाव
  • अवसाद
  • निष्क्रियता
  • विटामिन डी की कमी

‌‌‌वैसे तो यदि सामान्य बदन दर्द की समस्या है तो यह व्यायाम करने से ठीक हो जाता है और ऐसा करने से मांसपेशियां काफी लचीला बन जाता है।और यदि आप खानपान को सही करते हैं तो फिर बदन दर्द ठीक हो जाता है। ‌‌‌लेकिन यदि आप कुछ चीजों को ध्यान मे रखते हैं तो बदन दर्द को सही किया जा सकता है। जैसे कि भारी वजन को आपको नहीं उठाना चाहिए ।यदि बदन दर्द अधिक समस्या पैदा करता है तो फिर आपको चाहिए कि आप अपने डॉक्टर से संपर्क करें और आपको जो डॉक्टर दवाएं देता है वही आपको उपयोग करना चाहिए ।

nicip plus tablet का उपयोग सिरदर्द 

nicip plus tablet का उपयोग सिरदर्द मे भी किया जाता है।सिर दर्द एक आम प्रकार की समस्या होती है। और किसी को भी सिरदर्द की समस्या हो सकती है।सिर दर्द की समस्या या तो पूरे सिर के अंदर हो सकती है या फिर सिर के किसी एक हिस्से के अंदर दर्द हो सकता है।

‌‌‌आम प्रकार का जो सिरदर्द जो होता है वह अपने आप ही ठीक हो जाता है। लेकिन यदि सिर दर्द किसी चोट की वजह से होता है तो फिर यह ठीक नहीं होता है और इसको डॉक्टरी उपचार की जरूरत होती है।

प्राथमिक सिरदर्द और माध्यमिक सिरदर्द यह दो प्रकार के सिरदर्द होते हैं।  प्राथमिक सिरदर्द के अंदर टेंशन सिरदर्द, क्लस्टर सिरदर्द, और माइग्रेन सिरदर्द जैसे आते हैं।सिर दर्द कई वजहों से हो सकता है। जैसे कि यदि आप गलत तरीके से सोते हैं तो सिरदर्द हो सकता है। क्योंकि इससे नसों पर दबाव होता है ‌‌‌ जिसकी वजह से सिरदर्द हो सकता है और तनाव अवसाद और चिंता की वजह से भी सिरदर्द की समस्या हो सकती है। यदि आपको जुकाम हो जाता है तो उसकी वजह से सिरदर्द हो सकता है। वैसे तो एक आम प्रकार का सिरदर्द अपने आप ही सही हो जाता है। लेकिन यदि आपका ‌‌‌ सिरदर्द काफी दिनों से कर रहा है तो आपको एक बार अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।  इसके अलावा यदि आपकी आंखे कमजोर हो चुकी हैं तो उसके बाद भी सिरदर्द की समस्या हो सकती है।

 कारण यह है कि इससे नशों पर दबाव हो सकता है और जिसकी वजह से सिर दर्द की समस्या हो सकती है। ऐसी स्थिति के अंदर आंखों ‌‌‌ मे जलन की समस्या हो सकती है। और ऐसी स्थिति के अंदर आपको एक बार अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए और अपनी आंखों को चैक करवाना चाहिए ।

  • ‌‌‌माइग्रेन प्राथमिक सिरदर्द एक सामान्य प्रकार का सिरदर्द होता है। (WHO) के मुताबिक, माइग्रेन दुनिया भर के लोगों को प्रमुख समस्या बन चुकी है।यह सिरदर्द दो से 3 दिनों तक रह सकता है।
  • क्लस्टर सिरदर्द  आमतौर पर 15 मिनट से 3 घंटे तक रह सकता है। ‌‌‌यह सिरदर्द कुछ सप्ताह से लेकर महिनों तक हो सकता है और कई बार इसके कोई भी लक्षण काफी लंबे समय तक दिखाई नहीं दे सकते हैं।
  • ‌‌‌इसके अलावा टेंशन सिरदर्द भी एक प्रकार की समस्या होती है जोकि गंभीर सिरदर्द महीने में15 या अधिक दिनों के लिए कम से कम 3 महीने की अवधि के लिए होते हैं।और यह दिन के मध्य मे शूरू हो सकते हैं।
  • रीबाउंड सिरदर्द (Rebound headaches) माध्यमिक सिरदर्द का एक प्रकार होता है और यह पूरे दिन हो सकता है। आमतौर पर यह दवा के  प्रयोग से कम हो सकते हैं लेकिन आमतौर पर दवा के असर को खत्म होते ही भयंकर सिरदर्द फिर से शूरू हो जाता है।
  • थंडरक्लैप सिरदर्द (Thunderclap headaches) यह सिरदर्द अचानक से होने वाला गम्भीर सिरदर्द होता है जिसकी वजह से काफी परेशानी हो सकती है। यह 5 मिनट के लिए हो सकता है या उससे अधिक समय के लिए भी हो सकता है।
  • ‌‌‌साइनस सिरदर्द आमतौर पर आंखों और सूजन की वजह से होता है।कैफीन सिरदर्द भी एक प्रकार का सिरदर्द होता है जोकि कैफिन के लंबे समय तक प्रयोग करने की वजह से होता है।
  • साइनस सिरदर्द के समान, पर्यावरण में एलर्जी पैदा करने वाले तत्व नासिका मार्ग और साइनस ऊतक में जलन पैदा कर देते हैं।
  • ‌‌‌वैसे सिरदर्द के लिए आपको किसी भी तरह के लक्षणों को देखने की आवश्यकता हनीं है। सिरदर्द के लक्षणों को बहुत ही आसानी से पहचाना जा सकता है।सिरदर्द आमतौर पर  दबाव या खिंचाव की वजह से हो सकता है। आपके सिर मे दबाव महसूस हो सकता है और खिंचाव भी महसूस हो सकता है।
  • ‌‌‌हर प्रकार के सिरदर्द के लक्षण अलग अलग होते हैं। जैसे कि माइग्रेन सिरदर्द के अंदर सिरदर्द के साथ मतली, उल्टी, और प्रकाश और ध्वनि के प्रति संवेदनशीलता हो सकती है।
  • क्लस्टर सिरदर्द  काफी भयंकर सिरदर्द होता है जिसके अंदर कि इसके लक्षण की बात करें तो आंख का लाल होना ,नाक का बहना और पलके सूख जाना इस सिरदर्द के प्रमुख लक्षण होते हैं।

nicip plus tablet क्या गर्भवति महिला के लिए ठीक है ?

nicip plus tablet  यदि कोई गर्भवति महिला सेवन करती है तो उसे इसका सेवन अपने आप ही नहीं करना चाहिए । वरन इसका सेवन करने से पहले उसको एक बार अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए और डॉक्टर जो निर्देश देता है उसका पालन करना चाहिए । ‌‌‌क्योंकि इसके अंदर कुछ जोखिम हो सकती है। अपने डॉक्टर से बात करें और जो निर्देश आपका डॉक्टर आपको देता है आपको उनका पालन करना चाहिए ।

nicip plus tablet क्या स्तनपान करने वाली महिलाओं के लिए ठीक है ?

nicip plus tablet  वैसे आपको बतादें कि स्तनपान करने वाली महिलाओं के लिए ठीक नहीं है। क्योंकि इस दवा के कुछ दुष्प्रभाव हो सकते हैं। यदि आप भी बच्चे को स्तनपान करती हैं तो उसके बाद आपको चाहिए कि आप एक बार अपने डॉक्टर से ‌‌‌संपर्क करें और आपका डॉक्टर आपको जो निर्देश देता है आपको उसका पालन करना चाहिए । यही आपके लिए सही होगा ।

nicip plus tablet  का सेवन करने से गुर्दे पर क्या असर हो सकता है ?

nicip plus tablet  का सेवन करने से गुर्दे पर भयंकर बुरा असर हो सकता है। यदि आप पहले से किसी गुर्दे से जुड़ी बीमारी से झूझ रहे हैं तो आपको चाहिए कि आप बिना डॉक्टर की सलाह के यह दवा ना लें । वरना आपको काफी गम्भीर परीणाम देखने ‌‌‌को मिल सकते हैं।

nicip plus tablet  का सेवन करने से लिवर पर क्या असर पड़ता है

nicip plus tablet   का सेवन करने से लिवर पर कुछ बुरा प्रभाव हो सकता है। यदि आप किसी भी तरह के बुरे प्रभाव का अनुभव करते हैं तो जल्दी से जल्दी अपने डॉक्टर से संपर्क करें और आपका डॉक्टर जो निर्देश देता है आपको उसका पालन करना चाहिए। ‌‌‌यदि आपको पहले से ही लिवर की किसी भी तरह की समस्या है तो आपको अपने डॉक्टर से इसके बारे मे बात करनी चाहिए । वह आपको निर्देश दे सकता है।

nicip plus tablet  आपके हर्ट पर क्या प्रभाव डालती है ?

दोस्तों nicip plus tablet   आपके हर्ट पर बुरा प्रभाव डाल सकती है। यदि आपको हर्ट से जुड़ी किसी भी तरह की समस्या है तो आपको एक बार अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए और इस दवा के बारे मे भी आप अपने डॉक्टर को बता सकते हैं। यदि दवा के सेवन करने ‌‌‌के बाद यदि आप किसी तरह का नुकसान का अनुभव कर रहे हैं तो आपको दवा का उपयोग करना बंद कर देना चाहिए ।

nicip plus tablet  दवा का सेवन करने से क्या लत लग सकती है ?

nicip plus tablet का सेवन करने से किसी भी तरह की लत नहीं लग सकती है। यह इस प्रकार की दवा नहीं है जोकि लत का कारण बन सकती है। यह दवा किसी भी तरह के शराब की तरह नहीं होती है कि आपको लत लग जाए । आपको इस दवा का सेवन किस तरह से करना है ।इसके ‌‌‌बारे मे आपको अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए ।

nicip plus tablet  का सेवन करने के बाद वाहन या किसी मशीनरी का उपयोग किया जा सकता है ?

दोस्तों nicip plus tablet   का यूज करने के बाद किसी भी तरह के भारी वाहन को चलाना सही नहीं होगा । ऐसा कोई भी काम ना करें जिससे कि दिमाग को सक्रिय करने की आवश्यकता हो । क्योंकि इस दवा का दिमाग पर असर पड़ता ‌‌‌है। nicip plus tablet   का सेवन करने के बाद आपको कुछ समय के लिए आराम करना चाहिए और आराम करने के बाद आप काम फिर से कर सकते हैं। कुछ समय बाद आपके दिमाग की सक्रियता एकदम से सही हो जाएगी ।

nicip plus tablet  लेना कितना सुरक्षित हो सकता है ?

दोस्तों nicip plus tablet   लेना सुरक्षित है। लेकिन यदि आप इस दवा का उपयोग किसी डॉक्टर की सलाह पर यदि आप लेते हैं तो यह पूरी तरह से सुरक्षित होता है। लेकिन यदि आप दवा का प्रयोग डॉक्टर की सलाह पर नहीं करते हैं तो यह सुरक्षित नहीं है। ‌‌‌इस लिए इस दवा का सेवन करने से पहले आपको अपने डॉक्टर से बात करनी चाहिए और आपके डॉक्टर आपको जो निर्देश देते हैं उसका पालन भी आपको करना चाहिए । यही आपके लिए सही होगा ।

nicip plus tablet  का उपयोग क्या मानसिक समस्याओं के अंदर किया जा सकता है ?

दोस्तों nicip plus tablet   का उपयोग किसी भी तरह की मानसिक समस्याओं के अंदर नहीं किया जा सकता है। आप यदि किसी भी तरह की मानसिक परेशानी से झूझ रहे हैं तो अपने किसी मानसिक रोग के डॉक्टर से संपर्क करें । वही आपको ‌‌‌बताएंगे कि आपको क्या करना चाहिए ।

nicip plus tablet  का सेवन किन खदय पदार्थों के साथ नहीं लेना चाहिए

nicip plus tablet  किन खाने पीने की चीजों के साथ नहीं लेना चाहिए ? इसके बारे मे जानकारी नहीं है। आपको एक बार अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए । और आपका डॉक्टर जो आपको परामर्श देता है आपको उसी के हिसाब से ही काम करना होगा । ‌‌‌खाने पीने की चीजों के बारे मे आप अपने डॉक्टर से एक बार पूछ सकते हैं। और जो खाने पीने की चीजें आपका डॉक्टर प्रतिबंधित करता है उसको नहीं खाना चाहिए ।

nicip plus tablet  का सेवन करने के बाद क्या शराब पी सकते हैं ?

दोस्तों nicip plus tablet   का सेवन करने बाद किसी तरह की शराब का सेवन नहीं करना चाहिए । यदि आप शराब का सेवन करते हैं तो नुकसान हो सकता है। इसके अलावा आप एक बार अपने डॉक्टर से बात करें और डॉक्टर जो निर्देश आपको देता है आपको उसका ‌‌‌पालन करना चाहिए ।

nicip plus tablet  दवा लेने के बाद पेट खराब हो जाता है

nicip plus tablet  का सेवन करने के बाद यदि आपको पेट दर्द की समस्या हो रही है तो अधिकतर केस के अंदर यह अपने आप ही ठीक हो जाती है। लेकिन यदि पेट दर्द अधिक हो रहा है तो अपने डॉक्टर से परामर्श करें और जो निर्देश डॉक्टर आपको देता है उसी के ‌‌‌ हिसाब से आपको काम करना चाहिए ।

क्या डेंगू में Nicip Plus दे सकते हैं?

Nicip Plus का सेवन डेंगू के अंदर काफी घातक हो जाता है। यदि किसी को डेंगू होने का पता चलता है तो डॉक्टर के पास जाना चाहिए।  और जल्दी ही इसका उपचार करना चाहिए । नहीं तो यह काफी घातक साबित हो सकता है। क्योंकि डेंगू के अंदर प्लेटलेट ‌‌‌काफी कम हो जाता है। और यदि सही समय पर रोगी का उपचार नहीं करवाया जाता है तो उसके बाद सब काफी घातक साबित हो सकता है।

क्या Nicip Plus से जुकाम और गले की खराश का इलाज हो सकता है?

nicip plus tablet  आमतौर पर जुकाम के लिए नहीं दी जाती है। यदि जुकाम के अंदर यह दवा आप लेते हैं तो यह जुकाम के लक्षणों से आपको राहत प्रदान करने का काम कर सकती है। हालांकि यह जुकाम के अंदर उतना अधिक असरदार नहीं होती है। और आपको इस दवा का ‌‌‌ सेवन बिना डॉक्टर की अनुमति नहीं नहीं करना चाहिए कुल मिलाकर यह एक बेहतरीन दवा साबित हो सकती है।

nicip plus tablet  की खुराक यदि छूट गई है तो क्या करें

दोस्तों यदि nicip plus tablet   की खुराक आपसे छूट गई है तो आपको चिंता करने की कोई भी आवश्यकता नहीं है। बस आपको इस बात का ध्यान रखना है कि दो खुराक एक साथ आपको नहीं लेनी है। यदि आप दो खुराक एक साथ लेलेत हैं तो इससे आपको नुकसान हो सकता है। ‌‌‌इसलिए यदि दूसरी खुराक का समय हो चुका है तो पहली खुराक का उपयोग आपको नहीं करना चाहिए । इस तरह से आप काम कर सकते हैं।

nicip plus tablet  को किस तरह से लेना चाहिए

दोस्तों nicip plus tablet   की खुराक के बारे मे आप अपने डॉक्टर से बात करनी चाहिए । आपका डॉक्टर ही आपको बताएगा कि आपको किस तरह से दवा की खुराक लेनी है। आपका डॉक्टर दवा की खुराक को कम या अधिक कर सकता है। यह जरूरत के अनुसार हो सकता है। और आपकी ‌‌‌बीमारी के हिसाब से भी यह हो सकता है तो आपको इसके बारे मे अधिक सावधानी बरतने की आवश्यकता है।

nicip plus tablet  से यदि एलर्जी होती है तो क्या करें ?

वैसे तो nicip plus tablet   से एलर्जी होने के चांस बहुत ही कम होते हैं। लेकिन यदि इस दवा का सेवन करने के बाद आपको एलर्जी होती है तो चिंता करने की जरूरत नहीं है। बस आप इस दवा का उपयोग करना बंद कर सकते हैं और उसके बाद अपने डॉक्टर से ‌‌‌परामर्श करें आपका डॉक्टर आपको जो निर्देश देता है आपको उसको पालन किया जाना चाहिए ।

nicip plus tablet  कब लेना बंद कर देना चाहिए

दोस्तों nicip plus tablet  का सेवन यदि आप कर रहे हैं तो आपको इस बात का ध्यान रखना होगा कि आप पूरी दवा लें यदि आप आधी दवा लेते हैं तो उसके बाद बीमारी के लक्षण फिर से प्रकट हो सकते हैं तो आपको पूरी तरह से दवा लेनी चाहिए । और दवा को जब आप बंद कर रहे ‌‌‌ तो एक बार अपने डॉक्टर से इसके बारे मे परामर्श जरूर करलें । ताकि किसी भी तरह की समस्या ना हो खुद ही दवा का उपयोग बंद नहीं करना चाहिए ।

nicip plus tablet  लेने के बाद क्या खाना चाहिए या क्या नहीं खाना चाहिए

देखिए इसके बारे मे आपका डॉक्टर की काफी अच्छे तरीके से बता सकता है। यदि आपको इसके बारे मे नहीं पता तो अपने डॉक्टर से बात करें और जो आपको डॉक्टर निर्देश देते हैं आपको उनका पालन करना चाहिए । ‌‌‌क्योंकि कई ऐसी बीमारियां होती हैं जिनके अंदर किसी खास तरह की खाने पीने की चीजें नहीं चलती हैं तो फिर आपको उसके हिसाब से ही खाना चाहिए ।

nicip plus tablet  यदि एक्सपायर हो चुकी है तो क्या करें

यदि nicip plus tablet   एक्सपायर हो चुकी है तो आपको इस दवा का उपयोग नहीं करना चाहिए और इस तरह की दवा को घर के अंदर भी नहीं रखना चाहिए क्योंकि कई बार हम एक्सपायर हो चुकी दवा भी बिना देखे लेलेते हैं। ‌‌‌एक्सपायर हो चुकी दवा को आपको घर से दूर लेजाकर फेंक देना चाहिए ।या फिर आप इनको जमीन के अंदर भी दफना सकते हैं।

nicip plus tablet  को किस तरह से संग्रहित करना चाहिए

दोस्तों nicip plus tablet   को आपको सही तरीके से संग्रहित करना चाहिए । यदि आप इसको सही तरीके से संग्रहित नहीं करते हैं तो यह खराब हो सकती है। आपको चाहिए कि आप इस दवा को तेज धूप के अंदर नहीं रखना चाहिए । वरना नुकसान हो सकता है। इसके ‌‌‌ अलावा आपको इस दवा को कमरे के ताप पर ही रखना चाहिए । यदि आप दवा को फ्रीज आदि के अंदर रख देते हैं तो फिर यह खराब हो सकती है। इसके अलावा दवा को बच्चों की पहुंच से भी दूर रखना चाहिए । वरना बच्चे इस दवा को निगल सकते हैं। और आपको काफी परेशान होना पड़ सकता है।

nicip plus tablet  के सेवन करने से क्या क्या दुष्प्रभाव हो सकते हैं

दोस्तों यदि आप nicip plus tablet   का सेवन करते हैं तो इससे आपको कई तरह के दुष्प्रभावों का सामना करना पड़ सकता है। जैसे कि

  • जी मिचलाना
  • उल्टी
  • दस्त
  • जिगर एंजाइमों में वृद्धि
  • पेट में अल्सर

nicip plus tablet  क्या बच्चों को दी जा सकती है ?

दोस्तों nicip plus tablet   को यदि आप बच्चों को दे रहे हैं तो इसके बारे मे आपको एक बार अपने डॉक्टर से बात करनी चाहिए और आपका डॉक्टर जो निर्देश आपको देता है उसका पालन करना चाहिए । डॉक्टर से बिना पूछे आपको यह दवा बच्चों को नहीं देनी ‌‌‌ चाहिए वरना नुकसान का सामना करना पड़ सकता है।

nicip plus tablet  का उपयोग करना कब बंद कर देना चाहिए

nicip plus tablet का यदि आप सेवन कर रहे हैं तो आपको चाहिए कि आप इस दवा का उपयोग सही तरीके से करें । यदि आप दवा के उपयोग करने के बाद काफी ठीक महसूस कर रहे हैं तो दवा का उपयो तब तक बंद नहीं करना चाहिए । जब तक कि आपका डॉक्टर इसको बंद करने के ‌‌‌ लिए नहीं कहता है। और यदि आप अपने आप ही दवा का उपयोग बीच मे ही बंद कर देते हैं तो काफी परेशानी हो सकती है और कारण यह है कि आपकी बीमारी पूरी तरह से नहीं जाएगी और आपको परेशान होना पड़ेगा । इसलिए दवा को बंद करने से पहले एक बार अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए और उसके बाद ही दवा का उपयोग बंद ‌‌‌ करना होगा ।

nicip plus tablet  को हम कहां से खरीद सकते हैं

दोस्तों nicip plus tablet   को आप किसी भी मेडिकल स्टोर से खरीद सकते हैं। यह मेडिकल स्टोर पर बहुत ही आसानी से मिल जाती है। इसके अलावा यदि आपको यह मेडिकल स्टोर पर नहीं मिलती है तो फिर आप इसको आसानी से ऑनलाइन भी खरीद सकते हैं। यह वहां पर आपको ‌‌‌ काफी कम कीमत के अंदर आसानी से मिल जाती है। ‌‌‌लेकिन यदि डॉक्टर आपको इस दवा को पर्ची पर लिखकर देता है तभी आपको इसको खरीदना चाहिए ।

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